हरियाणा नॉर्थ इंडिया का बहुत ही पॉप्युलर स्टेट है किसी ना किसी बात के लिए हरियाणा सुर्खियों में रहता ही है। गुरूग्राम, अंबाला जैसे शहरों ने इतनी तरक्की कर ली है कि ये अब किसी मैट्रोपोलिटन सिटी से कम नहींदिखते। गुरूग्राम तो बड़ी-बड़ी कम्पनियों का गढ़ है, यहां गूगल से लेकर अमजॉन तक, दुनिया की सभी बड़ी कम्पनियों के ऑफिस हैं, लिहाजा यहां चहल-पहल का एक अलग ही लेवल है। और क्योंकि यहां काफी भीड़-भाड़ होती है लिहाजा यहां खाने पीने के भी कई तरह के अप्शन है जिसका लुत्फ उठाने अक्सर लोग यहां पहुंच ही जाते हैं। फास्ट फूड से मामले में यहां भी कोई कमी नहीं है। तो आपके लिए हरियाणा के शहरों में खाए जाने वाले बेस्ट स्ट्रीट फूड और उनके बिजनेस से जुड़ी सारी जानकारी यहां मौजूद है।
क्या है हरियाणा के लोगों की पसंद?
1. कचौड़ी
कचौड़ी हरियाणा में काफी पंसद की जाती है बड़े से बड़े रेस्टोरेंट से लेकर छोट-मोटे स्टॉल पर आपको कचौड़ी मिल जाएगी वो भी पूरे जायकों से भरी। कचौड़ी को आलू की ग्रेवी वाली सब्जी के साथ सर्व किया जाता है जो इसके टेस्ट को और भी मजेदार बना देती है। मैदे की लोइयां बनाकर उसमें मैश आलू की स्टफिंग भरी जाती है जिसके बाद उसे तेल में तला जाता है, गर्म-गर्म कचौड़ी को आलू की ग्रेवी वाली सब्जी के साथ पेश किया जाता है।
रॉ मैटीरियल
कचौड़ी बनाने के लिए आपको इन सब चीज़ों की जरूरत पड़ेगी
- मैदा
- आलू
- मिर्च-मसाले
- तेल
- प्याज़
- हरी मिर्च
तो अगर आपके मन में कचौड़ी का बिजनेस खोलने की बात आ रही है तो आप इसे आसान से खोल सकते हैं क्योंकि इसमें लगने वाली लागत बेहद कम है, और मुनाफा कई ज्यादा। दरअसल कचौड़ी एक ऐसी डिश है जिससे घर-घर में पसंद किया जाता है और इसलिए इसके ग्राहकों की गिनती भी काफी ज्यादा है तो आप भी इस गिनती का फायदा उठाकर अपने बिजनेस को चमका सकते हैं। 30 रूपये प्लेट में बिकने वाली कचौड़ी में 12 रूपये का फायदा आपका ही है, आपको इसके लिए एक ऐसा स्टॉल लेना होगा जिसमें आप गैस बर्नर का इस्तेमाल कर सकें क्योंकि ये डिश गर्मागर्म ही परोसी जाती है। वहीं आलू की सब्जी आप पहले से बनाकर रख सकते हैं लेकिन कचौड़ी आपको गर्मागर्म ही तलनी होगी। शाम के वक्त इसे खरीदने वालों की भीड़ ज्यादा होती है, वहीं जब भी बिजनेस खोलें तो जगह का ध्यान जरूर रखें किसी भीड़-भाड़ वाली जगह पर ही स्टॉल लगाएं। दोस्तों फूड बिजनेस टेस्ट का बिजनेस है और छोटी-छोटी बातों का बी सीधा असर स्वाद ही पड़ता है तो ऐसा कोई काम ना करें जिससे स्वाद में असर पड़े।
2. पकौड़े
पकौड़े हर किसी के फेवरेट होते हैं फिर चाहे वो आलू के हो या प्याज के हर कोई इसके ज़ायकों में खो जाता है और इसी तरह के पकौड़े यहां भी काफा चाव के साथ खाए जाते हैं। आलू, प्याज, गोभी जैसी सब्जियों को बेसन के घोल में लपेट कर गर्मगर्म तेल में तला जाता है और फिर करारे-करारे पकौड़ों को सर्व किया जाता है, लोगीं को पकौड़े इसलिए भी पसंद आते है क्योंकि इनमें घर से स्वाद का एहसास होता है। और पकौड़ों को कभी ना बोल ही नहीं सकता।
रॉ मैटीरियल
- आलू
- प्याज़
- हरी मिर्च
- बेसन
- तेल
- मिर्च-मसाले
- चटनी बनाने का सामान
दोस्तों पकौड़े तो भारत के सबसे पुराने और पसंदीदा टी-टाइम स्नैक्स में से एक हैं। चाय और पकौड़ों की तो जय और वीरू वाली दोस्ती है। और आज इस दोस्ती का फायदा उठाकर कई लोग मलामाल हो रहे हैं। तो अगर आप भी पकौड़ों का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आप कम लागत में ज्याद मुनाफा कमा सकते हैं, शाम के वक्त कुछ घंटों के लिए किसी जगह को अपने बिजनेस के लिए चुन लें और यहां जाकर गर्मागर्म पकौड़े बेचें। दोस्तों ज्यादातर पकौड़े वाले अपने पकौड़ों को घर से ही हॉफ कुक करके लाते हैं और कस्टमर की डिमांड पर उसे तेल में डालकर और पका लेतें है जिससे वो फिर से गर्म हो जाते हैं। इस तरह से आपको टाइम सेव होता है । बाकी 30 रूपये प्लेट में 10 पीस के हिसाब से बिकने वाले पकौड़ों में कमाई का अच्छा खासा मार्जन छिपा हुआ है। आपको एक छोटे से स्टॉल या ठेले की जरूरत है।
3. आलू टिक्की छोले के साथ
दोस्तों आलू टिक्की तो आपने बहुत खाई होगी लेकिन यहां मिलने वाली टिक्की की बात ही अलग है क्योंकि ये टिक्की सफेद छोलों के साथ परोसी जाती है जिसकी बात ही अलग होती है करारी-करारी आलू की टिक्की के छोले की सब्जी और साथ में कच्चा प्याज और धनिया, ये कॉम्बिनेशन अपने आप में लाजवाब है।
रॉ मैटीरियल
- आलू
- सफेद छोले
- तलने के लिए तेल
- प्याज़ , हरा धनिया
आलू टिक्की का बिजनेस शुरू करने के लिए आपको सबसे पहले जगह का ध्यान देना होगा किसी मार्केट को अपना टारगेट बनाइए क्योंकि मार्केट में सुबह से शाम तक कस्टमर आते ही रहते हैं। इसके लिए आप एक ठेला या रेहड़ी का इस्तेमाल करें। गैस और तवा भी आपको इसी ठेले पर सेट करना होगा । उसके बाद गर्मगर्म टिक्की को तेल में तल कर पहले से प्यार छोले की सब्जी के संग परोसें। 30 रूपये में बिकने वाली टिक्की में आप 15 रूपये तक का मुनाफा कमा सकते हैं।
4. काठी रोल्स
काठी रोल्स भी यहां की पहचान बनता जा रहा है, यूं तो ये एक नॉन वेज डिश है लेकिन इसका एक वेजिटैरियन वर्जन भी है यानि की दोनों ही तरह के कस्टमर इसका लुत्फ उठा सकते हैं। दरअसल काठी मतलब चिकन के कबाब होता है जिसे एक रोटी में रोल किया जाता है चटनी और कच्चे प्यार टमाटर के साथ । काठी रोल्स में यूज होने वाली रोटी मैदे से बनाई जाती है । वहीं इसके वेजिटैरियन वर्जन में सोयाबिन को सब्जियों के साथ मिलाकर के कबाब तैयार किये जाते हैं और उन्हें फिर रोल्स में डाला जाता है।
रॉ मैटीरियल
- मैदा
- चिकन/सोया
- प्याज
- टमाटर
- चटनी
- मस्टर्ड सॉस
- तेल
काठी रोल का बिजनेस भी ठेले से शुरू किया जा सकता है और धीरे-धीरे इसे अच्छे खासे फूड कॉर्नर तक पहुंचाया जा सकता है। इसके लिए आपको रोल्स के इस्तेमाल होने वाली रोटियों को पहले से हॉफ कूक करके रख लेना होगा साथ ही कबाब भी पहले ही तैयार करने होगे। बस कस्टमर की डिमांड पर आपको इन्हें तवे पर सेक कर प्यार, टमाटर चटनी और सॉस के साथ परोसना होगा। काठी रोल्स की कीमत कम से कम 60 रूपये होती है यानि की इसमें आपके मुनाफे का स्कोप बढ़ जाता है।
5. सोया चाप
सोया चाप सोयाबिन से बनती है जो खाने में बेहद स्वादिष्ट होती है । खाने में ये किसी फ्राइड मीट की तरह होती है। लेकिन ये डिश पूरी तरह से शाकाहारी है। इसके सोयाबिन होने की वजह से काफी मात्रा में प्रोटीन होता है जो आपके शरीर के लिए काफी अच्छा होता है । लेकिन इसे ज़ायकेदार बनाने के लिए इसे दही में मैरिनेट करके रखा जाता है और फिर तंदूर में सेका जाता है उसके बाद मसाले दार ग्रेवी में पका कर सर्व किया जाता है । इसके ज़ायके को और बढ़ाने के लिए इसे हरी चटनी, कच्चे प्याज, हरी मिर्च और धनिये के साथ परोसा जाता है। इस तरह से सोया चाप बेचने वालों की गुरूग्राम में काफी डिमांड है।
रॉ मैटीरियस
- सोयाबिन से बने चाप
- तेल
- तंदूर
- मक्खन
- दही
- मसाले
- प्याज
- धनिया
- मिर्च
- हरी चटनी
कैसे शुरू करें इनका बिज़नेस?
सोया चाप का बिजनेस इस वक्त काफी अच्छा रिस्पांस दे रहा है जो भी इस वक्त इस बिजनेस में हैं उन्हें काफी फायदा हो रहा है दरअसल सोया चाप ना सिर्फ स्कैन के तौर पर खाया जाता है बल्कि लोग डिनर में इसे सब्जी के तौर पर भी यूज करते हैं लिहाजा इसकी अच्छी खासी डिमांड है वहीं नॉन वेज ना खाने वालों के लिए ये बेस्ट अप्शन भी है। इसके इलावा ड्रिंक करने वाले भी सोया चाप को बेहद पसंद करते हैं। लेकिन इसक बिजनेस करने के लिए आपको थोड़ा ज्यादा बड़े सेट अप की जरूरत पड़ सकती है क्योंकि इसमें आपको तंदूर की भी जरुरत पड़ेगी। बाजार में एक प्लेट सोया चाप करीब 150 से शुरू होती है और अगर आप इसमें वैराइटी जोड़ देते हैं तो आप इसकी कीमत को और बढ़ा सकते हैं। 150 रूपये में कम से कम 40 रूपये का फायदा आपका तय है।
दोस्तों ऊपर जितने भी डिशेस का जिक्र हुआ है वो सभी जल्दी बनकर तैयार हो जाती है जब भी आप स्ट्रीट फूड बिजनेस के बारे में सोचें तो ऐसी डिश को सेलेक्ट करें जिसे बनाना आसान हो, जो कम समय में तैयार हो जाती हो क्येंकि सर्विस जितनी जल्दी होगी कस्टमर उतना हैप्पी होगा, और हैप्पी कस्टमर ही आपके पास बार-बार आएगा। बाकी जगह की रेकी करना, वहां आने वाले लोगों की भीड़ का अंदाज़ा लगाना ये सब आपको ही करना होगा। बाकी अगर एक बार आपके ज़ायके की तारीफ़ें हो गई तो फिर मक्खियां गुड़ तक अपने आप भी पहुंच जाएगी आपको ज्यादा मेहनत नहीं करनी होगी।
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