अपने बिज़नेस के लिए ईको-फ़्रेंड्ली पैकिजिंग कैसे करें? क्या हैं इसके फ़ायदे?

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अपने बिज़नेस के लिए ईको-फ़्रेंड्ली पैकिजिंग कैसे करें? क्या हैं इसके फ़ायदे?

पर्यावरण में जिस तरह के बदलाव आ रहे हैं उनसे कोई भी अनजान नहीं है. आजकल अलग-अलग तरह के बिज़नेस सामने आ रहे हैं और बहुत से ऐसे बिजनेस है जिन से पर्यावरण को बहुत ज्यादा नुकसान हो रहा है. आजकल के माहौल को देखते हुए यह हमारा कर्तव्य है कि हम इस तरह से काम करें कि हम अपने पर्यावरण को कम से कम या फिर ना के बराबर नुकसान पहुंचाएं.

आपको यह जानकर हैरानी होगी कि बहुत ही छोटे छोटे बदलाव करते हुए भी आप पर्यावरण को बचाने के लिए बहुत बड़े कदम उठा सकते हैं जरूरत है तो सिर्फ अपने रोजमर्रा के काम में किसी ना किसी तरह का बदलाव करने की.

जी हां! क्या आप यह सोच सकते हैं कि आप अपने बिजनेस में अगर पैकेजिंग करने के तरीके को इको फ्रेंडली बना ले तो आप पर्यावरण को बहुत ज्यादा नुकसान से बचा रहे हैं. किसी भी बिजनेस में पैकेजिंग करते हुए बहुत ज्यादा प्लास्टिक या फिर इस तरह की चीजों का इस्तेमाल किया जाता है जो आगे चलकर वातावरण को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचाती है इसीलिए कोशिश करें कि आप आज ही इको फ्रेंडली पैकेजिंग की तरफ एक कदम रख रहे हैं. यहां पर अगर आप परेशान हैं कि कैसे आप अपने बिजनेस में पैकेजिंग को इको फ्रेंडली बना सकते हैं तो हम आपके लिए बहुत से ऐसे आइडियाज लाए हैं जिन्हें अपनाते हुए आप यह कदम उठा सकते हैं. आए जानते हैं कैसे आप अपने बिजनेस के लिए इको फ्रेंडली पैकेजिंग कर सकते हैं और इसके क्या फायदे हैं.

व्यर्थ होने वाली चीजों को कम से कम करें पैकेजिंग में इस्तेमाल

पैकेजिंग करते हुए हम केवल बॉक्स इस्तेमाल नहीं करते हैं बल्कि बहुत ही ऐसी चीजें इस्तेमाल करते हैं जो आगे चलकर व्यर्थ हो जाती हैं. लेकिन दिक्कत यह है कि यह चीजें किसी भी तरह से दोबारा बायोडिग्रेडेबल नहीं हो पाती हैं जैसे कि थेर्मोकोल बॉल, छर्रे या फिर बहुत ज्यादा प्लास्टिक बबल इस्तेमाल करना.

जितना ज्यादा हो सके इन चीजों को कम इस्तेमाल करें हालांकि हम यह जानते हैं कि जब आप कोई भी उत्पाद अपने कस्टमर तक पहुंचाना चाहते हैं तो आप बिल्कुल भी है नहीं चाहते हैं कि वह उत्पाद उन्हें टूटी-फूटी अवस्था में मिले इसीलिए कोई भी डिलीवर करने वाली संस्था या चाहती है कि वह पूरी तरह से तसल्ली के बाद ही उत्पाद को लोगों तक पहुंचाएं. लेकिन यहां पर आपको एक छोटा सा बदलाव यह करना है कि आप उन चीजों की क्वांटिटी कम कर सकते हैं जैसे कि बबल रैप को धड़ल्ले से इस्तेमाल ना करते हुए आप कहीं ना कहीं उसको लेकर सतर्क हो जाएं क्योंकि आपको यह ध्यान में रखने की जरूरत है यह चीज आगे चलकर पर्यावरण को नुकसान पहुंचा सकती है इसीलिए जितना ज्यादा हो सके अपशिष्ट बनाने वाले पदार्थ को इस्तेमाल करने से बचें.

इसीलिए रीसायकल किया जाने वाला प्लास्टिक आदि इस्तेमाल करें और ऐसी ही पैकेजिंग  इस्तेमाल करें जिसे डिस्पोज करना आसान हो.

बायोडिग्रेडेबल पैकेजिंग का करें इस्तेमाल

बायोडिग्रेडेबल पैकेजिंग सामग्री ऐसी होती है इसमें पर्यावरण के अनुकूल ही देशों के साथ पैकेजिंग की जाती है. हालांकि हो सकता है कि यह पैकेजिंग आपको सामान्य की तुलना में थोड़ी सी महंगी लगे लेकिन आप हमेशा ही है ध्यान रखें कि ऐसा करते हुए आप पर्यावरण पर बहुत बड़ा एहसान कर रहे हैं. आसान होता है बिल्कुल भी पर्यावरण के लिए हानिकारक नहीं होते हैं इसीलिए पर्यावरण के प्रदूषण में यह किसी भी तरह का कारण नहीं बनते हैं.

बायोडिग्रेडेबल पैकेजिंग में शामिल है ;

1. मूंगफली के छिलके से पैकिंग

बहुत से देशों में पैकेजिंग के लिए फॉर्म के प्रोडक्ट यूज करने पर बैन लगा दिया गया है. इसीलिए इस चीज से छुटकारा पाने के लिए बहुत से बिजनेस और बहुत सी कंपनियां बायोडिग्रेडेबल पैकिंग पीनट जाने की मूंगफली के छिलकों का इस्तेमाल करते हुए इको फ्रेंडली पैकिंग को बढ़ावा दे रही है. इस पैकिंग में सबसे अच्छी बात है कि यह बहुत ज्यादा लाइटवेट होती है और बहुत खर्चीली भी नहीं होती साथ ही किसी भी तरह के नुकसान से यह आपके उत्पाद को बचा सकती है. देखा गया है कि अगर आपका उत्पाद दुर्भाग्यवश किसी नदी या फिर पानी के संपर्क में आ जाता है तब भी यह पैकेजिंग पूरी तरह से उत्पाद को बचाकर रखती है.

2. कॉर्न स्टार्च पैकेजिंग

हाल ही के समय में कौन स्टार पैकेजिंग और भी लोगों का रुझान काफी देखा गया है. स्टार्च पैकेजिंग में सबसे अच्छी बात है कि इसकी बहुत सी प्रॉपर्टी प्लास्टिक से ही मिलती है इसीलिए यह काफी हद तक इको फ्रेंडली पैकेजिंग को बढ़ावा तो दे ही रहा है और आपके उत्पाद को भी उसी तरह से सुरक्षित रखता है. इसमें सबसे बड़ा फायदा यह है कि टॉर्च से पैकेजिंग करते हुए आप अपने उत्पाद के अनुसार ही पैकेजिंग बॉक्स तैयार कर सकते हैं और अच्छी तरह से उसे चैक करते हुए इको फ्रेंडली पैकेजिंग को अपना सकते हैं.

3. कागज और गत्ते के बॉक्स इस्तेमाल करना

कागज  और गत्ते का इस्तेमाल काफी लंबे समय से पैकिंग के लिए किया जाता रहा है. हालांकि हमने देखा है कि इन सब का इस्तेमाल हम कम दूरी के लिए डिलीवरी करते समय करते हैं लेकिन अगर हम अच्छी तरह से पैकिंग करते हैं तो यह पैकेजिंग काफी हद तक कारगर साबित होती है. किसी भी ऐसे उत्पाद को टाइप करते हुए जिसके टूटने का डर है आप उसमें कागज की लेयर दे सकते हैं और उसे गत्ते में अच्छी तरह से पैक करते हुए अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचा सकते हैं. इसीलिए अगर आप इको फ्रेंडली पैकेजिंग की तरफ एक कदम बढ़ाना चाहते हैं तो आप अपने छोटे और ऐसा सामान जिसके टूटने के आसार कम होते हैं उसके लिए इस पैकेजिंग का इस्तेमाल करना शुरू कर सकते हैं.

bio-degradable plastic utensils on white background

4. बबल रैप की जगह बायोडिग्रेडेबल बॉक्स का इस्तेमाल

बबल रैप में बबल को पॉप करते हुए सभी को बहुत मजा आता है लेकिन क्या हमने कभी सोचा है कि पर्यावरण को इसका कितना नुकसान पहुंचता है. इन सब को देखते हुए आजकल बबल रैप की जगह पर एक ऐसा बॉक्स इस्तेमाल किया जाने लगा है जो आप के उत्पाद को उतना ही सुरक्षित रखता है लेकिन वह पूरी तरह से बायोडिग्रेडेबल होता है. इसीलिए आप भी इस बॉक्स का इस्तेमाल अपनी पैकेजिंग में कर सकते हैं.

5. मशरूम पैकेजिंग

इस पैकेजिंग में खेतीबाड़ी से बचे हुए अपशिष्ट पदार्थ का इस्तेमाल करते हुए इको फ्रेंडली पैकेजिंग की जाती है. आपको यह पढ़ने में अजीब लग सकता है लेकिन वैज्ञानिकों ने जाना है कि मशरूम की जड़ें पैकेजिंग के लिए बहुत अच्छी साबित हुई है और यह हमारे पर्यावरण के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद साबित हुई है. स्वीडिश स्वीडन देश में एक बहुत ही बड़े रिटेलर ने सबसे पहले मशरूम पैकेजिंग को इस्तेमाल करना शुरू किया है और उनके लिए काफी कारगर साबित हुई है.

ऑर्गेनिक फैब्रिक का इस्तेमाल ऑर्गेनिक फैब्रिक जैसे कि रीसाइकिल्ड कपास केला या फिर अनानास के छिलके आदि को भी प्रोसेस करने के बाद पैकेजिंग के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. यह सारे के सारे मेटेरियल लगभग 100 दिन के अंदर अंदर बायोडिग्रेड हो जाते हैं और पर्यावरण को किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाते हैं.

यह सब तरीके आपको अभी सुनने में अटपटा लग सकते हैं लेकिन इन सब चीजों का इस्तेमाल बायोडिग्रेडेबल पैकेजिंग करने के लिए शुरू किया जा चुका है. इसमें सभी तरह की चीजें ऐसी हैं जो आपके प्रोडक्ट को किसी तरह का नुकसान भी नहीं होने देती है और साथ ही यह पर्यावरण को भी किसी तरह का हानि नहीं पहुंचाती है.

इको फ्रेंडली पैकेजिंग के क्या है फायदे ?

इको फ्रेंडली पैकेजिंग पर आजकल बहुत ज्यादा जोर क्यों दिया जा रहा है इसमें आपको बहुत ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है. जिस तरह से बिजनेस और कंपनी चलाने के लिए पर्यावरण का हनन किया जा रहा है उसके चलते इको फ्रेंडली पैकेजिंग करना हमारा कर्तव्य बन चुका है आइए जानते हैं कि इस पैकेजिंग के क्या फायदे हैं;

1. कम लागत

शुरुआत में हो सकता है कि आपको इन इको फ्रेंडली पैकेजिंग तरीकों को अपनाने में थोड़ी सी परेशानी हो लेकिन आगे चलकर आप महसूस करेंगे यह बाकी पैकेजिंग के सामान के मुकाबले बहुत ज्यादा कम लागत में आपका काम कर देता है.

2. ब्रांड की छवि में सुधार

जब भी आप पर्यावरण को लेकर कोई भी कदम उठाते हैं आगे चलकर यह मार्केट में आपके ब्रांड की पॉजिटिव फ्री बनाने में कहीं ना कहीं काम करता है सोशल मीडिया और हाइपर अवेयरनेस किस युग में अपनी खरीदार के दिमाग में एक सकारात्मक धारणा बनाना बहुत ज्यादा जरूरी है.

आसानी से हो जाती है रीसायकल इन सब इको फ्रेंडली पैकेजिंग को इस्तेमाल करने का सबसे बड़ा फायदा है कि इन्हें आसानी से फ्री साइकिल किया जा सकता है.

eco friendly cloth pouches with cinnamon sticks and dried orange slice

3. कस्टमर बेस बढ़ाने में फायदा

आजकल सभी लोग पर्यावरण को लेकर जागरूक हो रहे हैं ऐसे में कस्टमर का एक बहुत बड़ा हिस्सा ऐसे लोगों का आता है जो इको फ्रेंडली पैकेजिंग के आधार पर ही आपके बिजनेस के साथ जुड़ सकते हैं और स्टॉक जैसा कि पहले भी बताया गया है यह आपके बिजनेस को एक पॉजिटिव इमेज देता है उसी तरह से यह आपके कस्टमर बेस को बढ़ाने में भी बहुत ज्यादा मदद करता है.

तो अब देर न करें और जल्द से जल्द अपनी इस्तेमाल की जाने वाली पैकेजिंग को इको फ्रेंडली पैकेजिंग में बदलते. आप महसूस करेंगे कि आप पर्यावरण को बचाने को लेकर एक कदम आगे बढ़ाते हुए खुद ही बहुत ज्यादा अच्छा महसूस कर रहे हैं. आने वाले समय में यह हमारा कर्तव्य है कि हम इस तरह के कदम उठाते रहे और पर्यावरण के लिए कुछ ना कुछ अच्छा करते रहे.

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