उत्तराखंड की खूबसूरती हर किसी को अपना दीवाना बना देती है. यहां के पहाड़, झरने, नदियां, और प्राकृतिक चीजों का हर कोई कायल है. हर साल देश विदेश से लाखों लोग उत्तर भारत के इस छोटे से राज्य में घूमने आते हैं. और अगर आप भी हाल फिलहाल में यहां अपने दोस्तों या परिवार के लोगों के साथ घूमने जा रहे हैं तो उत्तराखंड घूमने के अलावा यहां के फेमस खाने के व्यंजनों को चखना ना भूलिएगा. भारत का हर राज्य अपने अलग अलग खाने के चीजों के स्वाद को लेकर जाना जाता है. और उत्तराखंड के पारंपरिक व्यंजनों की तो बात ही निराली है. इनका स्वाद लेने के बाद आप भी इन खाने के व्यंजनों को भूल नहीं पाओगे.
उत्तराखंड या तो कोई धार्मिक यात्रा के लिए आता है तो फिर यहां के पहाड़ों पर ट्रेक करने के लिए. अकसर लोगों के दिमाग में उत्तराखंड को लेकर बस एडवेंचर करने और धार्मिक यात्रा के स्थान की ही छवि बनी है. लेकिन उत्तराखंड अपने अनोखे खाने को लेकर भी जाना जाता है. जो खाने की चीजें आपको यहां मिलेगी वो शायद ही आपने कभी देखी या सुनी होगी. और इसी के मद्देनजर आज मैं आपको बताऊंगा उत्तराखंड में सबसे अच्छे खाने और ट्रेडिशनल फूड के बारे में जिनका नाम आपने शायद ही सुना होगा. इनको खाने के बाद शायद ही आप इनका टेस्ट भूल पाएंगे. और हो सके तो इन अनोखे खाने के आइटम्स को आप बनाना सीख भी सकते हैं. और अपना खुद फूड स्टोर खोलकर यहां की संस्कृति और खाने को एक अलग पहचान दिला सकते हैं.
1. कंडाली का साग
जब भी उत्तराखंड के असाधारण खाने की बात होती है तो कंडाली के साग का स्थान सबसे ऊपर ही रहता है. ये एक कांडे के पौधे से बनने वाला साग है जिसे उबाल कर पकाया जाता है. यहां के निवासी कंडाली के साग को रोटी या फिर चावल के साथ बड़े चाव से खाते हैं. अगर आप हाल फिलहाल में उत्तराखंड घूमने का प्लेन बना रहे हैं तो एक बार इस स्वादिष्ट सब्जी को जरूर चखना. कंडाली के साग को उत्तराखंड के गढ़वाल और कुमाऊं के क्षेत्र के लोग अपने सर्वश्रेठ खानों की लिस्ट में सबसे ऊपर रखते हैं.
2. गहत के पराठे
ऐसा नहीं है की पराठों की अलग अलग वैरिटी केवल पंजाब प्रांत में ही पसंद की जाती हो. उत्तराखंड में बनने वाले गहत के पराठे के नाम शायद ही आपने सुना या खाया होगा. उत्तराखंड में गहत दाल से इसके पराठे बनाए जाते हैं और खूब पसंद भी किए जाते हैं. अगर आप भी पराठें खाने के शौकीन हैं तो आप को एक बार गहत की दाल के पराठे जरूरू ट्राई करने चाहिए.
3. झंगोरे की खीर
आप भी अगर मीठा खाने के शौकीन हैं तो आपको उत्तराखंड आकर झंगोरे की खीर एक बार जरूर खानी चाहिए. झंगोरा पूरे भारत में केवल उत्तराखंड में ही होता है और उगाया जाता है. लोग झंगोरे की खीर को बाचरे की खीर भी कहते हैं.
4. उरद की दाल के पकोड़े
उत्तराखंड का हसीन मौसम और साथ में उरद की दाल से बने पकोड़े सबसे बेस्ट कॉम्बिनेशन है. इसे यहां आसान भासा में वड़ा भी कहते हैं. ये उत्तराखंड के कुमाऊं और गढ़वाल के लोगों का एक स्थानीय व्यंजन है. उरद की दाल के पकोड़े अकसर यहां के लोग सामाजिक और पारिवारिक कार्यों के समय ज्यादा बनाते हैं.
5. बाड़ी
बाड़ी को कोदे के आटे से तैयार किया जाता है. इसे चून या फिर मंडुआ के आटे के नाम से भी जाना जाता है. बाड़ी को गहत की दाल या फिर फाणु साग के साथ खाया जाता है. इसे तैयार करने के लिए आटे को गरम पानी के साथ मिलाकर हलवे की तरह गाढ़ा कर के बनाते हैं. यहां के लोग अकसर कुछ भी खाना बनाने या पकवानों को तैयार करने के लिए कढ़ाई का प्रयोग करते हैं. वैसे ही बाड़ी को लोहे की कढ़ाई में बनाया जाता हैं.
6. अरसा
अरसा एक ऐसी पहाड़ी मिठाई है जिसका स्वाद लेने के बाद आप इसे ताउम्र नहीं भूल पाओगे. ये देवभूमी की असली मिठाई है. इसमें ना तो मावे की मिलावट है. ना चीनी जैसा जहर. इसे चावल को कूट के गुड के साथ मिलाकर फिर तेल में तल कर तैयार किया जाता है. पहाड़ के गांव में जब कोई बेटी अपने ससुराल जाती है. तो उसके घर वाली मिठाई के तौर पर अरसे ही देते हैं. शुद्ध चीजों से बनने वाली ये मिठाई कई दिनों तक खराब नहीं होती.
7. बाल मिठाई
अरसे की तरह बाल मिठाई भी उत्तराखंड की लोकप्रीय मिठाईयों में से एक है. खोए से बनने वाली ये मिठाई दिखने में बिलकुल चॉकलेट जैसी लगती है. ये खाने में कुकुरी और स्वाद में लाजवाब होती है. कहते हैं की अंग्रेजों के समय में वो लोग भी इसे बड़ी चाव के साथ खाते थे. और इसे लेकर इंग्लैंड गए थे. यहीं कारण है की आज बाल मिठाई ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, और अमेरिका के कई स्थानों में बिकती है.
क्यों खास है उत्तराखंड के पकवान?
उत्तराखंड के खाने की एक बात ये भी है की ये व्यंजन आपको देश में ज्यादा देखने को नहीं मिलेंगे. और अगर आप यहां की स्पेशल रेसिपी सीख गए और अगर आपके हाथों में अच्छा खाना बनाने का हुनर है तो फिर आपकी दुकान देश के किसी भी कोने ने चल जाएगी. बस आपके खाने की क्वालिटी इस राज्य में बिकने वाले खाने की क्वालिटी से कम नहीं होनी चाहिए. जैसे अल्मोड़ा को बाल मिठाई के शहर से भी जाना जाता है. और अगर किसी ने यहां की मिठाई खाई हो और उसे आपकी दुकान की मिठाई का टेस्ट वैसा नहीं लगा तो आपकी मेहनत पर पानी फिर जाएगा. इसके साथ ही शुद्ध घी और गुड से बनने वाले अरसे को बनाने के लिए पहले चावल की पिसाई की जाती है. लेकिन ये पिसाई किसी मसीन या सिलबट्टे में नहीं बल्कि जमीन में एक छोटा सा गड्डा कर के उसमें भिगोए हुए चावल डाल कर बड़े डंडे से कूटा कर की जाती है. जिससे इसका स्वाद निखर कर आता है. और असरे थोड़े क्रिंची बनते हैं. इन सब का ध्यान आपको रखना होगा. जिससे आपके खाने में भी यहीं टेस्ट आए. आप चाहे तो किसी उत्तराखंड के निवासी से आप इनकी रेसिपि पूछ सकते हैं. ऐसा ही कुछ अनोखा तरीका है कंडाली के साग को बनाने का. कंडाली के पौधे को अगर आपने अपने हाथों से छू लिया तो आप खुजली करते करते परेशान हो जाओगे. और अपने हाथों में लाल निशान पड़ जाएंगे. इसी लिए इसे बिछ्छू का साग भी कहते हैं. इसकी सबसे बड़ी बात ये है की ये उत्तराखंड की जमीन पर ही उगता है. हालांकि ये अकसर गांव के घरों में बनाया जाता है. और दुकानों में कम ही बिकता है.
कैसे खोल सकते हैं आप यहां के खाने का रेस्टोरेंट?
अगर आप भी उत्तराखंड के इन लाजवाब व्यंजनों का रेस्टोरेंट, फूड वैन या फिर ढाबा खोलना चाहते हैं तो आपको कोई दिक्कत नहीं आएगी. छोटे लेवल में ये काम शुरु करने के लिए फूड रेगुलेटर FSSAI ज्यादा रोडे नहीं डालती. आपको यहां के खाने के बिजनेस शुरु करने के लिए कुछ बातों का ख्याल रखना होगा. अगर आप उत्तराखंड के ही हैं तो आपने अनुमन ये सभी व्यंजनों को खाया या चखा जरूर होगा. लेकिन अगर आप दूसरे राज्य से हैं और अपनी जगह में इनका बिजनेस शुरु करना चाहते हैं तो आपको इनके जैसा टेस्ट, खाने की क्वालिटी और हाईजीन का ज्यादा ध्यान रखना होगा. रेस्टोरेंट हो या फिर कोई अन्य काम अधिकतर लोगों को काम शुरु करने में कोई खासी दिक्कत नहीं आती लेकिन उसे चलाने में कई लोग मार खा जाते हैं. आपका रेस्टोरेंट या फिर दुकान चाहे कितनी भी बड़ी हो लेकिन क्वालिटी अच्छी नहीं हुई तो कोई आपकी दुकान में नहीं आएगा. फिर चाहे आप कितना भी सस्ता खाना देते हों या आपकी दुकान किसी अच्छी लोकेशन पर ही क्यों ना हो. इसके साथ ही अपने खाने का बिजनेस शुरु करने के लिए आपके पास पैसा, अच्छा मेनू, लोकेशन और क्वालिटी होनी चाहिए. आज रेस्तरां खोलने के अनेखो आईडिया मौजूद है.
खाने का बिजनेस शुरु करने के लिए किन बातों का रखें ख्याल?
- आपको पता होना चाहिए आप किस चीज का रेस्तरां खोल रहे हैं. आप फास्ट फूड बेचना चाहते हैं तो फास्ट फूड के ही आईटम रखें. या अगर कोई खास डिश आपको बनानी आती है तो उसी की दुकान या ढाबा खोलें. अगर आपकी दुकान अच्छी चल रही है तो उससे मिलत जुलता कुछ और भी आप अपनी दुकान में बेच सकते हैं.
- रेस्तरां या फिर कुछ भी खाने का काम शुरु करने के लिए आपको स्थानीय संगठन की तरफ से फूड लाइसेंस और परमिट हासिल करना होता है. आप अपने रेस्तरां या फिर खाने की दुकान में क्या और कैसा खाना बेचना चाहते हैं इसकी जानकारी भी फूड विभाग को देनी होती है. इसके अलावा दुकान के मालिकों को मिलने वाली बीमा कवरेज भी हासिल करनी होती है.
- शुरु में आपको कितना पैसा लगाना है इस पर भी आपको अच्छे से सोच विचार करना चाहिए. शुरु में आप सारा सामान खुद का ही खरीदना चाहते हैं या फिर किराए का समान लेना चाहते हैं. अपने बजट के हिसाब से ही सब कुछ प्लेन करेंn अपने बिजनेस को किस तरह से आगे बढ़ाना है और तरक्की की राह पर पहुंचाना है ये आपको ही सोचना पड़ेगा कोई भी आ कर आपको नहीं बताएगा.
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