हिंदुस्तान एक ऐसा देश है, जहां आपको भांति-भांति के लोग मिलेंगे. जितने राज्य उतने तरह का पहनावा और उतने ही तरीक़े का खान-पान. इसलिये इसे विविधताओं भरा देश भी कहा जाता है.
आप भारत में कहीं भी भ्रमण करने निकल जाइये, हर कोने नुक्कड़ पर खाने का अलग ज़ायका मिलेगा. इसलिये विदेशों में भी हमारे 56 तरह के पकवानों का ज़िक्र होता है.
फिलहाल हम बात करेंगे गुजरात (Gujrat) की. गुजरात राज्य जितना फ़ेमस वहां की राजनीति, डायमंड और कल्चर के लिये है. उतना ही मशहूर वहां के खाने के लिये भी है. कहते हैं कि गुजरात में तरह-तरह फूड आइटम्स फ़ेमस हैं. इसके साथ ही ये भी कहा जाता है कि यहां के खाने में बेसन और दाल का भरपूर मात्रा में प्रयोग किया जाता है.
गुजरात राज्य की सबसे बड़ी ख़ासियत है ये कि यहां के रेस्टोरेंट में जितने वैरायटी खाना मिलता है, उतना ही लाजवाब यहां का स्ट्रीट फ़ूड भी होता है. इसलिये गुजरात का दौरा करने वाले लोग यहां के बड़े-बड़े रेस्टोरेंट्स न जाकर, स्ट्रीट फ़ूड ज़्यादा खाना पसंद करते हैं.
चलिये अब जब खाने-पीने की इतनी चर्चा हो ही रही है, तो फिर राज्य के फ़ेमस स्ट्रीट फ़ूड के बारे में भी बात कर लेते हैं. इसके साथ ही आपको ये भी बतायेंगे कि भारत में आप कहीं भी गुजराती स्ट्रीट फ़ूड का बिज़नेस करना चाहें, तो उसे आसानी से कैसे शुरू कर सकते हैं.
गुजरात के फ़ेमस स्ट्रीट फ़ूड (Street Food) कुछ इस प्रकार हैं
1. ढोकला
आह... आह... ढोकला का नाम सुनते ही फ़ूडी लोगों के मुंह में पानी आ गया होगा. कई जगहों पर ढोकले को सुबह का बेस्ट नाश्ता माना जाता है. ढोकले की पॉपुलैरिटी कुछ इतनी ज़्यादा है कि कोरोनाकाल में जब मिठाई शॉप पर ताला पड़ा, तो लोगों ने घर पर ही ढोकला बनाना शुरू कर दिया.
ढोकला खाने में तो टेस्टी होता ही है. साथ ही हेल्थ के लिये भी ठीक होता. हांलाकि, घर पर कितना ही टेस्टी ढोकला बना लो, लेकिन गुजराती ढोकले का कोई तोड़ नहीं. गुजरात में ढोकला दाल का भी बनता है और बेसन का भी. वहां के हर शहर के गली-नुक्कड़ में आपको स्वादिष्ट ढोकला बिकता हुआ दिख जायेगा.
जब आप गुजरात जायेंगे, तो आपको वहां के ढोकले और बाक़ी जगहों ढोकले में फ़र्क नज़र आयेगा.
2. हांडवो
हांडवो भी गुजरात की फ़ेमस डिश है. हांडवो कई तरह की सब्ज़ी और दालों को मिला कर बनाई जाती है. कहा जाता है कि गुजरात की ये डिश खाने में जितनी टेस्टी होती है, उतनी ही सेहत के लिये फ़ायदेमंद भी होती है.
इस डिश को बनाने में कम मिर्च-मसाले और तेल का इस्तेमाल किया जाता है. इसके बाद इस पर सफेद तिल डाल कर इसे ख़ूबसूरती से सजाया जाता है. गुजरात के साथ इसे पूरे इंडिया में खूब पसंद किया जाता है.
3. खांडवी
गुजराती की ये पॉपुलर डिश उन लोगों के लिये है, जिन्हें ख़ूब मसालेदार और चटपटा खाना पसंद नहीं है. खांडवी बनाने के लिये दही और बेसन का इस्तेमाल किया जाता है.
गुजरात में खांडवी किसी भी मिठाई शॉप या स्ट्रीट फ़ूड स्टॉल पर बिकती हुई मिल जायेगी, जिसे आप खजूर और हरी मिर्च से बनी चटनी के साथ स्वाद लेकर खा सकते हैं. कहते हैं कि गुजरात में अहमदाबाद की खांडवी सबसे बेस्ट होती है.
4. मुठिया
गुजराती लोगों के लिये मुठिया शाम में चाय के साथ खाने वाला स्नैक होता है. इसे बनाने के लिये 5 टाइप के आटे का यूज़ होता है. कहते हैं कि मुठिया कम तेल में पकाया जाता है, जिससे उसका स्वाद बरकरार रहता है और हेल्दी भी माना जाता है.
5. थेपला
यार अक़सर ही हम सीरियल और फ़िल्मों में गुजराती थेपले का ज़िक्र सुनते हैं. पर अब तक कई लोगों को पता नहीं चल पाया कि आखिर थेपले में ऐसा क्या होता है, जो ये इतना स्वादिष्ट होता है. दरअसल, थेपला कुछ और नहीं, बल्कि एक तरह का पराठा है, जिसे मसाले और हरी सब्जियां मिला कर बना कर जाता है.
थेपला बनाने के लिये ज़्यादातर मेथी यूज़ में लाई जाती है. इसकी सबसे अच्छी ख़ासियत ये होती है कि थेपले जल्दी ख़राब नहीं होते हैं. इसलिये इन्हें कई दिनों तक खाया जा सकता है. गुजराती थेपले का असली स्वाद उसे चटनी और अचार के साथ खाने में है. यकीनन आपको उसका स्वाद पसंद आयेगा.
6. दाल वडा
दाल वडा एक तरह का पकौड़ा होता है, जिसे लोग सुबह या शाम चाय के साथ खाना पसंद करते हैं. ये गुजरात के पॉलुपर स्ट्रीट फ़ूड में से एक है. दाल वडा कई अलग-अलग तरह की दालों से मिल कर बना होता है, जो खाने में एक नबंर लगता है.
इसे आप तीखी मिर्च वाली चटनी के साथ खाएं, मज़ा ही आ जायेगा.
7. पातरा वड़ी
रुकिये, गुजराती के स्ट्रीट फ़ूड की लिस्ट यहीं ख़त्म नहीं होती है. इसमें पातरा वड़ी भी शामिल है. गुजरात में इसे पातरा वड़ी बोलते हैं, लेकिन बाक़ी जगहों पर इसे अलग-अलग नाम भी पुकारा जाता है.
पातरा वड़ी को अरबी के पत्तों और बेसन से बनाया जाता है. इसके बाद उसे स्टीम पर पकाया जाता है. अगर आप गुजरात जायें, तो इसे खाना बिल्कुल न भूलें.
8. सेव टमाटर की सब्जी
गुजरात की टेस्टी स्ट्रीट फ़ूड में सेव टमाटर की सब्ज़ी भी आती है. ये डिश थोड़ी अलग और ख़ास है. इसे बनाने के लिये हरी मिर्च, प्याज़, टमाटर और मसालों का इस्तेमाल किया जाता है.
इन सारी चीज़ों के साथ-साथ बेसन की करी का यूज़ भी किया जाता है. इसे कोई भी दाल-चावल और रोटी-पराठे के साथ खा सकते हैं.
9. मोहनथाल
मोहनथाल एक तरह की मिठाई है, जिसे किसी भी त्योहार पर खाया जाता है. ख़ुशी के मौक़े पर अगर गुजराती मोहनथाल को न खायें, तो उनकी खु़शी अधूरी मानी जाती है.
हिंदुस्तान में स्ट्रीट फ़ूड का कारोबार बढ़ता चला जा रहा है. इसलिये गुजराती फूड का बिजनेस शुरू करना अच्छा मौक़ा है. आप चाहें, तो अपना व्यापार शुरू करने के लिये इस बिज़नेस की शुरूआत कर सकते हैं.
हिंदुस्तान में कैसे शुरू करें गुजराती स्ट्रीट फ़ूड का व्यापार
1. इसके लिये आप गुजरात जाकर वहां स्ट्रीट फ़ूड आइटम्स की रेसपी जाननी होगी.
2. इसके साथ ही उसमें लगने वाले ख़र्च का भी पता करना होगा.
3. मुनाफा और फ़ायदा जानने के बाद आपको इसके लिये लोकेशन चुननी होगी.
4. लोकेशन ऐसी रखें, जहां लोगों का आना-जाना ज़्यादा हो. तभी दुकान की ब्रिकी हो पायेगी.
5. इसके बाद आपको फूड विभाग से लाइसेंस लेना होगा, जिसके लिये आप ऑनलाइन एप्लाई भी कर सकते हैं.
6. अगर स्ट्रीट फ़ूड का व्यापार बड़े लेवल पर नहीं करना है, तो आप इसका स्टॉल कहीं भी लगवा सकते हैं, लेकिन क्वालिटी पर ध्यान देना होगा.
7. फ़ूड बिज़नेस के लिये आपको पांच तरह के लाइसेंस की ज़रूरत होती है. पहला आता है एफएसएसएआई का लाइसेंस. दूसरा लोकल मुन्सिपलिटी से हेल्थ लाइसेंस प्राप्त करना होता है. इसके बाद सेफ़्टी लाइसेंस और साथ ही साथ एक लाइसेंस पुलिस विभाग से भी लेना होता है, जिसमें जीएसटी लाइसेंस भी आता है.
कहां-कहां लगा सकते हैं स्ट्रीट फ़ूड का स्टॉल
1. रेलवे स्टेशन के बाहर
रेलवे स्टेशन एक जगह है, जहां दिन-रात लोग आते-जाते रहते हैं. इसलिये अगर वहां स्टॉल लगाया जायेगा, तो मुनाफ़ा ही मुनाफ़ा है.
2. बस स्टैंड के बाहर
रेलवे स्टेशन की तरह बस स्टैंड के बाहर भी ख़ूब भीड़ होती है. इसलिये वहां भी बिज़नेस चलने की पूरी संभावना है. बर्शेते फ़ूड क्वालिटी अच्छी हो.
3. हॉस्पिटल के बाहर
ये भी स्ट्रीट फ़ूड बेचने के लिये परफेक्ट जगह. अगर आप यहां स्टॉल लगाते हैं, तो व्यापार तेज़ी से बढ़ सकता है.
4. मॉल के बाहर
कई लोग मॉल के अंदर कुछ लेने से कतराते हैं, क्योंकि मॉल में हर आइटम काफी महंगा बिकता है. इसलिये कई बार हम मॉल के बाहर लगे स्टॉल से कुछ खा लेते हैं, जो काम दाम में अच्छी क्वालिटी का होता है.
5. बीच मार्केट
कई शहरों में बीच मार्केट ऐसे स्ट्रीट फ़ूड स्टॉल लगे होते हैं कि महंगे रेस्टोरेंट जाने के बाजये हम वहीं खाना पसंद करते हैं. इसलिये अगर इस लोकेशन पर भी काम शुरू किया जाये, तो शुरूआत अच्छी हो सकती है.
6. स्कूल-कॉलेज के बाहर
कॉलेज और स्कूल छात्रों के पास इतना पैसा नहीं होता कि वो बाहर महंगा कुछ खा सकें. इसलिये अगर यहां स्टॉल खोला जाता है, तो खाने-पीने की चीज़ें ज़्यादा बिकेंगी.
7. ऑफ़िस के बाहर
कई बार ऑफ़िस कर्मचारी घर से खाना न लाकर बाहर लगे स्ट्रीट फ़ूड खाना पसंद करते हैं. अगर आप किसी ऑफ़िस के बाहर स्टॉल लगवाते हैं, तो इसे बिज़नेस के लिये फ़ायदे का सौदा होगा.
मुनाफ़ा
अगर इस व्यापार में मुनाफ़े की बात करें, तो इससे आप काफी पैसे कमा सकते हैं. ये एक ऐसा बिज़नेस है, जिसमें पैसा ही पैसा है, क्योंकि दुनिया में कोई भी कारोबार बंद हो सकता है, लेकिन खाने का कारोबार हमेशा चलता रहेगा. इसलिये बेझिझक आप इस काम को शुरू कर सकते हैं.
टिप्स
1. कोशिश करें कि आपके शहर वासियों को गुजराती फ़ूड खा कर वहां की फील आये.
2. शुरूआत में कम दाम रखें, जब लोग आपकी चीज़ पसंद करें, तो दाम बढ़ा सकते हैं.
3. क्वालिटी से समझौता न करें.
4. खाना बनाने और खिलाने का तरीका साफ सुथरा होना चाहिये.
फिर क्या इंडियावाले हो जाओ शुरू!
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