केवल 12 रुपए के वार्षिक प्रीमियम की मदद से शुरू की जा सकने वाली प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना एक दुर्घटना बीमा योजना है।
18 वर्ष से लेकर 70 वर्ष तक के आयु वर्ग के लिए इस योजना को 28 फरवरी 2015 में बजट 2015-16 के तहत फाइनेंस मिनिस्टर अरुण जेटली के द्वारा लांच किया गया था।
दुर्घटना में मिलने वाले क्लेम के तहत यदि बीमा कराए गए व्यक्ति की दुर्घटना में मौत हो जाती है या फिर यदि किसी दुर्घटना वाले हादसे में ही शरीर के दो अंग एक साथ खराब हो जाए उदाहरण के लिए दो आंखें या दोनों हाथ अथवा दोनों पैर तो ऐसी स्थिति में दो लाख रुपए का क्लेम दिया जाएगा।
इस योजना से पहले आपने प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना का नाम भी सुना होगा, यह योजना भी सेम इसी प्रकार की एक योजना है।
इस योजना के प्रीमियम को केवल 12 रुपये रखे जाने के पीछे फाइनेंस मिनिस्टर अरुण जेटली ने एक साधारण सा कारण बताया था और वह था कि भारतीय जनसंख्या में अभी भी 20-25% लोग बहुत अधिक गरीब हैं और जो ज्यादा गरीब होते हैं वही दुर्घटनाओं के ज्यादा शिकार भी होते हैं, जिस कारण उनके पास हॉस्पिटल जैसे खर्चों के पैसे नहीं होते हैं, इसीलिए इस प्रकार की समस्याओं से उभारने के लिए केवल 12 रुपए प्रति वर्ष की प्रीमियम राशि पर इस योजना को लांच किया गया है।
प्रधानमंत्री जनधन योजना की सफलता के बाद जब इस योजना को लांच किया गया तो कई लोगों ने सवाल भी उठाए थे, लेकिन वर्तमान में यह योजना भी अच्छी तरीके से सफल हो चुकी है।
प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के कुछ प्रावधान :-
यह एक तरह की दुर्घटना बीमा पॉलिसी है जिसके तहत यदि बीमित व्यक्ति की दुर्घटना के तहत मौत हो जाती है या फिर अपंग हो जाता है तो वह उस बीमा राशि के लिए क्लेम कर सकता है।
एक वर्ष तक आप 12 रुपए में अपना प्रीमियम खरीद सकते हैं, अगले वर्ष के लिए आपको फिर से 12 रुपए का क्लेम खरीदना होगा और हर 1 साल पर इसको रिन्यू करवाना होगा।
यदि मृत्यु हो जाती है या फिर व्यक्ति पूरा विकलांग हो जाता है उसी स्थिति में दो लाख का क्लेम दिया जा सकता है, लेकिन यदि शरीर का एक हाथ एक आंख या फिर एक पैर में से किसी का नुकसान होता है तो एक लाख का क्लेम दिया जाएगा।
इस स्कीम के लिए कौन सी योग्यता है आवश्यक :-
यदि आप केवल 12 रुपए प्रीमियम के तौर पर भर सकते हैं और तो आपके लिए एक साधारण सी योग्यता है-
- प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना में रजिस्टर करवाने के लिए आपकी आयु 18 वर्ष से 70 वर्ष के बीच में होनी चाहिए।
- इस योजना में रजिस्ट्रेशन के लिए आधार कार्ड अवश्य बनवाना पड़ेगा।
- आधार कार्ड की सहायता से बैंक में अकाउंट खुलवा कर अपने सेविंग अकाउंट की मदद से सीधे योजना से जुड़ सकते हैं।
जानिए प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के सदस्य बनने की पूरी प्रक्रिया :-
इस प्रकार की योजना से जुड़ने के लिए आपको अपने आधार कार्ड को बैंक से लिंक करवाना होगा और हर वर्ष एक जून के पहले एक साधारण सा फॉर्म भर के बैंक में जमा करवाना होता है।
इस फॉर्म में आपके द्वारा लिए जाने वाली प्रीमियम जैसी सेवाओं के बारे में जानकारी डालनी रहती है, इसके अलावा आपके मोबाइल नंबर, आपका नॉमिनी जैसे कुछ साधारण अपडेट भी फॉर्म की सहायता से बैंक तक उपलब्ध करवाने होते हैं।
इसी फॉर्म को भरते वक्त आप दो विकल्पों में से एक विकल्प का चुनाव कर सकते हैं कि या तो आपके बैंक अकाउंट से सीधे ही हर वर्ष 12 रुपए स्कीम के तहत अपने आप काट लिया जाएगा या फिर आप खुद अपने हाथों मैनुअली फॉर्म भर के उस पैसे को जमा करेंगे।
हमारी राय मानें तो आप ऑटोमेटिक डिडक्शन वाली प्रक्रिया को अपना सकते हैं, इसमें आपको बेवजह का झंझट नहीं रहेगा और स्कीम के तहत अपने आप ही आपके बैंक अकाउंट से पैसा काट लिया जाएगा, कई बार आखिरी तारीख होने जैसी समस्याओं की वजह से 12 रुपए जैसा छोटा प्रीमियम भी जमा नहीं हो पाता है, जिस कारण आपको योजना के तहत मिलने वाले लाभों से वंचित कर दिया जा सकता है।
इस सिंपल सी प्रक्रिया की सहायता से कोई भी व्यक्ति प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना का लाभ उठा सकता है।
वर्तमान में इस स्कीम के तहत जुड़े रहने के दो विकल्प मौजूद हैं -
- हर साल 1 जून से पहले खुद अपने हाथों से मैनुअल फॉर्म भरें और फॉर्म जमा करने के बाद में ₹12 का प्रीमियम आपके बैंक अकाउंट से अपने आप काट लिया जाएगा।
- दूसरे विकल्प के रूप में आपको 2 से 4 वर्ष तक का लंबी अवधि का एक कवरेज लेना होगा और इसके तहत आपको हर वर्ष फॉर्म भरने की आवश्यकता नहीं होगी।
उदाहरण के तौर पर समझे कि यदि आपने 2020 में 4 वर्ष के लिए एक बार फॉर्म भरा है तो 2024 तक अपने आप आपके बैंक अकाउंट से 12 रुपए प्रति वर्ष कटता रहेगा।
इस प्रकार का लंबा प्रीमियम लेने की वजह से आपको बेवजह का झंझट नहीं रहेगा और घर बैठे ही प्रीमियम की राशि योजना के तहत जमा करवा दी जाएगी।
वर्तमान में डिजिटल लिटरेसी बढ़ने के कारण वित्तीय संस्थाओं का प्रसार भी अच्छे स्तर पर हुआ है।
प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत पॉलिसीधारक को प्रदान की जाने वाली कुछ महत्वपूर्ण सुविधाएँ :-
- सभी लोकप्रिय बीमा कंपनियों एवं बैंकों के साथ शुरू की गई प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना कई प्रकार की शर्तों के साथ लांच की गई है।
- शुरुआत में यह योजना स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा लांच की जाएगी, परंतु धीरे-धीरे पॉलिसी धारकों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ दूसरे निजी बैंक एवं लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन के साथ भी जोड़ दिए जाने की संभावना है।
- इस योजना के तहत पॉलिसी धारक की आयु को 18 वर्ष से 70 वर्ष के बीच में रखा गया है, यदि आप 70 वर्ष तक पहुंच जाएंगे तो अपने आप पॉलिसी टर्मिनेट कर दी जाएगी।
- यदि आपने समय पर पॉलिसी का पैसा अथार्त प्रीमियम जमा नहीं करवाया तब भी आप की पॉलिसी टर्मिनेट कर दिए जाएगी और यह काम बैंक या फिर बीमा कंपनी के द्वारा ऑटोमेटिक तरीके से ही किया जाएगा, इसके लिए आपकी अनुमति की आवश्यकता नहीं होगी।
- यदि इस प्रकार की बीमा योजना के तहत आप किसी भी प्रकार की चीटिंग करते हैं तो भी आपकी पॉलिसी को टर्मिनेट कर दिया जाएगा।
उदाहरण के रूप में समझिए कि यदि आप के दो अलग-अलग बैंकों में दो सेविंग अकाउंट है और दोनों ही सेविंग अकाउंट से आपने सुरक्षा बीमा योजना ले रखी है।
दोनों बैंक अकाउंट से प्रतिवर्ष 12 रूपया जमा करवा कर दो लाख रुपए का अलग-अलग स्तर पर बेनिफिट लेने के बारे में सोच रहे हैं तो ऐसी स्थिति में आपका बीमा अकाउंट एक ही सेविंग अकाउंट के साथ जोड़कर चालू रखा जाएगा, दूसरे अकाउंट वाला बंद कर दिया जाएगा।
यदि आप एक से अधिक बार ऐसी गलतियां करते हैं, आपको हमेशा के लिए भी ऐसी सेवाओं से बैन किया जा सकता है।
- भारत सरकार के द्वारा हर वर्ष इस योजना से संबंधित निर्णयों में परिवर्तन किया जाएगा और लोगों को इंश्योरेंस के रूप में प्रदान की जाने वाली बीमा राशि पब्लिक वेलफेयर फंड के द्वारा क्रेडिट की जाएगी। इसी पब्लिक वेलफेयर फंड में प्रतिवर्ष सरकार ही अपनी तरफ से 70 से 80% पैसे का योगदान करती है।
किस प्रकार के लोगों के लिए लाई गई है यह योजना :-
- मुख्यतः भारत सरकार के द्वारा इस प्रकार की कई योजनाएँ पहले भी संचालित की जा चुकी है और वर्तमान में भी ऐसे कई योजनाएँ सुचारू रूप से जारी है।
- इस प्रकार की योजनाएँ गरीबी रेखा से नीचे के लोगों के लिए लाई जाती है, परंतु बेनेफिशरी को पहचानने की गलत प्रक्रिया के कारण ऐसी योजनाओं में कई बार बिना कवरेज वाले लोग भी फायदा उठा ले जाते हैं।
- हाल ही में डाली गई एक आरटीआई के सहायता से पता चला है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत मिलने वाले छः हज़ार रुपये के उपभोक्ताओं को चुनने में कोई गलती की वजह से 30 लाख से अधिक लोगों को गलत रुप से सब्सिडी पहुंच गई है।
- इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए सरकार को कुछ चीजों पर ध्यान देना होगा, जैसे कि पॉलिसी धारक को पहचानने से पहले उसकी योजनाएँ अच्छी तरीके से तय करें, साथ ही गरीबी रेखा से जुड़ी परिभाषा को समय के अनुसार परिवर्तित करें।
- अलग-अलग राज्यों में गरीबी का पैमाना अलग अलग हो सकता है, इसलिए पूरे भारत के लिए एक ही तरह का अप्रोच अपनाना किसी भी स्कीम के लिए हानिकारक हो सकता है।
- सुरक्षा बीमा योजना जैसी स्कीम गरीबों के कल्याण को ध्यान में रखकर बनाई जाती है इसीलिए इस प्रकार की स्कीम में प्रीमियम को काफी कम रखा जाता है साथ ही जो इंश्योरेंस का क्लेम मिलता है उसकी राशि भी इतनी अधिक नहीं होती है, परंतु यह किसी भी गरीब को आने वाली छोटी मोटी समस्याओं से जूझने के लिए काफी होती है।
प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना से जुड़ने के लिए रखे कुछ बातों का ध्यान :-
- वर्तमान में इस स्कीम को पब्लिक सेक्टर जनरल इंश्योरेंस कंपनी के साथ ही दूसरी जनरल इंश्योरेंस कंपनियों के कोलैबोरेशन की सहायता से पार्टिसिपेट बैंक के द्वारा संचालित किया जा रहा है।
आप सरकारी वेबसाइट जन सुरक्षा पर जाकर इस स्कीम के लिए फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं।
वर्तमान में इस स्कीम के तहत पार्टनरशिप में काम कर रहे बैंक एसएमएस और नेट बैंकिंग के जरिए आप तक प्रीमियम की पूरी जानकारी पहुंचाते हैं।
आपको प्राप्त एसएमएस को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना पोर्टल पर भेजना होता है, जहां से बैंक आपकी रिक्वेस्ट को प्रोसेस करके सेविंग अकाउंट की सहायता से आपका पैसा काट लेता है।
- इस फोरम की शुरुआत में ही आपको नॉमिनी की डिटेल भरनी होती है एवं नॉमिनी का रिलेशनशिप और डेट ऑफ बर्थ जैसी सामान्य चीजें भी भरनी होगी, क्योंकि कई बार आप तक पहुंच ना होने की वजह से आपको मिलने वाला पैसा प्रॉपर इंफॉर्मेशन की कमी के कारण वापस इंश्योरेंस कंपनी तक ही पहुंच जाता है।
इसलिए अपने घर के सदस्यों के भविष्य के बारे में सोचते हुए ऐसी स्कीम का पूरा लाभ उठाने के लिए नॉमिनी की डिटेल को अच्छी तरीके से भरें एवं इस प्रकार की चीजों को कभी भी अवॉइड ना करें।
किस तरह से प्राप्त करें अपना क्लेम :-
यदि आपके साथ कोई भी आकस्मिक दुर्घटना जैसे कि एक्सीडेंट हो जाता है तो आपको Police के पास रिपोर्ट करना चाहिए एवं साथ ही हॉस्पिटल रिकॉर्ड के एविडेंस को हमेशा अपने साथ रखना चाहिए।
इस प्रकार की दुर्घटना में मृत्यु हो जाने पर आपका क्लेम आपके नॉमिनी को दिया जाता है जिसको आपने इनरोलमेंट फॉर्म के वक्त चुना था और बैंकों की सहायता से उसके खाते में डाल दिया जाएगा या फिर आपके लीगल वारिस के खाते में डाल दिया जाता है, परंतु आप हमेशा ध्यान में रखें कि नॉमिनी की डिटेल अच्छे से भरें, क्योंकि इस प्रकार की सरकारी योजनाओं में कई बार ऐसे केस भी सामने आए हैं जहां पर नॉमिनी की गलत डिटेल की वजह से मिलने वाला इंश्योरेंस क्लेम नहीं दिया गया है, ऐसी स्थिति में आपके परिवार पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ सकता है ।
यदि आप का क्लेम किसी कारणों की वजह से डिसेबल हो गया है तो इसके बारे में आपको सूचना दी जाएगी।
यदि इस तरह की इंश्योरेंस कंपनी आपको क्लेम देने में आनाकानी कर रही है तो आप आरबीआई के द्वारा रजिस्टर्ड इंश्योरेंस ओम्बुड्समैन की सहायता ले सकते हैं, इस प्रकार की ओम्बुड्समैन लोकपाल की तरह कार्य करते हैं, जो कि लोगों की याचिका सुनते हैं एवं बैंकों तथा इंश्योरेंस कंपनी को ऑर्डर देकर इंश्योरेंस के पैसे दिलवाने में मदद करते है।
इस प्रकार आपने जाना कि किस तरह कम प्रति व्यक्ति आय वाले व्यक्ति भी एक मामूली से प्रीमियम को जमा करवाकर प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना से जुड़ सकते हैं एवं भविष्य में दुर्घटना जैसी समस्याओं से लड़ने के लिए उचित आर्थिक मदद प्राप्त कर सकते है।
यह भी पढ़े :
1) कैसे ले सकते है ऑनलाइन ड्राइविंग लाइसेंस?
2) कम दामों पर अच्छी चीजों के लिए मशहूर हैं सिक्किम की ये मार्केट
3) फूलों का व्यापार कैसे शुरू करें? लागत, मुनाफ़ा, आदि जानकारियाँ
4) ओके शॉप क्या है? कैसे ये ऐप आपका बिजनेस बढ़ाने में मदद करता है?