इंटरनेट आजकल सभी की बुनियादी जरूरत बन गया है. साथ ही आजकल के माहौल में लगभग सभी चीजें ऑनलाइन हो गई हैं चाहे वह बिजनेस हो या फिर किसी भी तरह की मीटिंग. क्या आपको लगता है कि इंटरनेट पर आपकी मौजूदगी या फिर आपके बिजनेस का ऑनलाइन होना पूरी तरह से सिक्योर है? जी नहीं ऐसा बिल्कुल नहीं है समय-समय पर हम देखते रहते हैं कि कहीं ना कहीं किसी न किसी बिजनेस पर अलग-अलग तरह की साइबर अटैक होते रहते हैं और उससे बिजनेस को बहुत ज्यादा नुकसान उठाना पड़ जाता है. बहुत अच्छी तरह से भी सब चीजों का ध्यान रखने के बावजूद कई बार होता है कि छोटी सी चूक भी आपके लिए परेशानी का कारण बन सकती है. आज हम आपको बताएंगे कि कैसे आप अपने बिजनेस को साइबर अटैक से बचा सकते हैं;
क्या होता है साइबर अटैक?
जैसे ऑफलाइन जगत में किसी एक इलाके को लेकर लड़ाई लड़ी जाती है उसी तरह ऑनलाइन दुनिया में या यूं कहें कि डिजिटल दुनिया में एक नेटवर्क तक पहुंच बनाने के लिए साइबर हमले किए जाते हैं. किसी भी सिस्टम या किसी एक नेटवर्क का कंट्रोल किसी अनैतिक तरीकों से करना साइबर अटैक ख्याल आता है. हमलावर एक कंप्यूटर पर हमला करने और उस पर कंट्रोल पाने के लिए मैलीशियस कोड के अलग-अलग तरह के कॉन्बिनेशन इस्तेमाल करते हैं जिससे उन्हें आपके डाटा पर पूरी तरह से कंट्रोल हासिल हो जाता है.
कौनसे अटैक होने का रहता है खतरा
साइबर अटैक के कई प्रकार होते हैं जैसे कि;
- फिशिंग अटैक
- स्मिशिंग
- मैलवेयर डिनायल ऑफ़ सर्विस
- मैन इन डा मिडिल
कुछ ऐसे अटैक हैं जो आजकल बहुत ज्यादा हैकर द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे हैं. इसमें अलग-अलग तरह से अटैक किया जाता है;
जैसे कि फिशिंग में आकर कुछ इस तरह से हमला करते हैं कि वह खुद को आपके बिजनेस के लिए एक विश्वसनीय सोर्स की तरह सामने लाते हैं और आपको एक ईमेल भेजते हैं. इसमें सबसे बड़ी मुश्किल की बात है कि सबसे शुरू में आपको यह अटैक वैध लग सकता है इसमें आपसे ईमेल पर नाम पासवर्ड क्रेडिट कार्ड नेट बैंकिंग डिटेल आदि हासिल करने की कोशिश की जा सकती हैं इसीलिए कई बार इस अटैक को पहचानना मुश्किल होता है लेकिन फिर भी आपको इसके लिए सतर्क रहने की जरूरत है.
फिशिंग के जैसे ही स्मिशिंग अटैक टेस्ट मेसज के जरिये किया जाता है. इसलिए सलाह दी जाती है कि मेसज में आए किसी भी लिंक को बिना जानकारी ना खोलें.
इसके अलावा मैलवेयर में एक सॉफ्टवेयर होता है जिसकी मदद से डाटा एक्सेस पाने की कोशिश की जाती हैं यह सॉफ्टवेयर एक प्रोग्राम इंस्टॉल करता है इसमें शामिल होते हैं जो इस तरह से जाते हैं को पूरी तरह से हैक कर सकते हैं.
डिनायल ऑफ सर्विस अटैक किसी भी बिजनेस के लिए बहुत ज्यादा हानिकारक होता है क्योंकि इस अटैक में आकर आप की वेबसाइट पर आने वाली ट्रैफिक को कम कर देता है. इसमें आपकी बैंक्विट को सच और ऐड कर दिया जाता है और इस प्रकार नेटवर्क को ब्लॉक किया जाता है कि आप की वेबसाइट पर आने वाली टारगेट ऑडियंस या फिर ट्रैफिक कम हो जाती है इसीलिए इस तरह के अटैक से बचना किसी भी बिजनेस के लिए बहुत ज्यादा जरूरी है.
बुनियादी चीजें जो किसी भी साइबर अटैक से बचने के लिए ध्यान में रखनी चाहिए , कुछ बातें जो आपको हमेशा ही ध्यान में रखनी चाहिए वो है;
- कभी भी किसी भी वेबसाइट या ईमेल पर अपनी संवेदनशील जानकारी जैसे कि पासवर्ड क्रेडिट कार्ड की डिटेल आदि शेयर ना करें .
- सुनिश्चित करें कि आपका पासवर्ड बहुत ज्यादा आसान ना हो, उदाहरण के लिए कभी भी अपने किसी भी जरूरी अकाउंट या फिर बिजनेस अकाउंट का नंबर अपने नाम अपने जन्मदिवस या फिर कुछ कॉमन वर्ड्स जैसे कि 1234 आदि ना रखें. हमेशा ही अलग-अलग तरह के करैक्टर और नंबर के कॉन्बिनेशन का इस्तेमाल करते हुए ही पासवर्ड बनाएं.
- हमेशा अपने सिस्टम में एक भरोसेमंद एंटीवायरस जरूर रखें और समय-समय पर अपने सिस्टम को स्कैन करते रहे..
- स्पैम ईमेल को ना ही खोलें और ना ही उस पर किसी भी तरह का जवाब देने की कोशिश करें.
- ओपन वाईफाई को इस्तेमाल करने से बचें यह नेटवर्क बहुत बार सुरक्षित नहीं होते हैं इसीलिए हमेशा ही सिक्योर वाईफाई या फिर सिक्योर इंटरनेट कनेक्शन का ही इस्तेमाल करें.
यह कुछ ऐसी कॉमन बातें हैं आजकल के इंटरनेट जगत में आप को ध्यान में रखने की चाहिए. इंटरनेट की दुनिया इतनी आसान दिखती है उतनी ही ज्यादा परेशानियों से खरीदी है इसीलिए इन बातों को हमेशा ध्यान में रखें.
अपने बिजनेस को साइबर अटैक से कैसे बचाएं ?
बुनियादी बातों की जानकारी है काफी नहीं है अगर आप अपने बिजनेस को साइबर अटैक से बचाना जाते हैं. आजकल जिस तरह से टेक्नोलॉजी एडवांस हो रही है उसी तरह से उससे होने वाले खतरे भी एडवांस होते जा रहे हैं इसीलिए आपको अपने बिजनेस को साइबर अटैक से बचाने के लिए बहुत अच्छी तरह से तैयार रहने की जरूरत है उसे जानते हैं किस तरह से आप अपने बिजनेस को साइबर अटैक से बचा सकते हैं;
1. सॉफ्टवेयर को रखे हमेशा अपडेटेड
आप अपने बिजनेस में इससे सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर रहे हैं और अगर आपके साथ काम करने वाले लोग भी किसी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर रही हैं उन्हें हमेशा अपडेटेड रखते और लेटेस्ट वर्जन ही इस्तेमाल करें बिना अपडेट किए हुए सॉफ्टवेयर में हमेशा ही किसी न किसी तरह का रूप होता है इसे आसानी से लोग अपने अटैक का शिकार बना सकते हैं. इसीलिए अपनी कंपनी से जुड़े हुए सभी सॉफ्टवेयर को अच्छी तरह से अपडेट रखें और इसे एक नियम बना ले.
2. डाटा बैकअप करना ना भूलें
बिजनेस से जुड़ा हुआ कोई भी डाटा या फिर वेबसाइट पर दी जाने वाली कोई भी इंफॉर्मेशन आपको हमेशा बैकअप करके रखनी चाहिए. अगर दुर्भाग्यवश आपके बिजनेस पर साइबर अटैक होता भी है तो ऐसे में अगर आपके पास डाटा का बैकअप रहेगा तो आप आसानी से सारी की सारी इनफार्मेशन को फिर से प्राप्त कर सकते हैं. इसीलिए सर्वर पर डाटा को मेकअप करने की आदत बना ले और समय-समय पर साप्ताहिक और मासिक कैलेंडर फॉलो करते हुए डाटा को बैकअप करें.
3. साथ काम करने वालों को भी सतर्क रहने को कहें
केवल आप अकेले ही अपने बिजनेस को इस अटैक से नहीं बचा सकते हैं क्योंकि जब तक आपके साथ काम करने वाले लोग इस चीज को लेकर सतर्क नहीं रहेंगे तब तक आप के बिजनेस को कोई नहीं बता सकता है. अपने साथ काम करने वाले लोगों को भी साइबर अटैक के बारे में पूरी तरह से जानकारी दें और कहीं ना कहीं ऑफिस के सिस्टम में उनकी गतिविधियों को लिमिटेड रखने की कोशिश करें.
गतिविधियों को रोकने से यहां पर अभिप्राय है कि अपना बहुत ज्यादा सिक्योर पासवर्ड या फिर कंपनी से जुड़ी हुई कुछ जानकारी बहुत ही कम लोगों के पास होनी चाहिए. ऐसी जानकारियां ऐसे लोगों को दें जिन पर आपको पूरी तरह से भरोसा है.
4. अपने डिवाइस और नेटवर्क को करें सिक्योर
हमेशा ध्यान रखें कि आपको अपने नेटवर्क को भी सिक्योर रखने की जरूरत है. इसीलिए एक अच्छे सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर को इंस्टॉल करना बहुत ज्यादा जरूरी है. ऐसे में ध्यान रखें कि आपके पास अच्छे एंटीवायरस अच्छे स्पाइवेयर और अच्छे एंटीस्पैम फिल्टर है. यह सब सॉफ्टवेयर आपके बिजनेस पर होने वाले साइबर अटैक को काफी हद तक कमजोर पड़ सकते हैं और स्टॉप साथ ही इसके अलावा एक अच्छे फायरवाल को सेट अप करना भी बहुत ज्यादा जरूरी है. फायरवॉल आपके बिजनेस के लिए एक गेट कीपर का काम करता है और वह आने वाली और जाने वाली दोनों तरह के ट्रैफिक पर अच्छी तरह से नजर रखता है. इसीलिए अपने सभी पोर्टेबल बिजनेस डिवाइस इस पर फायरवाल ज़रूर सेट अप करें.
5. इंफॉर्मेशन इंक्रिप्ट करना
हमेशा ध्यान रखें कि आप अपने नेटवर्क इंक्रिप्शन को टर्न ऑन रखें और जब भी आप किसी भी डाटा को ऑनलाइन भेजे तो उसे इंक्रिप्ट करके ही भेजें. इंक्रिप्शन के माध्यम से आप अपने डाटा को एक सीक्रेट कोड में परिवर्तित कर सकते हैं और जब यह इंटरनेट से होकर जाता है तो इस पर साइबर अटैक के हमले होने की संभावना कम हो जाती है.
मल्टी फैक्टर ऑथेंटिकेशन को अपनाएं
6. मल्टी फैक्टर ऑथेंटिकेशन
एक ऐसी सिक्योरिटी प्रक्रिया है जिसमें आपको किसी भी सिस्टम में एंटर करने से पहले दो या तीन रूप जरूर देने पड़ते हैं जो आप की विश्वसनीयता को बढ़ावा देते हैं. उदाहरण के लिए कोई भी सिस्टम पहले पासवर्ड मांगता है और उसके बाद आपके मोबाइल पर एक कोड भेजता है इसी तरह काम मल्टी फैक्टर ऑथेंटिकेशन आपको अपने बिजनेस में लॉगिन आदि के लिए भी रखना चाहिए ताकि कोई भी अटैकर आसानी से आपके बिजनेस पर अटैक ना कर पाएं.
7. कस्टमर के डाटा को रखें सिक्योर
अगर आप किसी भी तरह का ऑनलाइन बिजनेस कर रही हैं तो आपके कस्टमर के डाटा को शिक्षा और रखना आप की सबसे पहली प्रायरिटी होना चाहिए. क्योंकि अगर एक बार आप ही कस्टमर का डाटा लीक हो जाता है तो यह आपके बिजनेस पर बहुत ज्यादा नेगेटिव असर डालता है. इसीलिए हमेशा ध्यान रखें कि आपका बिजनेस अपने कस्टमर के इंफॉर्मेशन को स्विच ऑफ रखने के लिए अच्छी तरह से इन्वेस्टमेंट कर रहा है और किसी भी तरह का डाटा बाहर लिख नहीं होगा. ऐसे में अगर आप ऑनलाइन पेमेंट लेते हैं तो आपको एक अच्छा पेमेंट गेटवे खुद के लिए ढूंढना होगा ताकि आपके साथ किसी भी तरह का ऑनलाइन पेमेंट फ्रॉड ना हो.
अपने बिजनेस को साइबर अटैक से बचाना कोई आसान काम नहीं है क्योंकि बदलती हुई टेक्नोलॉजी के साथ खतरे भी बढ़ते जा रहे हैं इसीलिए कोशिश करें कि आपकी साइबरसिक्योरिटी से जुड़ी हुई योजनाएं एकदम फुल प्रूफ है. ऐसे में अगर आपको किसी भी एक्सपर्ट या किसी प्रोफेशनल एडवाइस की जरूरत है तो उसे लेने से बिल्कुल भी परहेज ना करें क्योंकि आपके लिए अपने बिजनेस को सिक्योर रखना सबसे अहम मुद्दा है. आपका बिजनेस सिक्योर रहेगा तभी आप अपने कस्टमर पर अपनी पहुंच बना सकते हैं और उनकी नजरों में अपना विश्वास कायम रख सकते हैं. इसीलिए साइबर सिक्योरिटी पर खर्च करने के लिए बिल्कुल भी परहेज ना करें ताकि आपको आगे चलकर पछताना ना पड़ें.
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