घर से टी-शर्ट का बिजनेस कैसे शुरू करें?

. 1 min read
घर से टी-शर्ट का बिजनेस कैसे शुरू करें?

आजकल प्रत्येक व्यक्ति अपनी उम्र के अनुसार एक टीशर्ट अवश्य पहनता है। पहनने व मेंटीनेंस में काफी आरामदायक होने के कारण टीशर्ट का इस्तेमाल बहुत ज्यादा होता है। टीशर्ट को लेकर अब न तो किसी तरह की उम्र का ही परहेज रह गया है और न ही लिंग का ही का कोई अन्तर रह गया है। चाहे दो साल का अबोध बालक व बालिका हो या अस्सी साल के बुजुर्ग हों, सभी को अपने-अपने उम्र के हिसाब से टीशर्ट चाहिये ही चाहिये। महिलाओं में अवश्य ही एक उम्र के बाद इस तरह के कपड़े पहनने में थोड़ा संकोच होता है लेकिन छोटी उम्र की लड़कियों से लेकर युवतियों में में टीशर्ट पहनने का बहुत शौक होता है। इसी तरह छोटी उम्र के लड़कों से लेकर युवको में टीशर्ट को लेकर भारी क्रेज होता है। टीशर्ट को लेकर एक खास बात यह होती है कि इनका फैशन बहुत तेजी से  बदलता है। फैशन के बदलते ही युवा वर्ग टीशर्ट को बदलने के लिए उत्सुक रहते हैं। इसलिये होम बेस्ड टीशर्ट का बिजनेस करने का आइडिया बहुत अच्छा तो हैं और साथ ही फायदेमंद भी है।

टी-शर्ट की खास बातें

टीशर्ट की जितनी डिमांड हैं, उतने ही काम करने वाले मैन्यूफैक्चरर्स और थोक व्यापारी और फुटकर व्यापारी हैं। इस बिजनेस में बहुत तगड़ा कंपटीशन भी है फिर भी प्रत्येक बिजनेसमैन अपने-अपने खास हुनर से टीशर्ट का कारोबार करके अच्छी कमाई कर लेता है। टीशर्ट के बिजनेस की खास बात यह है कि यह सभी वर्ग के लिए आसानी से उपलब्ध हो जाती हैं, कपड़े खरीदने और सिलाई के झंझट से मुक्ति मिल जाती है। कहने का मतलब गरीब से गरीब व्यक्ति और अमीर से अमीर व्यक्ति भी अपना टीशर्ट का शौक आसानी से पूरा कर सकता है। ऐसा भी नहीं है कि सस्ती और महंगी टीशर्ट का स्तर या लुक बहुत अन्तर वाला होता है, बस केवल लोगों की अपनी-अपनी पसंद का अन्तर होता है। जैसी टीशर्टें लोग पसंद करते हैं, निर्माता भी वैसी ही टीशर्ट बनाकर बाजार में पहुंचाते हैं।

black and white t-shirts hanging

नए बिजनेस का नया आइडिया

अब सवाल उठता है कि टीशर्ट की भारी डिमांड के साथ ही उसकी सप्लाई करने वालों की भी संख्या बहुत अधिक है। कंपटीशन भी बहुत जबर्दस्त  है। अब इसमें नये बिजनेस मैन वाले के लिए गुंजाइश कहां है। नया बिजनेस मैन ऐसा क्या करे कि उसको कंपटीशन का सामना भी न करना पड़े और अधिक मेहनत न करनी पड़े और उसका प्रोडक्ट हाथोंहाथ बिक जाये।

1. इस सूरत में बिजनेसमैन को कुछ अलग हटकर ऐसा काम करना होगा जो बाजार में चल रही पारंपरिक टीशर्ट से अलग हो।

2. इस तरह का बिजनेस करने के लिए लोगों ने अपना कारोबार करने का तरीका भी खोज निकाला है।

3. यह है घर पर टीशर्ट को यूनिक तरह से तैयार करके उनका कारोबार किया जाये। इससे उनके प्रोडक्ट की डिमांड भी अधिक होती है क्योंकि वो प्रोडक्ट बाजार में नहीं मिल सकता है।

4. यूनिक होने के कारण उसके दाम भी बिजनेस मैन की इच्छा के अनुरूप होते हैं। इससे फायदा भी अच्छा होता है। आइये जानते हैं किस बिजनेस को शुरू कैसे किया जाता है।

फैशन से जुड़ा है ये बिजनेस

इस तरह की टीशर्ट का बिजनेस फैशन से जुड़ा हुआ बिजनेस है, जो युवाओं को टारगेट करके किया जाये तो बहुत ही अच्छी तरह से चलेगा। इसके अलावा विभिन्न तरह के सामाजिक अभियानों, कंपनी के प्रचार अभियानों से भी जोड़कर इस तरह की टीशर्ट बनाकर कारोबार किया जाये तो बिजनेसमैन को काफी फायदा हो सकता है। इसलिये बिजनेसमैन को इसमें स्वयं ही सक्रिय होना पड़ता है और बाजार से अलग हट कर अपनी यूनिक डिजाइन तैयार करवानी होती है और उस पर यूनिक तरह से प्रिंटिंग भी करानी होती है। जैसे आजकल आपने मार्केट में तरह, तरह की डिजाइन, लोगो, फोटो, स्लोगन लिखी हुई टीशर्ट देखी होंगी हैं। इसके अलावा जिम, योगा, स्पोर्ट्स आदि की टीशर्ट का बाजार में व्यापार खूब चल रहा है।

नजरिया स्पष्ट करें यानी विजन क्लियर करें

इस बिजनेस को शुरू करने के लिए सबसे पहले आपको अपना दृष्टिकोण, विजन अर्थात नजरिया स्पष्ट करना होगा। बच्चों, युवाओं, उनसे बड़ी उम्र वालों या बुजुर्गों के लिए टीशर्ट तैयार करना चाहते हैं। यह भी विचार करिये कि क्या आप बच्चों में लड़कों या लड़कियों के लिये टीशर्ट डिजाइन करना चाहते हैं या दोनों के लिए कम्बाइंड टीशर्ट तैयार करना चाहते हैं। क्या आप युवाओं में युवकों और युवतियों के लिए अलग-अलग या कम्बाइड टीशर्ट डिजाइन तैयार करना चाहते हैं। आप पुरुषों या महिलाओं के लिए भी ऐसी टीशर्ट तैयार करना चाहते हैं। इसके साथ ही आपको यह विचार करना चाहिये कि आप किस स्तर के लोगों को अपना प्रोडक्ट बेचना चाहते हैं। आप कम मुनाफे में अधिक माल बेचना चाहते हैं या अधिक मुनाफे में कम माल बेचना चाहते हैं। इन सारी बातों पर विचार करने के बाद जब किसी निष्कर्ष पर पहुंचें तब आप बिजनेस करने का प्लान बनायें।

मार्केट/ग्राहक की तलाश करें

जब आपका टीशर्ट डिजाइन करने की प्लानिंग करते समय आपको इस बात पर भी विचार करना चाहिये कि आपको बिजनेस से किस प्रकार अधिक से अधिक लाभ मिल सकता है। जब इन सब बातों पर विचार कर लेंगे तो आपके सामने आपकी मार्केट और ग्राहकों की एक हल्की से तस्वीर दिखाई देनी लगेगी। उसके बाद आप मार्केट का रिसर्च करें और अपने ग्राहकों को तलाशें। इसके बाद अनुमान लगायें कि आपकी मार्केट कौन सी है और आपके ग्राहक कौन हैं और उनकी पसंद क्या है, इन सब बातों को अध्ययन करने के लिए आपको अपने नजदीकी कंपटीटरों के बिजनेस की पूरी कुंडली खंगालनी होगी। उसके बाद आपको अपने बिजनेस के बारे में आइडिया हो जायेगा कि कंपटीटरों के बिजनेस में जो कमियां हैं उन्हें दूर करना है। ग्राहकों को पहले के बिजनेसमैन द्वारा दिये जा रहे प्रोडक्ट में सुधार करके ग्राहकों की शत-प्रतिशत मनपसंद चीज दी जायेगी तो आपके बिजनेस के चलने में किसी प्रकार की कोई आशंका नहीं रहेगी।

अपने डिजाइन को इस तरह परखें

आपकी टीशर्ट का डिजाइन का आइडिया मार्केट में चलेगा या नहीं चलेगा या उसमें कोई सुधार की गुंजाइश है। इन बातों का पता लगाने के लिए आपको अपने आइडिया को परखना होगा। इस काम के लिए आपको ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही रास्ते अपनाने होंगे। सबसे पहले अपने डिजाइन किये गये टीशर्ट को अपने रिश्तेदारों, मित्रों व पड़ोसियों को नमूने के तौर पर दें और उनसे फीडबैक लें। इसी तरह उन्हीं डिजाइनों के कैटलॉग बनवा कर ऑनलाइन डालें और अपने प्रशंसकों से उनके बारे में फीडबैक लें। कोई उनमें कमी बतायें तो उसको बुराई के रूप में न लें बल्कि उसमें सुधार करने का काम करें। इससे आपके प्रोडक्ट की मांग बढ़ेगी। सुधार का काम तब तक चलना चाहिये जब तक फीडबैक देने वालों की ओर से संशोधन के सुझाव आना बन्द न हो जायें। जब संशोधन  या सुझाव आना बंद हो जायें तब आपको समझ लेना चाहिये कि आपका प्रोडक्ट बाजार में हिट होने के लिए तैयार हो गया है।

अपने बिजनेस का प्लान बनायें

अपना बिजनेस लांच करने से पहले आपको अपना बिजनेस प्लान बनाना चाहिये। सबसे पहले आपको अपनी क्षमता का आंकलन करना चाहिये यानी आप कितनी पूंजी इन्वेस्ट कर सकते हैं, आपको उसकी थाह लेनी चाहिये। उसके बाद आपको यह देखना होगा कि आपकी क्षमता के अनुसार कितनी वैराइटियों की टीशर्ट को डिजाइन करके मार्केट में उतार सकते हैं। कोशिश करें कि कम से कम वैरायटी पर फोकस करें। दूसरे शब्दों में कहें तो आपको एक ही वैरायटी पर फोकस करके बिजनेस शुरू करना चाहिये। आप अपने प्रोडक्ट के स्पेशलिस्ट बनें। मार्केट में आपकी धूम मच जाये और उसके बाद ग्राहकों के बीच अन्य वैरायटियों के लिए सर्वे करायें। सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक अन्य वैरायटियों के बिजनेस को शुरू करने से पहले नमूने जारी करें, उन पर फीडबैक लें, उसके अनुसार ही अपने बिजनेस को आगे बढ़ायें। वैसे बिजनेस प्लान में आपको सभी तरह की योजनाओं को दर्ज करना होता है। आप डिजाइनिंग खुद करेंगे या एक्सपर्ट को हायर करेंगे। डिजाइनिंग और प्रिंटिंग के लिए जिन चीजों की जरूरत होगी उसकी व्यवस्था के लिए कितना खर्च होगा। मार्केटिंग पर कितना खर्च होगा। इस सभी बातों का जिक्र आपको अपने बिजनेस प्लान में करना होगा। बिजनेस प्लान बनने से आपको बहुत अधिक सहूलियत हो जायेगी।

कानूनी प्रक्रिया का पालन करें

वैसे तो किसी बिजनेस को शुरू करने में सरकारी या कानूनी प्रक्रिया पालन करना आवश्यक नहीं होता है लेकिन इस तरह के बिजनेस में आपको अपने प्रोडक्ट को संभावित कंपटीटरों या नकल करने वालों से बचाने के लिए सरकारी प्रक्रिया का पालन करना जरूरी होता है। आइये जानते हैं कि आपको किस-किस तरह की सरकारी प्रक्रिया या नियमों का पालन करना जरूरी होता है:-

1. आपको बिजनेस शुरू करने के लिए आपको एक फर्म या कंपनी का नाम रखना होगा। जिसके नाम पर आप बिजनेस कर सकें।

2. अपनी कंपनी के नाम को कंपनी रजिस्ट्रार के यहां रजिस्टर्ड कराना होगा। रजिस्ट्रेशन कराते समय यह आपको अपने आवेदन में ऑनलाइन व ऑफलाइन बिजनेस करने का उल्लेख करना होगा।

3. आप जिस क्षेत्र में रहते हों वहां पर बिजनेस से संबंधी केन्द्र सरकार, राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन द्वारा जो नियम निर्धारित हों उनका पालन करें।

4. चूंकि आपका यह बिजनेस ब्रांड वाला है। आप चाहेंगे कि आपके प्रोडक्ट की कोई नकल न कर सके तो आपको अपने प्रोडक्ट के सर्वाधिकार सुरक्षित करने के लिए ट्रेडमार्क से पेटेंट कराना होगा। इससे भविष्य में कोई बिजनेस मैन आपके प्रोडक्ट की नकल करता है तो आप उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर सकते हैं।

5. इस तरह से आप अपने प्रोडक्ट की डिजाइन, लोगो और स्लोगन आदि की पूरी तरह से सुरक्षा कर पायेंगे। ये काम आपके लिए बहुत जरूरी होगा।

6. आप चूंकि बिजनेस कर रहे हैं, अपना प्रोडक्ट बेच कर लाभ कमा रहे हैं तो आपको जीएसटी नंबर अवश्य ले लेना चाहिये।

प्रिन्टर और प्रिन्टिंग मैटेरियल का चुनाव करें

इसके बाद आप अपनी टीशर्ट को डिजाइन करने से लेकर प्रोडक्ट तैयार करने की सभी तैयारियां करनी चाहिये। इसके लिए आपको अपने टीशर्ट के लिए प्रिंटर और प्रिंटिंग मैटेरियल का चुनाव करना होगा। मार्केट में इस तरह की प्रिन्टिग सेवाएं देने के लिए अनेक प्रोफेशनल कंपनियां हैं। आपको अधिक से अधिक कंपनियों की सर्विस और रेट दोनों को ही बारीकी से निरीक्षण करना चाहिये। टीशर्ट की प्रिन्टिंग प्रोडक्ट कास्ट में शामिल होती है। यदि यही कास्ट अधिक बढ़ जायेगी तो आपको मजबूर होकर ऊंचे दाम रखने होंगे। इससे आपका बिजनेस प्रभावित होगा। इसलिये कम से कम रेट में अच्छी क्वालिटी वाली प्रिंटिंग देने वाली कंपनी को तलाशना होगा।  इससे आपको अपने प्रोडक्ट के रेट तय करने में बहुत आसानी होगी।

टीशर्ट के कपड़े की क्वालिटी ऐसे तय करें

फैशन वाली इन टीशर्टों की लम्बी लाइफ नहीं होती है। एक फैशन जाने के बाद जब दूसरा फैशन आता है तो इस तरह की टीशर्ट की खरीदने के शौकीन लोग टीशर्ट की लाइफ को देखने की बजाय फैशन को देखते हैं। क्योंकि फैशन ही स्टेटस सिम्बल होता है। जो आदमी फैशन के साथ नहीं चलता उसका स्टेटस डाउन हो जाता है और उसके अपने ही लोग उसको उपेक्षा की नजर से देखने लगते हैं। इसलिये लोग नये फैशन को अपनाते हैं। इसके बावजूद बिजनेस मैन को चाहिये वह अपनी टीशर्ट के कपड़े की क्वालिटी काफी अच्छी रखे। कम से कम स्किन फ्रेंडली होनी चाहिये। थोड़ा टिकाऊ भी होना चाहिये। कपड़ा ऐसा होना चाहिये जिस पर प्रिंटिंग लम्बे समय तक चल सके।

होमबेस टीशर्ट का बिजनेस करने वाले बिजनेस मैन को चाहिये कि वह ठोंक बजाकर अपने बजट वाला कपड़ा थोक मार्केट या कपड़ा मिल से ले। इससे मैन्युफैक्चर्स से अपनी मनमाफिक डिजाइन से टीशर्ट बनवाये। बिजनेस मैन कपड़ा लेते समय थोक मार्केट या मिल वाले से पहले ही यह तय कर लें कि वो यह कपड़ा किसी अन्य को नहीं देगा। यह कपड़ा उसके लिये ही खास तौर पर बनाना होगा। इससे यह होगा कि इस कपड़े की बनी टीशर्ट दूसरी जगह कहीं नहीं मिलेगी। इससे आपकी अपने प्रोडक्ट पर मोनोपोली होगी।  मैन्यूफैक्चर्स से भी यह अनुबंध करना होगा कि मेरे द्वारा दिये गये कपड़े का प्रोडक्ट आपको ही दे और उसकी बची हुई कटिंग आदि वेस्टेज भी आपको दे। ताकि कोई दूसरा आपके कपड़े की नकल न कर सके। इससे आपको अपने प्रोडक्ट के रेट तय करने में मदद मिलेगी।

रेट तय करते समय सावधानी बरतें

इस बिजनेस में बिजनेस मैन द्वारा की गई कड़ी मेहनत के बाद उसका प्रोडक्ट तैयार होगा तो उसका अपना एक अलग ही प्रभाव होगा। यदि मार्केट और ग्राहकों की अच्छी तरह से खोजबीन की गयी है तो बिजनेस मैन को अपने प्रोडक्ट के अच्छे दाम भी मिल सकते हैं। इसके बावजूद बिजनेस मैन को अपने प्रोडक्ट के रेट यूजर फ्रेंडली यानी उपभोक्ताओं के हित में सोचते हुए तय करने चाहिये। कहीं ऐसा न हो कि आपने अपने प्रोडक्ट के रेट इतने अधिक तय कर दिये कि आप उपभोक्ता की खरीदने की क्षमता के बाहर हो जाये। इससे आपके प्रोडक्ट की सेल डाउन हो जायेगी।  यदि आपके डिजाइन के फैशन की अवधि छह महीने हुई और उस अवधि में आपका प्रोडक्ट आपके हाई रेट की वजह से न बिक पाया तो आपको फायदा की जगह नुकसान भी हो सकता है।

अपने प्रोडक्ट का रेट तय करते समय आप रंगों, डिजाइनों व साइज को ध्यान में रखें। आप अपने सारे खर्चें निकालते हुए अपने प्रोडक्ट की उत्पादन कीमत का आंकलन करें और जो भी प्रोडक्शन कास्ट आये उसमें एक निश्चित मुनाफा जोड़ कर रेट तय करें। ताकि उपभोक्ता आपके प्रोडक्ट को खरीदने में रुचि दिखा सके। इससे आपको दोहरा फायदा मिलेगा। एक तो इस प्रोडक्ट के बिकने से आपको मुनाफा मिलेगा और ग्राहक अगले प्रोडक्ट को भी खरीदने के लिए तैयार रहेंगे।

white coloured t-shirt with black bricks background

अब अपनी मार्केट बनायें

मार्केट बनाने का मतलब अपने प्रोडक्ट को मार्केट में लांच करने से पहले जमकर प्रचार-प्रसार करें। जितना अच्छा प्रचार करेंगे उतनी ही अच्छी सेल होगी। जब सेल अच्छी होगी तो मुनाफा भी अच्छा मिलेगा। बिजनेसमैन को सबसे पहले अपनी मार्केट बनानी चाहिये। मार्केट बनाने के लिए अपने मुनाफे का थोड़ा सा हिस्सा ग्राहक को आकर्षित करने के लिए ऑफर के रूप में दिया जाना चाहिये। बिजनेस मैन को इस तरह की रणनीति अपनाते हुए ग्राहक को यह बताना चाहिये कि मार्केट में इस क्वालिटी का असली रेट तो यही है लेकिन हम अपने ग्राहकों को विशेष सुविधा के तहत इतने कम रेट रख रहे हैं। ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए आप इस तरह के उपाय भी कर सकते हैं।

1. लांचिंग या उद्घाटन ऑफर एक निश्चित समय तक ही है, इसका लाभ उठायें।

2. पूरे साल में अनेक ऐसे अवसर आते हैं जब लोग नये कपड़े खरीदते हैं, उन अवसरों पर विशेष ऑफर दिये जा सकते हैं।

3. दीवाली, होली, ईद, क्रिसमसडे, न्यूईयर, वैलेन्टाइन डे, फ्रेंन्डस डे, फादर्स डे, सन डे, डॉटर्स डे जैसे अवसरों पर भी विशेष ऑफर दिये जाने से बिजनेस मैन को काफी लाभ हो सकता है।

4. ऑफ लाइन प्रचार में जहां आप पम्पलेट, पोस्टर, वाल पेंटिंग, होर्डिंग्स, बैनर्स के साथ ही माउथ पब्लिसिटी करके भी अपने प्रोडक्ट का प्रचार कर सकते हैं।

5. ऑफलाइन प्रचार में आप लोकल न्यूज पेपर, लोकल एफ-एम रेडियो एवं लोकल टीवी चैनलों पर भी विज्ञापन दे सकते हैं।

6. ऑनलाइन प्रचार में आप सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म का इस्तेमाल करके अपने बिजनेस को चमका सकते हैं क्योंकि यह बिजनेस खास कर युवाओं के फैशन से जुड़ा है और 100 परसेंट युवा एंड्रायड फोन और इंटरनेट का इस्तेमाल करता है। आप उसका लाभ उठा सकते हैं।

7. इसके अलावा आप अपनी वेबसाइट बनवा कर उसमें अपने प्रोडक्ट का एक आकर्षक कैटलॉग पोस्ट करके लोगों को आकर्षित कर सकते हैं।

यह भी पढ़े :

1) वेडिंग / पार्टी आइटम रेंटल बिजनेस कैसे शुरू करें ?
2) इस प्रक्रिया से शुरू करें कंसल्टेंसी बिजनेस, कमाई होगी दोगुनी
3) बिल्डिंग मटेरियल के बिजनेस से हर महीने होगी लाखों में इनकम!
4) बोरवेल व्यवसाय कैसे शुरू करें? स्टेप-बाई-स्टेप गाइड

OkCredit के ब्लॉग के साथ पाएँ बेस्ट बिज़नेस आइडीयाज़ और बिज़नेस टिप्स कई भाषाओं में जैसे की हिंदी, अंग्रेज़ी, मलयालम, मराठी और भी कई भाषाओं में.
डाउनलोड करें OkCredit अभी और छुटकारा पाएँ रोज़ की झंझट से.
OkCredit 100% भारत में बनाया हुआ ऐप है!

हमें उम्मीद है कि हमारा लेख आपके लिए उपयोगी साबित हुआ है। इस तरह की अधिक जानकारीपूर्ण सामग्री के लिए, आप इन लिंक किए गए लेखों पर भी जा सकते हैं:
Amazon Par Business Kaise Shuru Kare Aadhar Card Se Loan Kaise Lein Share Marke Se Paise Kaise Kamaye
Udyoga Aadhar Registration Kaise Kare Bijli ka Bill Kaise Check Kare Fastag Recharge Kaise Kare