यदि आपके पास लगाने को पैसा है तो किराना स्टोर खोलना कोई बड़ी बात नहीं है। हालाँकि एक 'सफल' किराना स्टोर खोलने के लिए सिर्फ पूँजी ही नहीं, एक उन्नत सोच की भी आवश्यकता है। सही समय पर सही कस्टमर तक सही दाम में सही सामान कैसे पहुंचाना है, यह समझना एक किराना स्टोर मालिक के लिए बहुत आवश्यक है।
नीचे दी गयीं कुछ बातों को ध्यान में रखकर आप भी अपना एक 'सफल' किराना स्टोर खोल सकते हैं।
चुनें एक उपयुक्त लोकेशन
यह आवश्यक नहीं कि एक अच्छी लोकेशन आपके बिज़नेस की सफलता की गारंटी हो, परन्तु ये निश्चित है कि एक ख़राब लोकेशन आपके बिज़नेस को ज़रूर डुबो देगी। इसलिए कोई भी किराना स्टोर खोलने से पहले उसकी लोकेशन पर अच्छी तरह से विचार करना बहुत ज़रूरी है। आपको पता होना चाहिए कि आपके कस्टमर कहाँ मिलेंगे। उसी को ध्यान में रखकर आपको अपने स्टोर की लोकेशन पर निर्णय लेना चाहिए। अपने प्रतियोगियों पर भी नज़र रखें। आसपास जितने कम प्रतियोगी हों, उतना ही आपके बिज़नेस के लिए अच्छा है। इसके साथ ही आप जो भी लोकेशन चुनें, ध्यान रखें वहां सिक्योरिटी, पार्किंग, पब्लिक ट्रांसपोर्ट आदि जैसी सुविधाएं आसानी से उपलब्ध हों। साथ ही अपनी फाइनेंशियल स्थिति का भी ध्यान रखें। बहुत ज़्यादा महंगी जगह आपको लॉस में ले जा सकती है। लोकेशन सम्बंधित ज़रूरी लाइसेंस और परमिट्स जुटाना भी एक ज़रूरी काम है।
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समझदारी से करें इन्वेस्टमेंट
उपलब्ध पूंजी को सही तरीके से इन्वेस्ट करना भी एक सफल बिज़नेस के लिए बहुत ज़रूरी है। किराना स्टोर खोलने के लिए आप दो तरीकों से अपना पैसा इन्वेस्ट कर सकते हैं।
1) फ्रैंचाइज़ी
पहला तो आप किसी बड़े लेवल के डिपार्टमेंटल स्टोर की फ्रैंचाइज़ी खरीद सकते हैं। इससे आपको, सम्बंधित ब्रांड द्वारा,स्टोर खोलने से लेकर चलाने तक पूरा सपोर्ट मिलेगा। बदले में आपको फ्रैंचाइज़र को एक शुरूआती शुल्क और समय समय पर तय रॉयल्टी चुकानी होगी। फ्रैंचाइज़ी आपको इसके बदले अपना ट्रेडमार्क और अपने प्रोडक्ट्स, सर्विसेज बेचने का अधिकार देती है। अपने एरिया में उपलब्ध फ्रैंचाइज़ी की जानकारी के लिए आप इंटरनेट पर मौजूद वेबसाइट्स सर्च कर सकते हैं।
2) स्वचालित स्टोर
आप किसी भी ब्रांड के अंतर्गत न आकर स्वचालित स्टोर भी खोल सकते हैं। इसमें फ्रैंचाइज़ी के मुकाबले कम खर्च आता है। हालाँकि इसमें सब कुछ आप को खुद ही अरेंज करना होगा। आप अपने बजट और लोकेशन के आधार पर इन्वेस्ट कर सकते हैं। लोकल कस्टमर्स की पसंद नापसंद को ध्यान में रखते हुए अपना स्टोर डिज़ाइन करें ताकि वे आपकी दुकान से जुड़ाव महसूस कर पाएं। आसपास सबसे अधिक बिकने वाले प्रोडक्ट्स की पहचान करें और अपनी दुकान में उनका स्टॉक रखें। अच्छे और सही दाम लेने वाले डिस्ट्रीब्यूटर्स से संपर्क करें। ईमानदारी और गुणवत्ता से अपने कस्टमर्स का भरोसा जीतें और उनसे अच्छे रिश्ते बना कर रखें। कोशिश करें कि आपके किराना स्टोर में आपके कस्टमर्स की ज़रूरत का लगभग हर सामान उपलब्ध रहे।
3) बेचने के लिए चुनें सही सामान
आपके आसपास जो भी किराना स्टोर हैं, सम्भव हो तो उन पर एक छोटी सी स्टडी करें। ध्यान दें वे किस ब्रांड के कौन से प्रोडक्ट बेच रहे हैं। उनके अच्छे बिकने वाले प्रोडक्ट कौन से हैं, और कौन से प्रोडक्ट की कम बिक्री हो रही है ,इस पर भी गौर करें। पसंद-नापसंद और डिमांड जानने के लिए चाहें तो एक सर्वे आप अपने होने वाले कुछ कस्टमर्स पर भी कर सकते हैं। यह आपको अपने स्टोर के लिए सामान की लिस्ट बनाने में काफी मदद करेगा।
4) सामान के लिए चुनें सही सप्लायर
आप चाहें तो यह सामान डिस्ट्रीब्यूटर से सामान खरीद सकते हैं, या फिर डायरेक्ट होलसेलर या मैन्युफैक्चरर से भी संपर्क कर सकते हैं। डिस्ट्रीब्यूटर से सामान लेना आपको इन दोनों के मुकाबले थोड़ा महंगा पड़ सकता है। इसलिए बेहतर रहेगा यदि आपको कोई बढ़िया होलसेलर ही मिल जाए। एक बार आपका स्टोर सेटअप हो जाएगा तब होलसेलर और डिस्ट्रीब्यूटर आपसे खुद ही सम्पर्क बढ़ाने लगेंगे। ध्यान रखें आपके सप्लायर ऐसे ही होने चाहिए जो भरोसेमंद हों और समय से आपको अच्छी क्वालिटी के प्रोडक्ट सही दामों पर डिलीवर कर सकें। आप मार्किट में निकलकर इनके बारे में पूरी जानकारी अवश्य लें। समय-समय पर अपने वेंडर्स को परखते भी रहें। कुछ बड़े ब्रांड जैसे नेस्ले, डाबर, हिंदुस्तान यूनिलीवर आदि आपको थोक खरीदों पर काफी अच्छे डिस्काउंट दे सकती हैं। ऐसे ब्रांड्स के साथ खुद को रजिस्टर करें।
5) दुकान पर कितना रखें सामान?
बहुत ज़्यादा स्टॉक रखने से आपका पैसा फंस सकता है, और कम स्टॉक के कारण आप कस्टमर्स को निराश कर सकते हैं। इसलिए न ज़्यादा न कम, अपने पास लगभग दो हफ़्तों का स्टॉक रखें। सीज़न के साथ बदलती कस्टमर्स की डिमांड का ख़ास ख्याल रखें और पर्याप्त स्टॉक के साथ पहले से ही तैयार रहें।
6) स्टोर मार्केटिंग भी है ज़रूरी
अपने स्टोर के प्रमोशन और मार्केटिंग के लिए आप अपने स्टोर पर बैनर, फ्लायर्स आदि रखें। लोगों को आपकी दुकान याद रहनी चाहिए। अपने कस्टमर्स से उनका मोबाइल नंबर ले लें और एसएमएस के माध्यम से अपनी दुकान पर आने वाले नए ऑफर्स या प्रोडक्ट्स की जानकारी उन तक पहुंचाते रहें।
साथ ही, अपनी दुकान ऐसे समयों पर खुली रखें जब कस्टमर के आने की उम्मीद ज़्यादा हो। जैसे कि वीकेंड और शाम के समय पर लोग ज़्यादा खाली होते हैं। और हाँ, इस कोरोना काल में अपने स्टोर पर सेनिटाइज़र, टेम्परेचर चेक आदि जैसे अन्य सुरक्षा उपायों का उपयोग करना जारी रखें। और सबसे महत्वपूर्ण बात, अपनी व्यवसाय/बिज़नेस का जीएसटी (GST) नम्बर लेना न भूलें!
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