प्रभावशाली (इन्फ्लुएंसर) मार्केटिंग व्यवसाय को कैसे रफ्तार दें?

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प्रभावशाली (इन्फ्लुएंसर) मार्केटिंग व्यवसाय को कैसे रफ्तार दें?

आज के जमाने के व्यापार की बात करें तो तरह-तरह के व्यापार मार्केट में आ गये हैं। व्यापार की तरक्की के लिए ऐसे-ऐसे आधुनिक तरीके आ गये हैं जिनके बारे में कल्पना तक नहीं की गयी होगी। इन सब चीजों  में एक चीज आज के बिजनेस में कॉमन है, वो है सोशल मीडिया। आज की दुनिया सोशल मीडिया पर बसती है और वहीं पर दुनिया की सबसे बड़ी बाजार भी लगती है। दुनियाभर के लोग इस सोशल मीडिया के बाजार के ग्राहक हैं। यहां पर हर चीज बिकती है। अब तो सोशल मीडिया पर हिट होने वाला व्यक्ति भी इस मार्केट में बिजनेस कर सकता है। वो व्यक्ति लाखों-करोड़ों में खेल सकता है। इस तरह की हस्ती को मार्केट की भाषा में इन्फ्लुएंसर कहते हैं। वैसे इस अंग्रेजी के शब्द इन्फ्लुएंसर का मतलब प्रभाव या अपना असर डालने वाला शख्स होता है। मार्केटिंग में यही असर डालने वाला व्यक्ति बड़ी-बड़ी कंपनियों के काम आता है और उनसे लाखों रुपये कमाता है।

कौन होता है इन्फ्लुएंसर?

इन्फ्लुएंसर कोई खास व्यक्ति नहीं होता है, कोई सेलिब्रिटी नहीं होता है, कोई बहुत बड़ा वकील नहीं होता है, कोई बहुत बड़ा खिलाड़ी नहीं होता है, कोई बहुत बड़ा फिल्म स्टार, बिजनेस, राजनीतिज्ञ, सिंगर या डांसर नहीं होता है। बल्कि  इस तरह के सभी टैलेंटेड हस्तियां होतीं हैं जिसके गुणों पर मोहित होकर दुनिया में बहुत बड़ी संख्या में लोग उसे चाहते हैं।  ऐसे व्यक्ति सोशल मीडिया पर एक्टिव रह कर अपने समर्थकों की संख्या बढ़ाते रहते हैं। एक सीमा तक समर्थकों की संख्या बढ़ने के बाद इन्फ्लुएंसर के रूप में स्थापित हो जाते हैं। उनकी वीडियो, पोस्ट, फोटो, फिल्म, खेल आदि को अधिक से अधिक संख्या में लोग पसंद करते हैं तथा उसे फॉलो करते हैं। ये व्यूअर्स और फॉलोअर्स यहां तक उससे प्रभावित होते हैं कि उसकी बात पर पूरा भरोसा करने लगते हैं।  जिस व्यक्ति के लाखों व्यूअर्स और फॉलोअर्स हैं, वो मार्केट का सबसे अच्छा इन्फ्लुएंसर है। जिस व्यक्ति के जितने ज्यादा फॉलोअर्स होते हैं वो उतना ही महंगा इन्फ्लुएंसर होता है।

व्यापार जगत में इन्फ्लुएंसर का इतना महत्व क्यों है?

व्यापार जगत में इन्फ्लुएंसर का इतना अधिक महत्व इसलिये है क्योंकि उसके पास उसके खास क्षेत्र से जुड़े लाखों लोगों की लम्बी चौड़ी फौज होती  है। ये फौज उस इन्फ्लुएंसर के अपने क्लाइंट या ग्राहक तो हैं ही साथ ही ये ग्राहक इन्फ्लुएंसर के क्षेत्र से मिलते-जुलते क्षेत्र वाली व्यापारिक कंपनियों के भी ग्राहक बन सकते हैं। ये कंपनियां इन्फ्लुएंसर के ग्राहकों को अपना प्रोडक्ट बेचना चाहतीं हैं। इसके लिए इन कंपनियों को इन्फ्लुएंसर्स की सहायता की जरूरत होती है। यह सहायता कोई मुफ्त में तो देता नहीं है, इसलिये ये कंपनियां इन इन्फ्लुएंसर्स का अपने प्रोडक्ट की मार्केटिंग के लिये इस्तेमाल करतीं हैं। बदले में उनकी फीस भी चुकातीं हैं।

इन्फ्लुएंसर्स कंपनियों के लिए क्यों होते हैं फायदेमंद?

बिजनेस कंपनियों को हमेशा ही अपने प्रोडक्ट की मार्केटिंग कर उसे ब्रांड बनाने के लिए मार्केटिंग टीम या विभिन्न तरीके के प्रचार माध्यम की जरूरत होती है। वो यदि अपना प्रचार किसी सेलेब्रिटी, एडवरटाजिंग कंपनी से कराती है तो उसे भारी रकम खर्च करनी पड़ती है। इस तरह के प्रचार का मुख्य उद्देश्य भारी संख्या में लोगों तक प्रोडक्ट पहुंचाना होता है। लाखों लोगों तक प्रोडक्ट पहुंचाने का दूसरा विकल्प यह खोजा गया कि इन्फ्लुएंसर्स को ही इस्तेमाल क्यों न किया जाये क्योंकि  इन इन्फ्लुएंसर के पास  भी लाखों फॉलोअर्स होते हैं और ये सारे लोग उससे प्रभावित भी होते हैं। इससे उन कंपनियों का काम आसान हो जाता है। इन्फ्लुएंसर के नाम के साथ प्रोडक्ट को जोड़ने से भी कंपनी को फायदा मिलता है और वो प्रोडक्ट जल्दी ही ब्रांड भी बन सकता है। ये इन्फ्लुएंसर किसी भी सेलेब्रिटी या एडवरटाइजिंग कंपनी तथा प्रचार के अन्य साधनों पर होने वाले खर्च से काफी कम पैसे में किसकी कंपनी के प्रोडक्ट का प्रचार करते  हैं। इसलिये कंपनियां अपने फायदे के लिए इन्फ्लुएंशस को हायर करतीं हैं।

laptop with influencer word and icon on desk with people point finger to screen

कौन-कौन लोग बन सकते हैं इन्फ्लुएंसर?

इन्फ्लुएंसर कोई भी बन सकता है। उसमें टैलेंट होना चाहिये और सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर एक्टिव होना चाहिये। चाहे वह 10 साल का बच्चा बाल गणितज्ञ देवांश धनगर भी हो सकता है या 75 साल के अमिताभ बच्चन भी हो सकते हैं।  इन्फ्लुएंसर बनने की कोई उम्र नहीं होती है और न ही कोई फील्ड ही होती है।  सिंगर, डांसर, ट्यूटर, पेंटर, एक्टर, एक्ट्रेस, क्रिकेटर, फुटबॉलर, कॉमेडियन, कुक, आर्टिस्ट, म्युजिशियन, ब्लागर,राइटर, साइंटिस्ट, बिजनेसमैन, कारपोरेटर आदि कुछ भी काम करने वाला व्यक्ति इन्फ्लुएंसर बन सकता है।

एक अच्छा इन्फ्लुएंसर कैसे बना जा सकता है?

सबसे पहले एक अच्छा इन्फ्लुएंसर बनने के लिए व्यक्ति का इरादा पक्का होना चाहिये। अपनी मनपसंद फील्ड को चुनने के बाद कोई शख्स इन्फ्लुएंसर बनना चाहता है तो उसे अपनी फील्ड की बहुत ही गहराई से अधिक से अधिक जानकारी होनी चाहिये क्योंकि वह सोशल मीडिया के माध्यम से पूरी दुनिया के सामने आने की तैयारी कर रहा है। इस दुनिया में उसकी मनपसंद वाली फील्ड के अनेक बड़े-बड़े जानकार लोग भी हैं। उनसे उसका सामना हो सकता है। उनसे मुकाबला करने की पहले से ही तैयारी करनी होगी। आपको विशेष जानकारी देनी होगी। जब आप अपनी फील्ड के बारे में अलग हट कर स्पेशल जानकारी नहीं देंगे तो लोग आपसे क्यों प्रभावित होंगे। कहने का मतलब आपका टैलेंट दुनिया में यूनिक होना चाहिये। तभी लोग आपके काम को पसंद करेंगे और उसके बाद ही वो आपके व्यूअर्स या फालोअर्स बनेंगे।

इन्फ्लुएंसर के लिए बेस्ट सोशल मीडिया प्लेटफार्म

सोशल मीडिया के प्लेटफार्म अपनी करोड़ों यूजर्स के लिए दुनिया भर में मशहूर हैं। इन करोड़ों यूजर्स के बीच अनेक लम्बी-चौड़ी फैन्स फालोइंग वाले इन्फ्लुएंसर भी काफी संख्या में इन प्लेटफार्म पर एक्टिव रहते हैं। इन प्लेट फार्म पर इन्फ्लुएंसर के वीडियो, पोस्ट, टेक्स्ट, आडियो, आदि सामग्री को उनकी खासियत के आधार पर लोग पसंद करते हैं। इन तमाम तरह के सोशल मीडिया के प्लेटफार्मों में से कुछ खास ऐसे प्लेटफार्म हैं, जहां पर अपने टैलेंट को दिखाकर आप आसानी से इन्फ्लुएंसर बन सकते हैं। इनमें से कुछ खास प्लेटफार्म इस प्रकार हैं:-

  1. लिंक्डइन
  2. पिनरेस्ट
  3. इंस्टाग्राम
  4. टिक टॉक
  5. यू ट्यूब

अनुभवी इन्फ्लुएंसर्स का मानना है कि इन पांच सोशल मीडिया प्लेटफार्मों में से यूट्यूब ऐसा प्लेटफार्म हैख् जहां पर इन्फ्लुएंसर्स को सबसे अधिक पैसा मिलता है। ये प्लेटफार्म इन्फ्लुएंसर्स और बिजनेसमैन दोनों को बिजनेस देता है। यूट्यूब दुनिया का ऐसा सबसे बड़ा सर्च इंजन है जो गूगल के बाद सबसे अधिक सर्च किया जाता है। दुनिया का कोई भी प्रोडक्ट सबसे पहले यूट्यूब पर आता है। हॉलीवुड या बॉलीवुड की फिल्मों के टीजर और ट्रेलर सबसे पहले यूट्यूब पर ही आते हैं। इससे यू ट्यूब की पब्लिक एप्रोच पॉवर को जाना जा सकता है।

इन्फ्लुएंसर्स बनने से पहले की कुछ सावधानियां

इन्फ्लुएंसर की फील्ड काफी चकाचौंध वाली होती है, मतलब ये काफी चमक-दमक वाली होती है। दूर से देखने वाला शख्स इससे होने वाले फायदे और शोहरत देख कर लालच में आ जाता है और भावनाओं में बहकर यह बिजनेस शुरू करने के बारे में सोचने लगता है। ऐसे लोगों को चाहिये कि वो किसी भी अच्छे इन्फ्लुएंसर द्वारा की गयी मेहनत को अवश्य देखना चाहिये। उसके बाद ही सोच समझ कर फैसला करना चाहिये क्योंकि यह राह आसान नहीं है। काफी मेहनत व धैर्य मांगती है।

1. कोई व्यक्ति इन्फ्लुएंसर बनने के लिए अपनी लगी-लगायी जॉब को छोड़Þने की गलती कतई न करे। आपका बैकग्राउंड अच्छा नहीं है और आप जॉब छोड़कर इन्फ्लुएंसर बनने के लिए मैदान में आते हैं तो आपको निराशा भी हाथ लग सकती है क्योंकि इन्फ्लुएंसर बनकर कमाई करने में कितना समय लग जाये कोई पता नहीं होता है। कभी तो आपके द्वारा पेश किये कन्टेन्ट के पहले दूसरे वीडियो ही लोगों को पसंद आ जायें कि आपको इन्फ्लुएंसर बना दें । कभी कभी साल-दो साल या तीन साल तक वीडियो डालते रहें उसके बाद आपका नंबर इन्फ्लुएंसर बनने का आ सके। इसलिये जॉब के साथ साइड जॉब के रूप में प्रयास करें और जब इससे पर्याप्त कमाई होने लग जाये तब नौकरी छोड़ने के बारे में विचार करना चाहिये।

2. कम उम्र के बच्चों के लिए यह बहुत आवश्यक है कि वो पढ़ाई छोड़ कर इन्फ्लुएंसर बनने के लिए न चल पड़ें। उन्हें पहले अपनी पढ़ाई पूरी करनी चाहिये। उसके बाद ही इन्फ्लुएंसर बनने के बारे में सोचना चाहिये । वरना इन्फ्लुएंसर बनने के प्रयास में पढ़ाई की उम्र निकल गई और इन्फ्लुएंसर भी न बन पाये तब क्या करोगे। इसलिए पहले पढ़ाई जरूरी है।

इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग को किस तरह से बढ़ाया जा सकता है?

इन्फ्लुएंसर्स को चाहिये कि वो सोशल मीडिया पर अपने वीडियो, पोडकास्ट, फोटो, ब्लॉग्स, वेबसाइट आदि पर लगातार सामग्री डालकर अपनी फैंस फॉलोइंग को बढ़ाने का प्रयास करते रहें। मार्केट में अपनी धाक जमाये रखने या आगे बढ़ने के लिये कुछ खास उपाय भी करने चाहिये, जिनमें से प्रमुख इस प्रकार हैं:-

1. अपनी फील्ड की खास बातों का विशेष उल्लेख करें: इन्फ्लुएंसर्स के तौर पर आपने अपनी मनपसंद की फील्ड तो चुन ही रखी होगी। उस फील्ड की कुछ खास एक्टिविटी को लगातार अपने फैन्स के सामने लाते रहें और उससे प्रभावित होकर नये फैन्स भी आपको फॉलो कर सकते हैं। इससे आपके फॉलोअर्स बढ़ेंगे जो आपकी मार्केटिंग के लिए प्लस प्वाइंट होगा।

2. सही हैशटैग का इस्तेमाल करें: सोशल मीडिया पर लोग अपनी मनपसंद की चीजें हैशटैग देखकर तलाशते हैं। यदि आपका हैशटैग सही होगा और उनको पसंद आयेगा तो वो लोग आपको फॉलो कर सकते हैं। इसके लिए आपको सोशल मीडिया के प्लेटफार्मों पर काफी खोजबीन करनी होगी और उसके बाद हैशटैग का चयन करें।

3. हमेशा कुछ नयी खोज पेश करें: अपनी फील्ड की सर्विस या प्रोडक्ट के बारे में हमेशा कुछ न कुछ नयी खोज पेश करें। इससे आपके फैन्स में आपके प्रति आकर्षण बढेÞगा और उसके साथ कुछ नये फैन्स भी आपके प्लेटफार्म पर आ सकते हैं। इससे आपकी लोकप्रियता बढ़Þ सकती है।

4. हाई क्वालिटी की फोटो पोस्ट करें:  कभी भी खराब क्वालिटी की फोटो पोस्ट न करें। यदि कोई खराब फोटो गलती से पोस्ट हो जाये तो उसके लिए तत्काल सॉरी कहना ना भूलें। यदि आप खराब क्वालिटी वाली फोटो डालेंगे तो ये उम्मीद छोड़ दें कि कोई आपकी फोटो को पसंद भी करेगा ।

5. ईमानदारी व पारदर्शिता बरतें: आप जैसे भी हैं और आपका जो व्यक्तित्व है और आपके द्वारा डाली जा रही पोस्ट के प्रति ईमानदारी बरतें और उसमें पूरी पारदर्शिता बरतें। यह आपके और आपके फैन्स व फॉलोअर्स के बीच विश्वास का रिश्ता है। आपके प्रति वे अधिक विश्वास करके ही आपको फॉलो करते हैं। इसमें जरा सी भी गड़बड़ी हुई तो वे आपको छोड़ कर जा सकते हैं और आपके द्वारा प्रोडक्ट के प्रचार को भी ठुकरा सकते हैं।

6. अपने फॉलोअर्स के साथ अधिक व्यस्त रहें: अपने फॉलोअर्स के साथ संवाद बनाये रखें और उनके साथ व्यस्त रहें। अपने फॉलोअर्स के सवालों व कमेंट्स पर सोच समझ कर जवाब दें। ताकि उनको लगे कि आप उनकी हर बात की उतनी ही परवाह करते हैं जितनी कि वे आपकी बातों की परवाह करते हैं। फॉलोअर्स को खुश रखने के लिए उनके द्वारा किये गये सवालों व कमेंट्स की सराहना करते रहें।

7. नियमित पोस्ट करने का शेड्यूल बनायें: अपने फॉलोअर्स की संख्या बनाये रखने और उसमें इजाफा करने के लिए नियमित रूप से पोस्ट डालने का एक निश्चित शेड्यूल अवश्य बनायें। इसका कारण यह है कि एक व्यस्त इन्फ्लुएंसर के पास धीरे-धीरे समय कम होता जाता है और उसके पास पोस्ट डालने का भी समय नही होता है लेकिन पोस्ट न डालने से आपके फॉलोअर्स के बीच में गैप आ सकता है। यह गैप आपके फॉलोअर्स को आपसे दूर भी कर सकता है। इसलिए उन पर अपना प्रभाव बनाये रखने के लिए पोस्ट डालने का शेड्यूल अवश्य तय करें।

8. धोखाधड़ी की गलती कतई न करें: इन्फ्लुएंसर को चाहिये कि वह अपने फॉलोअर्स को बेचने की कोशिश न करें यानी अपने फायदे के लिए किसी गलत प्रोडक्ट या सर्विस की एप्रोच कतई न करें। साथ ही अपने फॉलोअर्स की संख्या बढ़ाने के लिए नकली फॉलोअर्स को शो करने की गलती कतई न करें क्योंकि आजकल मार्केटिंग कराने वाली कंपनियां इन्फ्लुएंसर और उसके समर्थकों के बारे में अच्छी तरह से जांच परख करतीं हैं, संतुष्ट होने के बाद ही किसी तरह का कॉन्ट्रेक्ट करतीं हैं। इसके अलावा  अनेक ऐप और टूल्स भी  मार्केट में मौजूद हैं जो इन बातों की पोल आसानी से पलक झपकते ही प्रमाण सहित खोल सकते हैं। इससे आपका पूरा बिजनेस ही चौपट हो सकता है।

9. धैर्य बनाये रखें: इन्फ्लुएंसर का काम बहुत धैर्य वाला है। इस काम में रातों रात सफलता मिलने की उम्मीद नहीं की जानी चाहिये। आपका अपने समर्थकों को अपनी ओर आकर्षित करने और उनका विश्वास जीतने में काफी समय लगता है। इसलिये आपको यह कतई नहीं सोचना चाहिये कि इतने समय में आपको कामयाबी मिल ही जायेगी। हो सकता है कि उससे अधिक समय लग जाये तो उसके लिए जल्दी से हार नहीं माननी चाहिये और धैर्य बनाये रखना चाहिये। सफलता आपको अवश्य ही मिलेगी।

इन्फ्लुएंसर कितने प्रकार के हो सकते हैं?

यह जरूरी नहीं है कि सारे इन्फ्लुएंसर एक ही प्रकार के होते हैं। इन्फ्लुएंसर में कई प्रकार की हस्तियां शामिल होतीं है जो अपने-अपने तरीके से अपने फॉलोअर्स को प्रभावित करतीं हैं। इन्फ्लुएंसर्स में सेलेब्रिटी, पॉवर इन्फ्लुएंसर, मैक्रो इन्फ्लुएंसर और माइक्रो इन्फ्लुएंसर हो सकते हैं। इनमें उद्योग विशेषज्ञ, विश्लेषक, पत्रकार और ब्लागर शामिल हैं। इन्फ्लुएंसर के फॉलोअर्स उनके कार्यशैली से प्रभावित होने वाले किसी भी उम्र या लिंग के किसी भी देश के रहने वाले हो सकते हैं।

1. सेलेब्रिटी अपनी चमक दमक के साथ अलग हो सकते हैं। जबकि विश्लेषक और पत्रकार अपने ज्ञान व विश्वसनीयता के कारण लोकप्रिय हो सकते हैं। इन सभी का अलग-अलग वर्गों पर प्रभाव होता है। उसी के हिसाब से कंपनियां अपने प्रोडक्ट की मार्केटिंग कराने के लिए स्पेशलिस्ट इन्फ्लुएंसर को चुनतीं हैं।

2. माइक्रो इन्फ्लुएंसर वे होते हैं जिनके फॉलोअर्स भले ही बहुत कम होते हैं लेकिन उन पर उनका बहुत अधिक प्रभाव होता है। इस तरह के इन्फ्लुएंसर से प्रोडक्ट की मार्केटिंग कराना लाभकारी होता है और वो प्रोडक्ट ब्रांड जल्दी ही बन सकता है।

3. मेक्रो इन्फ्लुएंसर वे होते हैं जिनके समर्थकों की संख्या बहुत अधिक होती है लेकिन उनका सभी पर पूर्ण नियंत्रण नहीं होता है। साथ ही कहा जाता है कि उनके समर्थक माउथ पब्लिसिटी करके प्रोडक्ट को अधिक से अधिक हिट कराने की क्षमता रखते हैं।

Influencer marketing word texted on the left side of table and on the other side 3 businessmen are dicussing

4. उद्योग विश्लेषक और विशेषज्ञ भी अपनी रेपुटेशन के आधार पर अच्छे इन्फ्लुएंसर साबित होते हैं। विशेषज्ञता के कारण उनसे अधिक से अधिक लोग प्रभावित हो जाते हैं और उनकी बातों को पूरा विश्वास करते हैं।

5. पत्रकारों का भी अपने फॉलोअर्स पर बहुत अधिक विश्वास रहता है। फॉलोअर्स का मानना होता है कि पत्रकार जो ईमानदारी से सच्ची खबरें प्रकाशित करता है वो किसी तरह की बेइमानी नहीं कर सकता है। इसलिये वे उस पर विश्वास करते हैं।

6. ब्लागर भी एक तरह से अपनी फील्ड का विशेषज्ञ होता है। उसके काम करने के अंदाज से जो फॉलोअर्स बनते हैं वे उस पर विश्वास करते हैं और उसे प्रभाव में जल्दी आ जाते हैं।

7. एक इन्फ्लुएंसर को एक ही विषय में अपनी विशेषज्ञता हासिल करनी चाहिये और उस विषय में लगातार अच्छी जानकारी देने से लोग प्रभावित होते हैं। इससे उसके फैन्स और फॉलोअर्स तेजी से बढ़ते हैं।

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