आज की बेरोजगारी के युग में हर इंसान परेशान है, जो पूरी तरह से बेकार है तो वह रोजगार पाने के लिए परेशान है। जो छोटी-मोटी प्राइवेट नौकरी कर रहा है वो भी परेशान है कि महंगाई के जमाने में घर-गृहस्थी चलाने का पूरा खर्चा नहीं मिल पा रहा है। टेंशन में रहते हैं, तमाम बाते सोचते रहते हैं, ये भी सोचते हैं कि इससे तो अच्छा है कि कोई भी छोटा-मोटा काम-धंधा कर लूं लेकिन खाने को पैसे पूरे नहीं पड़ रहे हैं तो बिजनेस कहां से शुरू करूं। यह बात तो सही है। इस समस्या का कोई हल नहीं है क्या? ऐसा नहीं है।
बस आपमें मेहनत करने का जज्बा हो और थोड़ी हिम्मत जुटाने की जरूरत है बस आपका काम समझिये बन गया। वैसे भी कहा जाता है कि जहां चाह वहां राह यानी जो आदमी किसी चीज को पाने की ठान ले तो वो मुश्किल तो होता है लेकिन नामुमकिन नहीं है। आपका इरादा पक्का हो, मेहनत करने का इरादा हो, अपने लक्ष्य से पहले रुकने वाले नहीं हैं तो आपके लिए नया बिजनेस शुरू करना कोई बड़ी बात नहीं है। इस जमाने में भी सभी तरह के बिजनेस की संभावनाएं हैं। यह समझ लीजिये कि गिनती एक से शुरू होती है और उसके पीछे जितने जीरो लगते जायेंगे वो संख्या उतनी बढ़ती जायेगी। बस आपको एक की जरूरत है। वो एक आप स्वयं हैं। बस थोड़ा सा दिमाग पर जोर दीजिये और आप अपना छोटा-मोटा बिजनेस शुरू कर सकते हैं। कोई काम छोटा नही होता है। हर काम छोटे से ही शुरू होता है। कोई भी पेड़ नहीं उगता बल्कि नन्हा सा बीज अंकुरित होता है और फिर धीरे-धीरे बढ़ता हुए एक दिन दरख्त बन जाता है। बस इसी तरह सोचना शुरू करें तो आपका भविष्य उज्जवल बन जायेगा।
कैसे शुरू करें लो-इन्वेस्टमेंट का बिजनेस
अब शुरू करते हैं बात कि किस तरह से भारत में किसी लो-इन्वेस्ट बिजनेस की शुरुआत कैसे करें। इस पर यदि टेक्निकली बात करेंं तो सबसे पहले आप तमाम छोटे मोटे काम-धंधों को देखे-परखें और उनमें से फिर अपने मनपसंद बिजनेस को छांट लें। ऐसा बिजनेस छांटें जिसका अनुभव हो तो अच्छा यदि नही तो आप उसे कहीं से सीख सकते हैं तो बेहतर होगा अथवा उसकी कोचिंग या कोर्स कर सकते हों तो और भी अच्छा होगा। उसके बाद आपको अपने बिजनेस से संबंधी मार्केट या कस्टमर देखना होगा जहां पर आप अपना बिजनेस कर सकते हैं। इसके बाद आप अपनी जेब तलाशें कि आप बिजनेस पर कितना खर्च कर सकते हैं। आपके बजट में कौन सा बिजनेस आ सकता है। वो बिजनेस दुकान से शुरू हो सकता है या शुरू में घर से ही काम चलाया जा सकता है। इसके अलावा आपके मनपसंद बिजनेस में किन-किन उपकरणों की आवश्यकता होगी। इन सब बातों को विचार करें।
1. ये हैं कुछ न्यूनतम बजट से शुरू होने वाले बिजनेस
सरकारी नौकरी का फॉर्म भरना, नाश्ते की दुकान, ऑनलाइन ट्यूशन,योग क्लासेज, बिंदी बनाने का बिजनेस, साइबर कैफे, जूस की दुकान, कारपेंटर का बिजनेस, फास्ट फूड का बिजनेस, कार्ड प्रिंटिंग का बिजनेस, अगरबत्ती बनाने का बिजनेस, मोमबत्ती बनाने का बिजनेस, बेकरी बिजनेस, इंटीरियर डेकोरेटर, किराने की दुकान, ग्राफिक डिजाइनिंग, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की रिपेयरिंग, बागबानी या गार्डनिंग का बिजनेस, वाहन धोने का बिजनेस यानी सर्विस सेंट, आचार एवं पापड़ का बिजनेस, इवेंट मैनेजमेंट, डीजे साउंड, होम कैंटीन, ब्यूटी पार्लर, मोबाइल रिपेयरिंग, फोटो कॉपी और बुक बाइंडिंग, जानवरों के खाने का उत्पाद, सिलाई-कढ़ाई, हेयर सैलून, बिल्डिंग्स एवं घरों की पेंटिंग का बिजनेस, पेपर प्लेट और कप बनाने का बिजनेस, पॉपकॉर्न बनाने का बिजनेस, आइसक्रीम बनाने का बिजनेस, मुर्गी पालन, पुराना सामान खरीदने एवं बेचने का बेचने का बिजनेस, घर में कोचिंग का व्यवसाय, सजावट का काम, चाट-पकौड़ी, ढाबा, छोले भटूरे, टी रेस्टोरेंट, बच्चों के खिलौने, टॉफी, बिस्कुट आदि की दुकान आदि ऐसे बिजनेस हैं, जिन्हें कम पूंजी में लगाया जा सकता है।
2. बिजनेस का सेलेक्शन सोच समझ कर करें
अब बात करते हैं कि लो इन्वेस्ट मेंट बिजनेस की शुरुआत कहां और कैसे की जाये। तो प्रत्येक बिजनेस का अलग-अलग तरीका होता है। लेकिन हम सबसे कम कीमत पर शुरू करने वाले बिजनेस की बात करते हैं तो पाते हैं कि खाने-पीने से जुड़े बिजनेस को आसानी से शुरू किया जा सकता है। जैसे बे्रेक फास्ट, बेकरी, होम कैंटीन, चटनी, अचार व पापड़ बनाने का बिजनेस है। इसमें आपको कोई भी बड़ा इन्वेस्टमेंट नहीं करना है। घर के बर्तनों व खुद की मेहनत तथा थोड़ा सा सामान लाकर शुरू किया जा सकता है। इस तरह का बिजनेस आपकी स्किल और प्रोडक्ट को यूनिक बनाने की कला पर डिपेंड करता है। इसके लिए आप किसी एक्सपर्ट से राय ले सकते हैं। यू ट्यूब पर पड़े वीडियो से भी टिप्स ले सकते हैं। वरना किसी एक्सपर्ट की सेवाएं ले सकते हैं।
3. फूड बिजनेस की शुरुआत इस तरह से करें
खाने-पीने के सामान का बिजनेस शुरू करने में जैसे अचार-पापड़ का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो अपने घर में ही थोड़ा सा सामान बनायें। कई बार बनायें और आस-पास के लोगों से टेस्ट करायें और उनका फीडबैक लें। जब आपके प्रोडक्ट की हर कोई जमकर तारीफ करने लगे। उस समय आप समझ जायें कि आपका प्रोडक्ट बिजनेस के लिए तैयार हो गया है। उस समय आप उसे फिर बेचना शुरू कर दें। इसके लिए आपको पहले घर से ही बिजनेस शुरू करना होगा। मार्केट में स्टाल लगा लें, या मार्केट अथवा साप्ताहिक पैठ में ठेली या दुकान लगायें। इसके साथ ही आप अपने प्रोडक्ट का प्रचार भी करें। गली-मुहल्ले में पोस्टर, लगा कर भी यह काम कर सकते हैं। उसके साथ आज के जमाने में ऑनलाइन प्रचार करना बहुत आसान है। इससे आपके प्रोडक्ट की पापुलेरिटी बढ़ेगी। उसके बाद आपके प्रोडक्ट की क्वालिटी और टेस्ट तथा सर्विस अच्छी होती तो आपका बिजनेस चल निकलेगा।
4. प्रोडक्ट का बिजनेस कहां-कहां से शुरू करें
आपको इस तरह का बिजनेस चलाने के लिए सबसे पहले उस एरिया को चूज करना होगा जहां पर लोग आपके प्रोडक्ट को पसंद कर सकते हैं या खरीद सकते हैं। अच्छी रेजिडेंशियल कॉलोनी की दुकानों पर अपने सामान की नुमाइश करें। अपने प्रोडक्ट को आम आदमी तक पहुंचाने के लिए दुकानदार को कमीशन का लालच दें। इसके अलावा इन दुकानों पर अपने प्रोडक्ट की अट्रैक्टिव प्रचार सामग्री भी लगाएं। साथ ही मार्केट में प्रचार सामग्री लगवाएं। विशेष कर जहां पर राशन की बड़ी-बड़ी दुकानें या स्टोर हैं। इससे आपके प्रोडक्ट की डिमांड आने लगेगी। आप अपनी पूंजी के हिसाब से ही अपना प्रोडक्ट तैयार करें। शुरू में तो आप कैश में ही आपको अपना प्रोडक्ट बेचना होगा। धीरे-धीरे आपका बिजनेस जैसे-जैस रफ्तार पकड़ता जायेगा आपके पास पूंजी सरप्लस होने लगेगी। उससे आप डिमांड तो पूरी कर ही लेंगे साथ ही थोड़ा अतिरिक्त कच्चा माल खरीद सकेंगे। शुरू-शुरू में आपको अपना प्राफिट भी कम रखना होगा ताकि जरूरत पड़ने पर दुकानो के माध्यम से प्रोडक्ट बेचना पड़ा तो दुकानदार को कमीशन दिया जा सके।
5. लीगल डाक्यूमेंट की ज्यादा झंझट नहीं
प्रत्येक बिजनेस के लिए कुछ सरकारी दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है। फूड प्रोडक्ट के लिए आपको शुरू-शुरू में केवल एफएसएसएआई सर्टिफिकेट की जरूरत होती है। इस सर्टिफिकेट के लेने के बाद आप अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं। इसके लिए आपको कहीं भाग-दौड़ करने की आवश्यकता नहीं है। इसके लिए वेबसाईट एफएसएसएआई डॉट गॉव डॉट इन पर जाकर अपने बिजनेस का रस्ट्रिेशन कर लीजिये। यह काम स्वयं न कर पायें तो किसी साइबर कैफे वाले से करा सकते हैं। इससे पहले अपना प्रोडक्ट किस नाम से बेचोगे वो नाम तय करना होगा। उसी नाम से तो आपके प्रोडक्ट का रजिस्ट्रेशन होगा। इसके अलावा आपको फिलहाल कोई अन्य लाइसेंस की जरूरत नहीं है। आपका बिजनेस 12 लाख रुपये अधिक जब प्रॉफिट देने लगेगा तब दूसरे लाइसेंस या सर्टिफिकेट की जरूरत होगी।
6. मार्केटिंग पर करना होगा ज्यादा फोकस
आपका प्रोडक्ट चाहे जितना अच्छा हो, उसके बेचने की कला आपको आनी चाहिये। यदि ये कला आप में नहीं तो आपको इस कला में माहिर लोगों को हायर करना होगा। इस तरह के प्रोडक्ट के लिए मार्केटिंग जबर्दस्त चाहिये। शुरू-शुरू में आप अपना प्रोडक्ट इस तरह तैयार करें कि उसके लिए मार्केटिंग में यदि थोड़ा पैसा खर्च करना पड़े तो वो भी उसी में एडजेस्ट हो सके। कहने का मतलब यह है कि जरूरत भर का प्रोडक्ट तैयार करके उसकी मार्केटिंग तैयार कर लें। उसके बाद जब आपको जैसे-जैसे आर्डर मिलते जायें, वैसे-वैसे आप सप्लाई करते जायें।
कैसे तयकरें अपने प्रोडक्ट की कीमतप्रोडक्ट को तैयार करने के बाद सबसे बड़ा सवाल यह होता है कि अपने प्रोडक्ट की कीमतें कैसे तय करें। अक्सर लोग यहीं पर गलती कर जाते हैं। सबसे पहले उन सारी चीजों को कैलकुलेट करें जिनसे आपका प्रोडक्ट तैयार हुआ है, यानी कच्चा माल की कीमत और बाजार दूर है तो आने-जाने का भाड़ा, इसको तैयार करने में लगने वाली घरेलू चीजें जैसे गैस, बिजली, पानी मेहनत, पैकेजिंग, ट्रांसपोर्टेशन आदि की लागत कैलकुलेट करनी होगी। इन सबके बाद आप अपना प्रॉफिट 40 परसेंट हो सकता है तो उसमें से 20 परसेंट ही रखें। 20 परसेंट मार्केटिंक व कमीशन के लिए रखें तो आपका बिजनेस सॉलिड चलेगा।
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