उत्तर-पश्चिमी भारत में स्थित एक ऐसा राज्य जिसकी ख़ूबसूरती लोगों का मन मोह लेती है. हिमाचल प्रदेश का शाब्दिक अर्थ 'बर्फ़ीले पहाड़ों का प्रांत', जिसे देखने के लिये सालभर लोगों को तांता लगा रहता है.
जिन्हें जानकारी नहीं है उन्हें बता दें कि हिमाचल प्रदेश राज्य अधिनियम-1971 के अन्तर्गत 25 जनवरी 1971 को भारत का 18वां राज्य बनाया गया था. अगर प्रति व्यक्ति की आय के हिसाब से देखा जाये, तो ये भारत के राज्यों में 15वें स्थान पर आता है. इसके अलावा केरल के बाद हिमाचल प्रदेश को दूसरे सबसे कम भ्रष्ट्र राज्य में गिना जाता है.
माना जाता है कि कृषि हिमाचल प्रदेश का मुख्य व्यवसाय है, जो राज्य की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. इसके ज़रिये 69 प्रतिशत कामकाजी आबादी को सीधा रोज़गार प्राप्त होता है. हिमाचल प्रदेश मुख्य रूप से सेब की उगाई के लिये मशहूर है.
हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में पर्यटन उद्योग को भी काफ़ी बढ़ावा दिया गया है. हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा इसके विकास के लिए एक समुचित ढांचा भी विकसित किया गया है. इस ढांचे के अंतर्गत आम आदमी की ज़रूरतों को पूरा करने वाले कई सेवाएं शामिल हैं, जो राज्य को बेहतरीन बनाती हैं.
हिमाचल जाने वाले पर्यटकों के लिये आकर्षण का केंद्र क्या है और हर किसी को इस राज्य का दौरा क्यों करना चाहिये
1. चंबा घाटी
चंबा घाटी (915 मीटर) की ऊंचाई पर रावी नदी के दाएं किनारे पर है.
2. डलहौज़ी
पश्चिमी हिमाचल प्रदेश में डलहौज़ी नामक पर्वतीय स्थान पुरानी दुनिया की चीजों से भरा पड़ा है. इसके अलावा यहां राजशाही युग की भाव्यता भी देखी जा सकती है.
3. धर्मशाला
धर्मशाला अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है. जहां पाइन के ऊंचे पेड़, चाय के बागान और इमारती लकड़ी पैदा करने वाले बड़े वृक्ष-वृक्ष हैं, जिन्हें देख कर मन को अलग ही सुकून मिलता है.
4. कुफ़री
चलता आकाश, बर्फ से ढकी चोटियां, गहरी घाटियां और मीठे पानी के झरने, कुफरी की इसी ख़ूबसूरती के लिये लोग यहां भागे चले आते हैं.
5. मनाली
मनाली लाहुल, स्पीति, बारा भंगल (कांगड़ा) और जनस्कर पर्वत श्रृंखला पर चढ़ाई करने वालों का पसंदीदा स्थान है.
6. कुल्लू
कुल्लू घाटी भारत में देवताओं की घाटी रही है, जिसे कुलंथपीठ कहा जाता था. कुलंथपीठ का शाब्दिक अर्थ है रहने योग्य दुनिया का अंत.
7. शिमला
शिमला राज्य का सबसे महत्वपूर्ण पर्यटन केन्द्र है, जहां साल लाखों की तादाद में सैलानी घूमने-फिरने आते हैं.
हिमाचल प्रदेश की इन ख़ूबसूरती जानने के बाद शायद ही कोई होगा, जो जाने का न सोचे. अगर आप ट्रैवल लवर हैं, तो आप यहां ज़रूर जायेंगे. अगर यहां गये, तो ख़रीददारी भी करेंगे. ख़रीददारी करने के लिये ज़रूरी है कि आपको ये पता हो कि आपको कहां जाना है और कहां क्या अच्छा मिलता है. चलो फिर बैग उठाओ और शॉपिंग के लिये रेडी हो जाओ.
शॉपिंग के लिये सबसे पहले हम मनाली चलते हैं और जानते हैं कि वहां से क्या ख़रीदा जा सकता है
1. माल रोड
पहाड़ी इलाके के केन्द्र बिंदु पर स्थित माल रोड को मनाली का दिल भी कहा जाता है. माल रोड शहर का वो हिस्सा है, जहां पूरा दिन हलचल रहती है. अगर आप में स्ट्रीट शॉपिंग करने का हुनर है, तो आप यहां ज़रूर जायें.
माल रोड पर आपको कुल्लू और कश्मीरी शॉल, कालीन, ऊन की टोपियां, ट्रेंडी ज्वैलरी से लेकर फ़र्नीचर तक सब कुछ आसानी से मिल जायेगा. यही नहीं, बुक लवर्स के लिये भी यहां बहुत कुछ है. थाई मार्केट, हांगकांग मार्केट, लामा अंडरग्राउंड, ड्रेगन शॉपिंग कॉम्पलेक्स, शंगरी ला शॉपिंग कॉम्पलेक्स, न्यू एनएसी मार्केट और स्नो लॉयन अंडरग्राउंड मार्केट से आप ज़रूरत की हर छोटी-मोटी चीज़ ले सकते हैं.
2. ओल्ड मनाली मार्केट
ओल्ड मनाली मार्केट एक छोटे से क्षेत्र में बना हुआ है. यहां शॉपिंग करने के लिये आपको काफ़ी समय चाहिये. समय निकाल कर यहां आइये और चीज़ें खोज कर घर ले जाइये.
यही नहीं, यहां कई दुकाने ऐसी भी हैं, जहां पुराने गानों की सीडी मिलती है. हम घड़ी की सुईयों को घुमा कर अतीत में तो नहीं ले जा सकते हैं. पर हां यहां शॉपिंग करके आपके अतीत में होने का एहसास ज़रूर होगा. आप यहां से टी शर्ट, जाप करने की माला और ज्वेलरी आदि ले सकते हैं. इसके साथ ही अगर मार्केट के थोड़ा अंदर जायें, तो कई दुकानों में फ्रूट जैम, जैली और अचार भी बिकता हुआ दिखेगा.
3. तिब्बती मार्केट
मनाली का ये मार्केट तिब्बती (Tibatti) कलाकृतियों और यादगार चीजों को खरीदने के लिये काफ़ी मशहूर है. इस बाज़ार में आपको हाथ के बने हुई कालीन, कंबल, शॉल और ऊन की बनी कई दूसरी चीज़ें मिल जायेंगी.
इस बाज़ार में आपको तिब्बती कल्चर की शानदार झलक दिखाई देगी. बाज़ार के अंदर हस्तशिल्प की चीजें, प्रार्थना चक्र, बांस के सोवेनियर, सिल्वर ज्वेलरी और थंका बिकते हुए दिख जायेंगे. हांलाकि, अगर आप मोलभाव करने में माहिर हैं, तो ही यहां से अच्छी ख़रीददारी कर पायेंगे. इसलिये सामान लेने से मोलभाव ज़रूर करें.
4. भट्टिको
1944 में भट्टिको की शुरूआत स्थानीय महिलाओं ने की थी. कहते हैं कि भुट्टिको एक कोऑपरेटिव शॉप है जिसके मनाली में 3 स्टोर हैं. जो लोग ऊन से बनी चीज़ें ख़रीदना पसंद करते हैं. वो शॉपिंग के लिये यहां जा सकते हैं. इस मार्केट में आपको शॉल की बहुत सी वैरायटी मिल जायेगी.
याद रहे कि यहां जाकर मोलभाव करने की कोशिश न करें, क्योंकि यहां हर चीज़ के तय दाम होते हैं.
इन सारी चीज़ों के अलावा आप मनाली से सेब से बने आचार भी ख़रीद सकते हैं, जिसका टेस्ट लाजवाब होता है. ख़रीददारी के लिये यहां का केसर भी काफ़ी मशहूर है.
मनाली (Manali) से शॉपिंग करने के बाद अब थोड़ी ख़रीदारी शिमला (Shimla) से भी कर लेते हैं, क्योंकि शिमला हिमाचल प्रदेश की राजधानी जो है. देखते हैं कि यहां आपके लायक क्या-क्या है.
1. लक्कड़ बाजर
कहते हैं कि अगर शिमला जाने वाले लक्कड़ बाज़ार न जायें, तो उनकी यात्रा अधूरी मानी जाती है. ये बाज़ार रिज से सटे एक संकरी सड़क पर स्थित है. जहां लोकप्रिय सजावटी सामान और स्मृति चिन्ह मिलते हैं.
लक्कड़ बाज़ार की अधिकतर दुकानें पश्मीना शॉल, वुलेन और हस्तशिल्प की एक विस्तृत श्रृंखला बेचती हैं. ये मार्केट ख़ासतौर पर अपने कुल्लू शॉल के लिए लोकप्रिय है. अगर यहां देर तक ख़रीददारी करते-करते थक जायें, तो मार्केट में खाने-पीने के लिये भी बहुत कुछ है.
2. हिमाचल एम्पोरियम
हिमाचल एम्पोरियम हस्तशिल्प के लिये मशहूर है. यहां से सीमित दाम में हस्तशिल्प की ख़रीददारी की जाती है. ये शिमला के माल रोड पर स्थित है, जो कि हिमाचल प्रदेश के हस्तशिल्प उत्पादों को स्थानीय स्तर पर डिजाइन किए गए वूलेन, मिट्टी के बर्तनों और आभूषण के रूप में बेचता है.
3. तिबेतन बाजार
शिमला की तिबेतन मार्केट लोकप्रिय मार्केट में से एक है. अगर आप उन लोगों में जो जिनकी सांसे शॉपिंग करने से चलती हैं, तो यहां ज़रूर जायें. ये एक मार्केट है, जहां से आप कम पैसों में अच्छी ख़रीददारी कर सकते हैं.
इस लोकप्रिय मार्केट से आप बैग, जूते, और तिब्बती आभूषणों की जमकर शॉपिंग कर सकते हैं. इसके अलावा अच्छी गुणवत्ता वाले ऊनी कपड़े, तिब्बती कालीन और कालीन, गद्देदार जैकेट, मफलर, स्कार्फ, और स्वेटर भी ले सकते हैं.
इन सारी चीज़ों को अलावा आपको यहां आकर्षक प्राचीन वस्तुएं भी मिल जायेंगी.
4. लोअर बाजर
लोअर बाज़ार को सब्ज़ी मंडी के नाम से भी जाना जाता है. हांलाकि, इस मार्केट में अच्छी शॉपिंग के लिये आपको तंग गलियों और पुरानी इमारतों से होकर गुज़रना होगा.
ये बाज़ार मॉल रोड के सामने बनी है. इस बाज़ार में आपको लकड़ी के सामान से लेकर फ़ोन तक सब मिलेगा. यहां की शिल्पा कला देखने के बाद आपको लगेगा कि यार क्या छोड़ा जाये और ख़रीदा जाये. इसके अलावा बुक लवर्स के लिये बहुत सी किताबें भी हैं.
मनाली और शिमला तो हो गया है, लेकिन अब देखते हैं कि डलहौज़ी में पर्यटकों के लिये क्या-क्या है
1. गांधी चौक
गांधी चौक (Gandhi Chowk) डलहौजी की बेस्ट शॉपिंग डेस्टिनेशन है. यहां आने लोग टूरिस्ट ट्रेडिशनल बैग्स, डॉल्स और हैंडीक्राफ्ट्स से लेकर पर्स तक हर ज़रूरत का सामान ले सकते हैं.
इसके साथ आप यहां के एम्पोरियम से बेस्ट क्वालिटी की शॉल ले सकते हैं. ये मार्केट रोज़ सुबह 10 बजे से शाम 7 बजे तक खुली रहती है. याद रहे कि बाज़ार मंगलवार को बंद रहती है.
2. बनीखेत बाजार
ये बाज़ार तरह-तरह के स्मृतिचिन्हों और वूलन्स की ख़रीददारी के लिये काफ़ी मशहूर है, जो डलहौजी से 7 किमी की दूरी पर स्थित है. मार्केट की ख़ासियत है कि यहां से शॉपिंग करने के लिये आपको ज़्यादा पैसे ख़र्च करने की ज़रूरत नहीं है.
अगर आप अच्छी ख़रीददारी के लिये डलहौजी की यादें घर ले जाना चाहते हैं, तो शॉपिंग के लिये ज़रूर जायें और जमकर शॉपिंग करें.
3. हिमाचल गिफ्ट एम्पोरियम
यहां से आप हैंडीक्राफ्ट आइटम्स, बौद्ध ऑर्ट वर्क चीज़ें सही दाम पर ले सकते हैं. इसके अलावा चांदी और तांबे के बर्तन आदि भी ले सकते हैं. अगर आपको अच्छे फ़ुटवेयर और आउटफ़िट्स लेने हैं, तो यहां ज़रूर आयें.
तो ठीक है न हिमाचल प्रदेश के बारे में सब कुछ जान गये हैं. वहां की शॉपिंग मार्केट के बारे में भी सुन लिया, तो शॉपिंग कर आओ.
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