सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा की गई है। इस योजना को बेटी 'बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान' के तहत शुरू किया गया है। यह एक छोटी बचत स्कीम है जिसके जरिए आप बेटियों की शिक्षा और उनकी शादी तक रकम जुटा सकते हैं। बता दें, टैक्स कानून के सेक्शन 80c के अंतर्गत सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश करने पर टैक्स में भी छूट मिलती है। यानीकि सालाना 1 लाख के निवेश पर टैक्स का फायदा भी आप उठा सकते हैं। इस लेख के जरिए आज हम आपको बताएंगे सुकन्या समृद्धि योजना से जुड़ी कुछ ख़ास बातें और इसके नियम, साथ ही इस योजना के अंतर्गत होने वाले फायदों के बारे में।
सुकन्या समृद्धि योजना क्या है?
सबसे पहले हम यह जान लेते हैं कि आखिर सुकन्या समृद्धि योजना है क्या? दरअसल यह बेटियों के लिए केंद्र सरकार की एक छोटी बचत स्कीम है जिसे 'बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ' स्कीम के जरिए लांच किया गया है। खास बात यह है कि, सुकन्या समृद्धि योजना सबसे बेहतर ब्याज दर वाली योजना है। इस योजना की शुरुआत 22 जनवरी 2015 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा की गई। इस खाते को खोलने के लिए आपको कम से कम 250 रुपए की जरूरत होगी, वहीं ज्यादा से ज्यादा 1.50 लाख रुपए की मदद से भी खोल सकते हैं। सुकन्या समृद्धि योजना 2019 के तहत 9.1 प्रतिशत की ब्याज दर थी लेकिन अब इसे 8.6 प्रतिशत कर दी गई है।
क्या है सुकन्या समृद्धि खाता खोलने के नियम?
इस योजना के तहत बेटी के माता- पिता या अभिभावक को बेटी के नाम से ही खाता खुलवाना पड़ेगा। आप इस खाते को बेटी के जन्म से लेकर उसके 10 साल का होने तक खुलवा सकते हैं। नियम के मुताबिक, केवल एक बच्ची के लिए एक ही सुकन्या खाता खोला जा सकता है और उसमें पैसा जमा कर सकते हैं। किसी भी स्थिति में एक बच्ची के लिए दो खाते नहीं खोले जा सकते हैं। खाता खुलवाने के समय आपको बेटी का जन्म प्रमाण पत्र बैंक या पोस्ट ऑफिस में देना जरूरी होता है। बेटी के साथ ही माता पिता या अभिभावक के पहचान पत्र का भी प्रमाण देना पड़ता है।
कितने रुपए जमा कर सकते हैं?
किसी एक वित्त वर्ष में कम से कम 250 रुपए जमा करने पड़ते हैं, इसी तरह आप ज्यादा से ज्यादा डेढ़ लाख रुपए भी जमा करा सकते हैं। बता दें, खाता खोलने के दिन से 15 साल तक पैसे जमा कर सकते हैं। बेटी के 24 से 30 साल होने तक खाते में जमा पैसे का ब्याज मिलता है। जानकारी के लिए बताना चाहेंगे कि, सुकन्या समृद्धि योजना खाते में यदि बैलेंस नहीं रहता है, तो इसे आप 50 रुपए देकर नियमित रूप से शुरू करवा सकते हैं, साथ ही आपको कम से कम (250) जमा कराई जाने वाली रकम भी खाते में डालनी होगी।
खाते में कैसे जमा की जाती है रकम?
सुकन्या समृद्धि खाते में पैसा जमा करने के लिए आप कैश, चेक, डिमांड ड्राफ्ट के जरिए कर सकते हैं। इसके अलावा आप अन्य उपकरण का भी इस्तेमाल कर सकते हैं जिसे बैंक स्वीकार कर लेता हो। इसके साथ ही पैसे जमा करने वाले और खाताधारक का नाम लिखना जरूरी होता है। बता दें, सुकन्या समृद्धि खाते में इलेक्ट्रॉनिक ट्रांसफर के जरिए भी पैसा जमा कर सकते हैं। बशर्ते पोस्ट ऑफिस या बैंक में यह सुविधा होनी चाहिए। यदि खाते में ड्राफ्ट या चेक की मदद से पैसे जमा किए जाते हैं तो यह क्लियर होने के बाद उस पर ब्याज भी दिया जाएगा लेकिन इलेक्ट्रॉनिक ट्रांसफर के मामले में पैसे जमा करने के दिन से ही यह कैलकुलेशन शुरू हो जाएगा।
कितना दिया जाता है ब्याज?
सुकन्या समृद्धि खाता स्कीम के आधार पर हर तिमाही सरकार ब्याज तय करती है। इस स्कीम के तहत सरकारी बॉन्ड की तुलना में 0.75 फीसदी अधिक होता है। इस लिस्ट के जरिए आप जान सकते हैं कि, अभी तक कितना ब्याज दिया गया है?
● 1 अप्रैल, 2015 में 9.2% ब्याज दिया गया।
● 1 अप्रैल, 2016 से 30 जून, 2016: 8.6% ब्याज दिया गया।
● 1 जुलाई, 2016 से 30 सितंबर, 2016: 8.6% ब्याज दिया गया।
● 1 अक्टूबर, 2016 से 31 दिसंबर, 2016 : 8.5% ब्याज दिया गया।
● 1 जुलाई, 2017 से 31 दिसंबर, 2017 : 8.3 % ब्याज दिया गया।
● 1 जनवरी, 2018 से 31 मार्च, 2018 : 8.1% ब्याज दिया गया।
● 1 अप्रैल, 2018 से 30 जून, 2018 : 8.1% ब्याज दिया गया।
● 1 जुलाई, 2018 से 30 सितंबर, 2018 : 8.1% ब्याज दिया गया।
● 1 अक्टूबर, 2018 से 31 दिसंबर, 2018 : 8.5% ब्याज दिया गया।
● 1 जनवरी 2019 से 31 मार्च, 2019 : 8.5% ब्याज अभी तक जारी है।
किन परिस्थिति में खाता बंद किया जाता है?
यदि खाताधारक की मौत हो जाती है तो ऐसी परिस्थिति में खाता बंद कराया जा सकता है। इसके बाद खाते में जमा रकम बेटी के माता-पिता को ब्याज सहित मिल जाती है। इसके अलावा खाता खुलने के 5 साल बाद भी इसे बंद किया जा सकता है, हालांकि यह भी खास परिस्थितियों में ही लागू है। जैसे कि खाताधारक को कोई बीमारी हो या फिर अन्य कारण के तहत सुकन्या समृद्धि खाता को बंद कराया जा सकता है।
खाते को अन्य जगह पर ट्रांसफर कर सकते हैं या नहीं?
बता दें, सुकन्या समृद्धि खाता देशभर में कहीं पर भी ट्रांसफर हो सकता है, लेकिन यह खाता केवल बेटी के नाम से ही खुला होना चाहिए। खाता ट्रांसफर करवाने के लिए आपको किसी भी तरह का कोई चार्ज नहीं देना होता है। इसके लिए केवल बेटी के माता-पिता या अभिभावक के अन्य जगह पर शिफ्ट होने का सबूत दिखाना पड़ता है। यदि किसी तरह का कोई सबूत नहीं है तो सुकन्या समृद्धि खाता ट्रांसफर के लिए पोस्ट ऑफिस या बैंक को 100 रुपए चार्ज देना होता है जहां खाता खोला जाता है।
NRI बेटी इस योजना का लाभ उठा सकती है या नहीं?
बता दें, इस स्कीम का लाभ भारत में रहने वाली बेटी को ही मिलता है यानी अनिवासी भारतीय बेटी के लिए सुकन्या समृद्धि खाता नहीं खुलवा सकते। सुकन्या समृद्धि खाता खुलवाने के बीच यदि बेटी की नागरिकता बदलती है तो उसी दिन से बेटी को इस खाते का कोई लाभ नहीं मिलेगा।
कब तक चालू रखना होगा खाता?
सुकन्या समृद्धि योजना खाता को बेटी के 18 साल होने या 21 साल की उम्र के बाद तक आपको इसे चालू रखना है। आप चाहे तो 18 साल के बाद बेटी की पढ़ाई लिखाई के लिए इस खाते से 50 फीसदी रकम निकाल सकते हैं। अगर बेटी की शादी 18 या 21 साल के बीच हो जाती है तो खाता उसी समय बंद हो जाएगा। बेटी के 21 साल की होने पर ही सुकन्या समृद्धि खाता मैच्योर होगा।
इस खाते से आंशिक निकासी की स्थिति में निकाली जा सकती है?
बेटी की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने की स्थिति में आप इस खाते से 50 फीसदी रकम निकाल सकते हैं। यह राशि आप तभी निकाल सकते हैं जब बेटी 18 साल की हो जाए। इस राशि का उपयोग आपको बेटी की उच्च शिक्षा या शादी जैसे कामों में शामिल करना होगा। यदि आप बेटी की उच्च शिक्षा के लिए रकम निकालना चाहते हैं तो इसके लिए आपको एक लिखित आवेदन और किसी शैक्षणिक संस्थान में एडमिशन ऑफर या फीस स्लिप की आवश्यकता होगी। ऐसे में आप सुकन्या समृद्धि खाते से आधी रकम निकाल सकते हैं।
कितनी बेटियों के लिए खुलवा सकते हैं खाता?
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत आप केवल दो ही बेटियों के खाते खुलवा सकते हैं। यदि जुड़वां बेटियां होती है तो ऐसी स्थिति में सुकन्या समृद्धि योजना में आप तीन बेटियों का भी खाता खुलवा सकते हैं। यानिकि आपके यहां पहले से ही एक बेटी है और उसके बाद में जुड़वां बेटियों का जन्म होता है तो ऐसे में सरकार तीनों बेटियों के लिए खाता खोलने की अनुमति प्रदान करती है।
सुकन्या समृद्धि खाते में टैक्स बेनिफिट क्या होगा?
सुकन्या समृद्धि खाते को एक्सेम्पट (कर छूट) का दर्जा प्राप्त है। यानी कि सुकन्या समृद्धि योजना में किए जाने वाले निवेश पर टैक्स छूट के साथ इससे मिलने वाला रिटर्न भी टैक्स फ्री होता है। इस स्कीम के तहत पूंजी की सुरक्षा भी की जा सकती है।
क्या है सुकन्या समृद्धि खाता के फायदे?
उदाहरण के तौर पर मान लीजिए यदि कोई व्यक्ति साल 2015 में 1 हजार रुपए खाते में जमा करता है तो उसे 14 साल बाद यानी कि 2028 तक मात्र 12 हजार रुपए ही जमा करने होंगे। ऐसे में मान लीजिए 9.1 (मौजूदा दर 8.5) फीसदी ब्याज मिलता है तो जब बच्ची 21 साल की होगी तो उसे 6,07,128 रुपए की रकम प्राप्त होगी। आपको बताना चाहेंगे कि, इन 14 सालों में व्यक्ति को अपने खाते में केवल 1.68 लाख रुपए ही जमा करना पड़े। इसके अलावा जो बाकी के पैसे 4,39,128 यह केवल ब्याज के प्राप्त होंगे। ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि, इस स्किम के जरिए आपको कितना फायदा होता है। इस सरकारी योजना के तहत बहुत कम पैसों में आप अपनी बेटी का भविष्य उज्जवल कर सकते हैं।
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