जैसा कि आपको पता है यदि आप किसी भी व्यवसाय की शुरुआत करते हैं तो आपकी कंपनी या फिर बिजनेस के लिए कुछ कर्मचारियों की आवश्यकता होती है, आपके कंपनी में काम कर रहे कर्मचारी ही आपकी कंपनी को बड़ा बनाने में आपकी मदद करते हैं, क्योंकि उनकी स्पेशल स्किल को ध्यान में रखते हुए ही आपने उनको चुना है इसलिए यदि आप चाहते हैं कि इस तरह के स्किल्ड कर्मचारी आपकी कंपनी में लगातार काम करते रहें और आपके व्यवसाय को बड़ा बनाने में मदद करते रहे तो नीचे बताए गए कुछ प्रावधानों को ध्यान में रखकर आप भी अपने व्यवसाय के लिए एक यूनिक एंप्लोई पॉलिसी बना सकते हैं और इसका स्ट्रिक्ट पालन करवाने के लिए अपने कर्मचारियों को कड़े निर्देश दे सकते हैं, आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ प्रावधान :-
चुनें एक सही कंटेंट फॉर्मेट :-
किसी भी व्यवसाय में यदि आप डिजिटल माध्यमों का इस्तेमाल करते हैं तो आप एक यूनिक फॉर्मेट चुन सकते हैं जिसकी हेल्प से कंटेंट को एक जगह से दूसरी जगह पर भेजा जा सकता है।
इस तरह के सेफ्टी टिप्स को ध्यान में रखने के लिए आपको इसके बारे में अच्छी और रेलीवेंट इंफॉर्मेशन होनी चाहिए।
कंटेंट फॉर्मेट से हमारा तात्पर्य है कि यदि आप अपने किसी काम को अपने बॉस को सबमिट करते हैं तो उसे फिजिकल फॉर्म में पेपर वर्क के रूप में सबमिट ना करते हुए ई-मेल या फिर दूसरे डिजिटल माध्यमों का यूज़ करते हुए अपने बॉस के डिजिटल अकाउंट तक पहुंचा सकते है।
यह बात तो आपने भी नोटिस की होगी कि आजकल कोई भी पेपर वर्क इंटरनेट की हेल्प से किया जा सकता है और इंटरनेट की पहुंच इतनी अधिक है जहां तक इंसान भी नहीं पहुंच पाता है।
सरकारी गाइडलाइंस का रखें ध्यान :-
जैसा कि आपको पता है कि सरकार को इस प्रकार के महामारी के बारे में सही समय पर सूचना प्राप्त हो जाती है इसलिए स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा अलग-अलग प्रकार की गाइडलाइन जारी की जाती है।
आप भी भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा जारी की गई गाइडलाइन का इस्तेमाल करते हुए उन्हें प्रिंट करवा सकते हैं और अपने ऑफिस या फिर कंपनी में अलग-अलग जगह पर लगा सकते है।
अलग-अलग जगह पर लगाने का फायदा यह होगा कि जब भी जिस जगह पर आपका कोई एंप्लोई काम कर रहा होगा सामने लगी गाइडलाइंस को देकर उसको याद आता रहेगा इसलिए वह गलतफहमी में कोई गलती नहीं करेगा।
इसके अलावा अलग-अलग यूनिवर्सिटी और बड़ी-बड़ी संस्थाओं के द्वारा कोविड-19 या फिर दूसरी प्रकार की महामारी पर किए गए रिसर्च को प्रिंट करवा कर एक जगह पर लगा सकते हैं, इससे आपके कर्मचारियों के बीच में अवेयरनेस बढ़ेगी और इसी अवेयरनेस का फायदा उनके घर वालों को भी होगा क्योंकि जो चीज में ऑफिस में सीखेंगे उसे वह घर पर जाकर छोटे बच्चे एवं अपने परिवार के सदस्यों को भी बताएंगे, जिससे कि बड़े स्तर पर महामारी को रोकने में मदद मिल सकेगी।
टू वे कम्युनिकेशन में करें सुधार :-
जैसा कि आपको पता है जब विश्व स्तर पर ऐसी महामारी नहीं होती है तो ऑफिस में या फिर कंपनी के तहत काम करने वाले कर्मचारी एक दूसरे के साथ अच्छी तरीके से घुलमिल जाते हैं और लंच टाइम या फिर ब्रेक टाइम में साथ में बैठकर हंसी मजाक करते हुए दिखाई देते हैं।
कोविड-19 जैसी महामारी के दौरान आप अपने कर्मचारियों की मास गैदरिंग को कम कर सकते हैं और सेफ्टी टिप्स और दूसरी इंफॉर्मेशन की हेल्प से उन्हें बता सकते हैं कि दो या दो से अधिक कर्मचारी के बीच किया जाने वाला संवाद उनकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है।
इसके अलावा आप अपने कर्मचारियों के द्वारा की जाने वाली इस तरह की हरकतों पर नजर भी रख सकते हैं क्योंकि कई बार आपने भी देखा होगा कि लोगों को कोविड-19 के बारे में सब कुछ पता होते हुए भी मास्क और दूसरी एसेंशियल चीजों का इस्तेमाल नहीं करते हैं इस तरह की छोटी-छोटी गलतियां ही ऐसी महामारी को विश्व स्तर पर फैलने में मदद करती है।
इसके अलावा यदि आप के कर्मचारी आपसे कोई सवाल जवाब करना चाहते हैं तो इसके लिए भी आप डिजिटल माध्यमों पर ही इस्तेमाल कर सकते हैं और जितना अधिक हो सके तो उन्हें अपने ऑफिस में ना आने दे और ना ही आप उनके पास जाएं।
ईमेल या फिर दूसरे माध्यमों के इस्तेमाल से आप उनके सवाल ले सकते हैं और उन्हें उसी तरीके से अपने जवाब भी लिख कर भेज सकते है।
लेटेस्ट अपडेट पर रखे पूरी नजर :-
किसी भी महामारी से संबंधित विश्व स्तर मिल रहे नए अपडेट के बारे में अपनी जानकारी को अच्छी बनाए रखने के लिए आप किसी बड़े न्यूज़ चैनल की सहायता ले सकते हैं।
इसके अलावा वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की वेबसाइट पर निरंतर होने वाले अपडेट को भी मध्य नजर रखते हुए अपने कर्मचारियों को इसके बारे में बता सकते है।
डब्ल्यूएचओ के अलावा सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन तथा अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन के द्वारा कई महामारीयों के संबंध में बहुत सी गाइडलाइन जारी की गई है वर्तमान में चल रही महामारी के बारे में भी इस तरह की गाइडलाइन को प्रिंट करवा कर आप अपने ऑफिस के अलग-अलग नोटिस बोर्ड पर लगा सकते हैं।
त्वरित जानकारी लेने पर करें फोकस :-
यदि आपके यहां काम कर रहे किसी कर्मचारी में किसी भी प्रकार की महामारी से संबंधित लक्षण दिखाई देते हैं तो आपके पास इस तरह का प्रबंध होना चाहिए कि उसके बारे में आपको तुरंत जानकारी मिल सके।
ऐसी समस्या होने पर आप उस कर्मचारी के साथ काम कर रहे दूसरे सहकर्मियों को इसके बारे में जानकारी उपलब्ध करवा सकते है।
इस तरह सही समय पर उठाए गए कदम आपकी ऑफिस में काम कर रहे कर्मचारी को आने वाली समस्याओं से बचने में मदद कर सकते हैं और आपके ऑफिस में हो रहे डेली वर्क को भी बिना किसी समस्या के निरंतर संचालित करवाने में हेल्प कर सकते हैं।
अपने कर्मचारियों को हेल्थ इंश्योरेंस लेने के लिए करें प्रेरित :-
जैसा कि आपको पता है आपके यहां काम कर रहे कर्मचारियों की सुरक्षा आपका एक लीगल दायित्व होने के अलावा एक नैतिक दायित्व भी है और यदि आपके पास किसी भी संबंध में अच्छी जानकारी है तो आपको उसे उन लोगों के साथ शेयर करने में कोई हिचकिचाहट नहीं करनी चाहिए क्योंकि इस तरह की जानकारी शेयर करने से उन लोगों की जान भी बचाई जा सकती है।
यदि आपके यहां काम कर रहा कोई कर्मचारी इस तरह की महामारी के दौरान आने वाले हॉस्पिटल के खर्चों को अफोर्ड नहीं कर सकता है तो आप उसे किसी भी अच्छी कंपनी की हेल्प से हेल्थ इंश्योरेंस दिलवाने में मदद कर सकते है।
इसके अलावा यदि आपको लगता है कि आपके बोलने के बाद भी वे लोग हेल्थ इंश्योरेंस लेने में रुचि नहीं रख रहे हैं तो आप खुद ही किसी बड़ी कंपनी से संपर्क करके उन लोगों की सेलेरी में से थोड़ी बहुत कटौती करते हुए बड़े स्तर पर अपने यहां काम कर रहे हैं सभी कर्मचारियों के लिए हेल्थ इंश्योरेंस की सेवा उपलब्ध करवा सकते हैं।
वैसे तो कई बड़ी कंपनियों ने लेबर लॉ के तहत बनाए गए कानूनी प्रावधानों का पालन करते हुए इस तरह की सेवाएं पहले ही उपलब्ध करवा रखी हैं।
हो सकता है कि शुरुआत में आप के इस कदम से आप के यहां काम कर रहे कर्मचारी नाराज भी हो जाए परंतु जब उनको समझ में आएगा कि इस तरह का फैसला उनके फायदे के लिए ही लिया गया है तो वह खुशी से आपकी कंपनी में काम करने के लिए इछुक होंगे।
बेसिक हाइजीन प्रावधानों का करे पालन :-
वैसे तो कई बार कोशिश करने पर भी महामारी रोकने में सफलता नहीं पाई जाती है, परंतु फिर भी अच्छी तरीके से सही समय पर उठाए गए हाइजीन प्रावधानों का पालन करते हुए इस तरह के रिस्क को थोड़ा कम जरूर किया जा सकता है।
यदि आपके यहां काम कर रहे कर्मचारी डिजिटल मीडियम का इस्तेमाल करते हैं तो, आप उन्हें घर पर रहते हुए ही काम करने की सलाह दे सकते हैं, क्योंकि यदि वे लोग घर से ही बाहर नहीं निकलेंगे तो इस तरह के वायरस का स्प्रेड भी काफी कम किया जा सकता है।
हालांकि कुछ ऐसे व्यवसाय होते हैं जिनमें आप अपने कर्मचारियों की फिजिकल मदद से ही काम कर सकते हैं, इसलिए कुछ प्रावधानों का ध्यान रखें जैसे कि यदि कोई कर्मचारी बीमार है तो उसे जल्दी से जल्दी छुट्टी दे और रेस्ट करने की सलाह देवें।
इसके अलावा आप अपने ऑफिस या फिर कंपनी के दरवाजे पर ही हैंड सेनीटाइजर और हैंड वॉश जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवा सकते हैं।
इसके अलावा आप अपने यहां काम कर रहे एंप्लोई को समय-समय पर कुछ दिशा-निर्देश दे सकते हैं जैसे कि वह अपने हाथों को आंख, नाक और मुंह से टच करने में बचें और इसके अलावा अपने कर्मचारियों को निरंतर 2 मीटर की दूरी पर बने रहने के निर्देश दे सकते है।
यदि वह इस तरह के प्रावधानों का पालन नहीं करते हैं तो आप उनके लिए कुछ कड़े नियम भी बना सकते हैं और उन्हें बोल सकते हैं कि आपके द्वारा बनाए गए प्रावधानों का पालन नहीं किए जाने पर उनकी सैलरी में से पैसा काट लिया जाएग।
इस तरह से अपने कर्मचारियों को थोड़ा बहुत डराने की वजह से स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा बनाए गए प्रावधानों का पालन भी अच्छी तरीके से करेंगे और आपकी कंपनी के लिए सही समय पर काम भी उपलब्ध करवा पाएंगे।
अपनी कंपनी के कॉमन स्पेस को करें मॉडिफाई :-
यदि आप के ऑफिस में कर्मचारियों के लिए लंच और ब्रेकिंग टाइम के लिए डायनिंग रूम या फिर ब्रेक रूम या फिर कोई छोटा कैफे बनाया गया है तो इस तरह के कॉमन स्पेस को बदल सकते हैं और अपने कर्मचारियों के लिए थोड़े बहुत समय के अंतराल पर अलग-अलग समय के लिए लंच ब्रेक के प्रावधान बना सकते है।
यदि वह एक साथ लंच नहीं करेंगे तो वायरस स्प्रेड कम किया जा सकता है, हालांकि यह आपके काम को थोड़ा बहुत धीमा बना देगा परंतु फिर भी अच्छी तरीके से ऑपरेट करने पर आप अपने काम को भी निरंतर जारी रख सकते हैं और कर्मचारियों की सेफ्टी का भी ध्यान रख सकते हैं।
स्पेस को मॉडिफाई करने के लिए अपने डाइनिंग रूम के बीच में अलग-अलग छोटे-छोटे लंच बॉक्स बना सकते हैं, जिससे की एक लंच बॉक्स में बैठने वाला व्यक्ति दूसरे व्यक्ति से संपर्क ना कर पाए।
इसके अलावा आप ब्रेक टाइम को थोड़ा बहुत कम कर सकते हैं और अपने कर्मचारियों पर नजर भी बनाए रख सकते हैं।
समय-समय पर करें वर्कप्लेस को सेनेटाइज :
यदि आपके यहां कर रहे हैं काम कर रहे कर्मचारी इस तरह की महामारी से पहले ही अवेयर है तो वह खुद भी आपको इस तरह की सलाह दे सकते हैं कि आपको 2 या 3 दिन से अपने ऑफिस या फिर कंपनी के वर्कप्लेस को सैनिटाइज करवाना चाहिए।
इसके अलावा आप खुद से भी ऐसे इनीशिएटिव लेकर इस तरह का काम कर सकते हैं और आपके यहां काम में आने वाले इक्विपमेंट्स के अलावा किसी जगह को सेनीटाइज करवा सकते हैं और ऐसी जगह पर ज्यादा फोकस करें जिस जगह को बैठने के लिए कर्मचारी ज्यादा इस्तेमाल करते हैं।
आपकी ऑफिस में काम आने वाली मशीन को भी समय-समय पर डिसइनफेक्टेड करवाना आवश्यक है।
यदि आपकी ऑफिस या कंपनी में कंप्यूटर और लैपटॉप का इस्तेमाल किया जाता है तो स्क्रीन और बटन को भी अच्छी तरीके से सैनिटाइज करवाएं।
इस प्रकार के काम में आपको बहुत ही कम खर्चा आएगा और आप किसी भी अच्छी सैनिटाइजर कंपनी से संपर्क भी कर सकते हैं, जो कि रेगुलर बेसिस पर आपको इस तरह की सेवाएं उपलब्ध करवा सकती हैं।
इस तरह की डील में आप दोनों को ही फायदा होगा क्योंकि कंपनी को भी एक रेगुलर क्लाइंट मिल जाएगा और आपको भी डेली कीमत चुकाने के बदले बल्क में काम करवाने की वजह से थोड़ा बहुत डिस्काउंट मिल जाएगा।
इस प्रकार हमने जाना कि कैसे आप भी अपने यहां काम कर रहे कर्मचारियों की सेफ्टी का पूरी तरीके से ध्यान रख सकते हैं और कुछ स्ट्रिक्ट प्रावधानों का पालन करते हुए अपनी कंपनी के काम को भी निरंतर रूप से संचालित कर सकते हैं।
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