आह... आह... गोलगप्पे... इसका नाम सुनते ही न मुँह में पानी आ जाता है. दुनिया की यही एक वो चीज है, जिसे कभी भी कोई भी खा सकता है. दिन हो या रात... गोलगप्पे खाने के लिये कभी कोई मना नहीं कर सकता.
आप चाहे कितने ही बड़े क्यों न हो जायें, गोलगप्पे हमेशा बच्चों की तरह ही खाते हैं. गोलगप्पे की दीवानगी तो देखिये. कितने ही गोलगप्पे खा लो, आखिरी में भईया से एक्स्ट्रा पानी पूरी लेना नहीं भूलते.
इसलिये पानी पूरी हिंदुस्तान (India) के प्रसिद्ध फ़ूड आइटम्स में से एक है. कई जगह पर इसे गोलगप्पा कहा जाता है, तो कई जगहों पर पानी के बताशे. यानि अलग-अलग जगहों पर इसे अलग-अलग नाम से जाना जाता है. आपके शहर में इसे क्या बोलते हैं वो आपको ही पता होगा.
वैसे तो ये महिला और पुरुष दोनों का पसंदीदा आइटम है. पर इसकी पॉपुलैरिटी महिलाओं के बीच काफ़ी है. पुरुषों के मुकाबले महिलाएँ इसे खाने के लिये ज्यादा उतावली होती हैं.
अच्छा पानी पूरी की सबसे बड़ी ख़ासियत ये होती है कि इसका कोई ब्रांड नेम नहीं होता, जिसका मन किया वही गोलगप्पे की दुकान खोलकर खड़ा हो जाता है. कंपटीशन तो बस पानी का होता है.
गोलगप्पे (Golgappe) कहीं के भी हो, लेकिन उसका पानी मज़ेदार होना चाहिये. इसलिये कई जगहों की पानी पूरी खाने के बाद लगता कि दोबारा बस यहीं जाना है.
वहीं कई जगह इतनी बेकार की पानी पूरी बेची जाती है, जहां दोबारा जाने का कभी मन नहीं करता है. पानी पूरी की लगातार बढ़ती पॉपुलैरिटी को देखते हुए कई लोग इसका व्यापार करने की कोशिश करते हैं.
वैसे देखा जाये इस बिज़नेस में कोई बुराई नहीं है, बल्कि इसका भविष्य काफ़ी उज्ज्वल है. आज हो या आने वाला गोलगप्पे के लिये हमेशा ही उत्साहित रहेंगे. यही वजह के इस व्यापार में इंसान को कभी घाटे नहीं होगा.
हालाँकि, सिर्फ़ सोचने से ही बिज़नेस (Business) शुरू नहीं होता है. व्यापार करने के लिये बहुत कुछ करना पड़ता. दिमाग़, पैसा और मेहनत करके ही किसी काम को आगे बढ़ाया जा सकता है.
इसके बाद सवाल आता है कि गोलगप्पे का व्यापार किया कैसे जाये? आखिर कैसे हो इस व्यापार की शुरूआत? क्या हो इसका पहला क़दम और इसमें लगेगी कितनी रक़म?
तो टेंशन मत लीजिये काम शुरू करने से पहले किसी के भी मन में ये सब सवाल आयेंगे, जिनके जवाब हमारे पास हैं. आइये आपको बताते हैं कि आखिर पानी पूरी का व्यापार कैसे शुरू किया जा सकता है.
पानी पूरी बनाने के लिये चाहिये होगा कच्चा मटेरियल
गोलगप्पे बनाने के लिये आपको बहुत अधिक मात्रा में कोई भी चीज़ नहीं चाहिये होगी. पानी पूरी तैयार के लिये आपको आटा और सूजी चाहिये. क्योंकि मार्केट में दो तरह के गोलगप्पे बेचते हैं. पहले आटे वाले गोलगप्पे (Panipuri) और दूसरे सूजी के बतासे.
ये दोनों ही चीज़ें आपको मार्केट में आसानी से मिल जायेंगी. अगर आप इसे होलसेल में लेना चाहते हैं, तो किसी मैन्यूफैक्चर या होलसेलर से संपर्क कर सकते हैं.
इससे यह होगा ये कि आपको आटा और सूजी दोनों ही कम दामों में मिल जाएगा. हालाँकि, हर जगह इन दोनों ही चीज़ों के रेट अलग-अलग होते हैं.
गोलगप्पे बनाने के लिए मशीनरी
गोलगप्पे बनाने के लिये मशीन का इस्तेमाल किया जाता है, जिसे पानी पुरी मशीन कहते हैं. गोलगप्पे तैयार करने के लिये दो तरह की मशीनों का इस्तेमाल किया जाता है.
पहली मशीन आटा गूथने के लिये आती है. वहीं दूसरी मशीन पानीपुरी को बनाने के लिए जिसमें डाई लगी होती है. इन दोनों मशीनों की मदद से पानी-पूरी तैयार किया जा सकता है.
गोलगप्पे बनाने वाली मशीन की कीमत क्या होगी?
दरअसल, पानी पूरी बनाने के लिये जिस मिक्सर को इस्तेमाल किया जाता है. वो लगभग 25000 रुपये के आस-पास आ जायेगी. इसके बाद दूसरी मशीन जिससे पानी पूरी बना कर किया जाता है. वो लगभग 40000 रुपये की आती है. कुल मिला कर अगर आपके पास 60-70 हज़ार रुपये हैं, तो आप मशीन ख़रीद कर इसका व्यापार शुरू कर सकते हैं.
कहाँ से खरीदें मशीन ?
मशीन ख़रीदने के लिये आप आसपास के होलसेल विक्रेता से संपर्क कर सकते हैं. या फिर उनसे जो मशीन की मैन्युफैक्चरिंग करते हैं. थोड़ा रिसर्च और संपर्क के बाद मशीन ख़रीदी जा सकती है.
अगर आपको मशीन बाज़ार से नहीं लेनी है, तो इसे ऑनलाइन भी ले सकते हैं. ऑनलाइन मशीन के लिये आपको पैसे भी कम ख़र्च करने पड़ेंगे.
पानी पुरी बनाने की पूरी प्रक्रिया क्या है ?
सारा सामान आने के बाद शुरू होती है पानी पूरी बनाने की प्रक्रिया. अब हम विस्तारपूर्वक बताते हैं कि आखिर किस तरह से मशीन के द्वारा आसानी से पानी पूरी बना बनाई जा सकती है. सबसे पहले आवश्यकता अनुसार सूजी या आटा को मिक्सर मशीन में डाल देना होता है. इसके बाद मशीन ऑन करके उसमें पानी डालें.
याद रहे कि पानी धीरे-धीरे डालना है. इस दौरान आटा और पानी दोनों एक में मिक्स होता चला जाएगा. अब जब आटा अच्छी तरीके से गूंथ जाए, तब आप उसे बाहर निकाल सकते हैं. आटा गूंथते समय ध्यान दें कि पानी की मात्रा अधिक नहीं होनी चाहिये, वरना आटा ज़्यादा गीला हो सकता है, जिससे आपके गोलगप्पे खराब हो सकते हैं.
अब गूंथे हुए आटे को पानी पूरी बनाने के लिए पानी उसे मेकिंग मशीन में डालें. मशीन में डालते ही गोलगप्पे गोल आकार में बन कर बाहर आने लगेंगे. अब इन आप पूड़ियों को तेल में तल कर उसे बाहर निकाल लें. आप ये पूड़ियां सेल के तैयार हैं और आप इन्हें मार्केट में बेच सकते हैं.
पानी-पुरी बनाने के लिए आपको कितनी जगह की आवश्यकता होगी
गोलगप्पे बनाने वाली मशीन को चलाने के लिये आपको अधिक जगह की ज़रूरत नहीं होगी. इन दोनों ही मशीनों को एक छोटे से कमरे में यानी 10*15 के रूम में आराम से लगाया जा सकता है.
अच्छी बात ये है कि मशीनों को ऑपरेट करना कोई रॉकेट साइंस नहीं है. दोनों मशीनों को लगाकर और आसानी से चलाया जा सकता है. हां अगर आपको बिज़नेस बड़े मुकाम पर शुरू करना है, तो आपको अधिक स्थान की आवश्यकता होगी.
अगर ऐसा हुआ तो आपको दूसरा कमरा भी लेना होगा, जिसमें आप गोलगप्पे बनाने वाले कच्चे माल को भी रख सकते हैं.
पानी-पुरी की पैकेजिंग
अब बात करते हैं कि पानी-पुरी की पैकेजिंग (Packaging) कैसी होनी चाहिये या फिर कैसे पैक किया जाये. पानी-पुरी की पैकेजिंग भी कोई बहुत बड़ा टास्क नहीं है. पानीपुरी को प्लास्टिक में पैक करके सप्लाई कर सकते हैं.
आप चाहें तो इसे छोटी-छोटी प्लास्टिक की पॉलीथिन में पैक करके रिटेलर को बेंच सकते हैं. वहीं अगर आप किसी होलसेलर को बेचना चाहते हैं, तो आप बड़ी प्लास्टिक की पॉलिथीन का उपयोग करके, उसे व्होलसेलर को आराम से बेच सकते हैं.
मशीन से कितने समय बन कर तैयार हो जाती है पानी-पूरी?
अब बता आती है कि आखिर मशीन से पानी-पूरी बनने में कितना समय लगता है. आखिर कितने टाइम पानी-पूरी बन तैयार हो जाती है. आप 1 किलो सूजी या आटा में लगभग 100 से 105 पानी पूरी बना सकते हैं.
इस हिसाब से एक घंटे में लगभग 4,000 पानी पूरी बन कर तैयार हो जायेंगी. 4000 पानी पुरी बनाने के लिए आपको 39 से 40 किलोग्राम सूजी या आटा की जरूरत पड़ेगी.
पानी-पूरी व्यापार को शुरू करने के लिए कुल खर्च
जैसा कि हम ऊपर बता चुके हैं कि पानी-पूरी बनाने वाली मशीन ख़रीदने के लिये आपको कुल 75 हज़ार रुपये ख़र्च करने पडेंगे. वहीं अगर कच्चे मटेरियल के तौर पर सूजी और तेल की कीमत बिजली की खपत वैगरह को जोड़ कर देखा जाए, तो लगभग आपका कुल खर्चा 80 से 90000 रुपये आ जाएगा.
अगर आपके पास एक लाख रुपये का बजट है, तो ये व्यापार आसानी से शुरू किया जा सकता है.
बिजनेस में कितना फ़ायदा होगा?
चूंकि मार्केट (Market) में गोलगप्पे की डिमांड हमेशा बनी रहती है. इसलिये हर घंटे लगभग 700 से 750 रुपये तक कमा सकते हैं. इस हिसाब से देखा जाये, तो अगर आप करीब 8 घंटे काम करेंगे, तो इनकम 5000 से 6000 रुपये होगी.
हालाँकि, ये फ़ायदा सिर्फ़ अनुमान लगा कर बताया गया है. वास्तव में कितना मुनाफ़ा होगा. ये आप के काम निर्भर करता है. हर शहर और हर गांव में प्रोडक्शन में लगने वाली लागत कम भी हो सकती है. कई बार ज़्यादा भी हो जाती है. जिस हिसाब से लागत लगती है, इंसान को फ़ायदा भी उसी हिसाब से होता है.
अगर आप किसी गांव के रहने वाले हैं, तो वहां की लागत कम होती है. अगर आप शहर के रहने वाले हैं, लागत ज्यादा लगती है. बस इस तरीके से हमारा फ़ायदा या नुकसान निर्भर करता है. अगर आप ज्यादा मेहनत करते हैं, तो आप इस व्यापार से पैसे भी ज्यादा कमा सकते हैं .
पानी-पूरी बनाने के व्यापार की मार्केटिंग
इस व्यापार को चलाने के लिये आप ख़ुद का स्टाल भी लगा सकते हैं. इसके अलावा ये व्यापार करके ग़रीब लोगों को रोजगार भी दे सकते हैं. ये स्टाल आप वहां लगायें, जहां ज़्यादा भीड़भाड़ होता है.
अगर आप व्यापार चलाने के लिये जगह अच्छी चुनेंगे, तो मुनाफ़ा भी अच्छा होगा. बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन के बाहर, स्कूल-कॉलेज के बाहर, फिल्म थिएटर, मंदिर के बाहर अपने स्टाल लगा सकते हैं. इन जगहों पर गोलगप्पे काफी बिकते हैं.
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