कभी चींटी को गौर से देखा है. वो दीवार पर चढ़ते हुए कई बार गिरती है, लेकिन फिर भी हार नहीं मानती है. एक पल ऐसा आता है, जब वो वहां होती है, जहां उसे होना चाहिये. अगर अब तक आपने चींटी को ग़ौर से नहीं देखा है, तो हमारी ये लाइनें पढ़ने के बाद ग़ौर ज़रूर करियेगा. आप में से कई लोग सोच सकते हैं कि आखिर आज इस बात को कहने का क्या मतलब है.
जी आपको बता दें कि मतलब तो बहुत है. बस आपको समझने में थोड़ी देर लग सकती है. ऊपर लिखी गई बात का सीधा-सीधा अर्थ ये है कि सफ़लता का कोई शॉर्टकट नहीं होता है. आप मेहनत करते जाइये और एक दिन आपको सफ़लता ज़रूर मिलेगी. ख़ास कर व्यापार में. अब जो लोग व्यापार करते हैं. अक़सर ये सोचते हैं कि वो चार दिन में ही ज़मीन से आसमान की ऊंचाई पर पहुंच जायेंगे, तो आपको बता दें कि ऐसा बिल्कुल नहीं है. फिर चाहे व्यापार छोटा हो या बड़ा.
व्यापार चलाने के लिये आपको समझ होनी चाहिये कि उसमें आपको क्या करना है और क्या नहीं. अगर किसी भी व्यापार में अगर आपको आपका दायरा पता हो न तो हर चीज़ आसान हो जाती है. चलिये आज इसी बात पर हम वेजिटेबल व्यापारियों की बात करते हैं. आप में से बहुत से लोग ऐसे होंगे, जो वेजिटेबल का व्यापार कर रहे होंगे. या हो सकता है कि आगे करने की प्लानिंग कर रहे हों.
अब आप सब्ज़ी की दुकानदारी कर रहे हैं या नहीं. वो हम नहीं बता सकते हैं, लेकिन आज जो बातें हम आपसे शेयर करने जा रहे हैं. वो आपके काम ज़रूर आ सकती हैं. चलिये सबसे पहले जानते हैं कि सब्ज़ियों का व्यापार कैसे शुरू करें.
सब्जियों का व्यापार कैसे शुरू किया जाये?
आपको बता दें कि व्यवसाय में पैसे से ज्यादा सब्जियों का ज्ञान होना महत्वपूर्ण होता है. व्यापार शुरु करने के लिये आपके पास चाहे कितने ही पैसे क्यों न हो, लेकिन अगर आपको सब्ज़ियों की जानकारी नहीं है, तो इसमें कभी सफ़ल नहीं हो पायेंगे. इस व्यवसाय में आने से पहले आप सब्ज़ीमंडी का दौरा करें. वहां से जानकारी हासिल करने के बाद आप सब्ज़ीमंडी से थोक के भाव सब्ज़ी लेकर व्यवसाय शुरू कर सकते हैं.
कहां शुरु करें सब्ज़ी का बिज़नेस?
देखिये बहुत अच्छा होगा कि आपक सब्ज़ी का व्यापार शुरू करने के लिये एक दुकान ले लें. जहां आप अपनी सब्ज़ियों को सुरक्षित रख पायें और बेच पायें, लेकिन अगर आपके पास इतना पैसे नहीं है कि सब्ज़ी के व्यापार के लिये नई दुकान लें सकें, तो आप घर से भी इस व्यापार की शुरूआत कर सकते हैं. आपके इलाके में बहुत से ऐसे लोग होंगे, जो सब्ज़ी लेने के लिये बहुत दूर जाते होंगे. ऐसे में अगर आप अपने घर से इसकी शुरुआत करेंगे, तो बेहतर होगा. लोग दूर जाने के बजाये आपसे से ही सब्ज़ी लेना पसंद करेंगे.
आइये अब जानते हैं कि इस व्यापार में व्यापारियों को क्या करना चाहिये और क्या नहीं?
1. सब्ज़ियों की वैरायटी पता होनी चाहिये
सब्ज़ियों का व्यापार शुरू करने से पहले आपको हर छोटी-बड़ी सब्ज़ी की जानकारी होनी चाहिये. अगर आपके पास सब्ज़ियों की जानकारी होगी, तो आप अपने का विस्तार आसानी से कर पायेंगे. सब्ज़ियों के आकार से लेकर उनके रंग तक पहचान होनी चाहिये. अगर आपको सब्ज़ियों की सही जानकारी होगी, तभी आप कस्टमर्स को उनकी डिटेल दे पायेंगे.
2. गुणवत्ता की परख
आप सब्ज़ियों की गुणवत्ता एक व्यापारी बन कर नहीं, बल्कि एक ग्राहक बन कर जांचिये. आपको पता होना चाहिये कि कौन सी सब्ज़ी कितनी जल्दी ख़राब हो सकती है और नहीं. आपको अपनी दुकान में ऐसी सब्ज़ियां रखनी चाहिये, जो कम से कम चार-पांच दिन दुकान में आराम से रखी हैं. ताकि उनके ख़राब होने से आपको कोई नुकसान न हो.
3. ताज़ा सब्ज़ियां ही बेचे
इस तरह के व्यापार में सबको पहली चीज़ देखनी है कि ग्राहकों सिर्फ़ और सिर्फ़ ताज़ी सब्ज़ियां ही बेचें. अगर आप धोख़े से ग्राहकों पुरानी सब्ज़ियां बेच भी देंगे, तो वो एक बार से ज़्यादा आपके यहां नहीं आयेंगे. बेहतर होगा कि ग्राहकों के दिलों में जगह बनाने के लिये अच्छी क्वालिटी और ताज़ी सब्ज़ियां बेचें. ताकि ग्राहक आप पर भरोसा कर सकें और दूसरों को भी वहां जाने की सलाह दे पायें.
4. दुकान को बनाएं आकर्षक
मार्केटिंग का पहला फंडा यही है कि जो दिखता है. वो बिकता है. अगर आपकी सब्ज़ी की दुकान आकर्षक दिखेगी, तो वहां हज़ार ग्राहक दौड़ कर आयेंगे. हर सब्ज़ी को अच्छे से ऑर्गेनाइज़ करें और उन्हें तरोताज़ा रखेंगे. ऑर्गेनाइज़ और तरोताज़ा सब्ज़ियां हमेशा देखने में अच्छी लगती हैं और इसलिये बिकती भी ज़्यादा हैं.
5. वेजिटेबल सेल करने का स्थान
व्यापार के लिये लोकेशन बहुत महत्वपूर्ण होती है. इसलिये हमेशा सोच-समझ कर लोकेशन का चुनाव करें. सब्ज़ियों की दुकान हमेशा भीड़-भाड़ वाले इलाके में खोलें. या फिर जहां फिर फ़्लैट्स वगैरह की संख्या ज़्यादा हो.
इन जगहों पर दुकानें खोलने का बड़ा फ़ायदा ये है कि लोग अक़सर यहां से आते-जाते रहते हैं. इसलिये यहां बिक्री होने की संभावना अधिक होगी. इसके साथ ही आप डेयरी के पास सब्ज़ी की शॉप लगवा सकते हैं. जब भी कोई डेयरी से सामान लेने आयेगा, तो हो सकता है कि घर के लिये कुछ लेकर भी चला जायेगा.
6. पैकेजिंग
अधिकतर लोग सब्ज़ियां लेने के लिये घर से झोला लेकर जाते हैं, पर कई बार लोग सब्ज़ी लेने के मक़सद से बाहर नहीं निकलते हैं. लेकिन फिर भी घर आते-आते कुछ लेकर चले आते हैं. ऐसे ग्राहकों के लिये आपके पास पैकेजिंग की सुविधा होनी चाहिये. ज़िम्मेदार दुकानदार होने के नाते आप ग्राहकों को अच्छे से पैक करके सब्ज़ी दें.
इसके अलावा आपका कर्तव्य बनता है कि आप प्लास्टिक यूज़ न करके पर्यावरण में सहयोग दें. प्लास्टिक का इस्तेमाल ग्लोबल वार्मिंग की वजह बना रहा है. इसलिये पैकेजिंग के प्रति ज़िम्मेदाराना रवैया अपनायें और पर्यावरण के हित में एक क़दम आगे बढ़ायें.
7. वकर्स
देखिये अगर आप इस करोबार की शुरुआत कर रहे हैं, तो पहले दो लोगों को काम में रख सकते हैं. इसके बाद जब व्यापार बढ़ता चला जाये, तो आगे आप कर्मचारी बढ़ा सकते हैं. याद रहे कि दुकान के लिए ऐसे कर्मचारी रखें, जो काम चोरी न करें. उन्हें सब्ज़ी की परख भी हो. इस तरीक़े से आप कम कर्मचारियों में आप अपने सब्ज़ी के व्यापार को बढ़ावा दे सकते हैं.
8. नर्म बर्ताव
बतौर सब्ज़ी विक्रेता आपको ग्राहकों के प्रति नर्म व्यवहार रखना चाहिये. ग्राहकों की बात को ध्यान से सुनें और उनकी आवश्यकताओं को समझें. थोड़ा धैर्य बना कर रखें. कई बार ग्राहक जिस उम्मीद से दुकान पर जाते हैं, उनकी वो उम्मीद पानी में मिल जाती है. इसलिये दुकान आने वाले ग्राहकों को निराश न करें और उन्हें बेतरीन सर्विस देने की कोशिश करें.
9. चेहरे पर स्माइल
कई बार न हम दुकान देख कर नहीं, बल्कि दुकानदार के चेहरे की स्माइल देख कर वहां भागे-भागे चले जाते हैं. इसलिये आप एक खड़ूस दुकानदार नहीं, बल्कि हंसता हुआ चेहरा रखें. ताकि लोग आपके चेहरे की स्माइल देख कर वहां भागे चले आयें.
10. निवेश का ध्यान रखें
कई बार व्यापार में व्यापारी ज़रूरत से ज़्यादा निवेश कर देते हैं, जबकि ऐसा नहीं होना चाहिये. निवेश हमेशा ज़रूरत के हिसाब से होना चाहिये, ताकि नुकसान की गुंजाइश कम हो.
चलिये अब जानते हैं कि वेजिटेबल व्यापार में आपको कौन से काम नहीं करने चाहिये.
1. सड़ी-गली सब्ज़ियां न बेचें
किसी भी दुकानदार को सड़ी-गली सब्ज़ियां बेचने से बचना चाहिये. सड़ी-गली सब्ज़ियां बेचने से पहले सोचें कि क्या आप कभी ख़ुद ऐसी सब्ज़ियां लेना चाहेंगे, जो आप दूसरों को बेच रहे हैं. अगर आपने ये बात समझ ली, तो शायद ग्राहको को कभी ऐसी सब्ज़ियां देने की कोशिश नहीं करेंगे.
2. बिना प्लानिंग मार्केट में घुसें
लाइफ़ में कुछ करने के लिये न प्लानिंग की बहुत ज़रूरत होती है. इसलिये व्यापार भी इससे अछूता नहीं है. बिज़नेस करने से पहले उसकी प्लानिंग कर लें. ताकि उसमें एंट्री लेते समय आपको किसी तरह की दिक्कत न हो और आप अपनी सूझ-बूझ से मार्केट में तरक्की कर पायें.
3. हमेशा एक ही ट्रिक फ़ॉलो न करें
कई बार होता है कि अगर दुकानदार ने किसी ट्रिक पर काम किया और वो सफ़ल हो गई, तो फिर वो उसी पर चलने लगते हैं. हांलाकि, ऐसा नहीं होना चाहिये. आप व्यापार में कई तरह के एक्सपेरिमेंट भी कर सकते हैं. क्या पता पहली ट्रिक की तरह दूसरी ट्रिक ज़बरदस्त निकलें.
4. कंजूस न बनें
कई दुकानदार सब्ज़ी के साथ मिर्च और धनिया देने में भी कंजूसी करते हैं. आप ऐसा न करें. कम से कम दिल खोल कर धनिया-मिर्च तो दे सकते हैं. कंजूसी करने से होगा कुछ नहीं, बस ग्राहक आपकी दुकान से आगे बढ़ कर दूसरी दुकान चले जायेंगे.
5. नियम उल्लघन न करें
मार्केट में व्यापार करते हुई कई लोग न सिर्फ़ नियम उल्लघन करते हैं, बल्कि दादागिरी भी दिखाते हैं. वैसे समझदारी इसी में है कि आप नियम उल्लघन न करें और एक ज़िम्मेदारी नागरिक की तरह काम करें.
6. ग़लितयों से सीखें
व्यापार में अक़सर कई तरह की ग़लतियां होती रहती हैं, लेकिन उन ग़लतियों को दोहरायें नहीं, बल्कि उनसे कुछ सीखें. अगर आप व्यापार में एक ही ग़लती बार-बार दोहराते रहेंगे, तो कभी सफ़ल नहीं होंगे. हर हार हमें एक नया पाठ पढ़ाती है. उसे पढ़िये और आगे बढ़िये. उसमें अटक कर मत रह जाइये.
7. ग्राहकों से रिव्यू न भूलें
अगर आप एक बड़े वेजिटेबल वेंडर हैं, तो ग्राहकों से स्टॉफ़ की सर्विस का रिव्यू लेना न भूलें. रिव्यू से पता चलेगा कि ग्राहक आपकी दुकान के बारे में क्या सोचते हैं और क्या नहीं. इससे आगे चल कर आप उन ग़लतियों पर काम भी कर सकते हैं.
8. वेजिटेबल वेस्ट को इस्तेमाल में लायें
वेजिटेबल शॉप में हर दिन बहुत सारा वेस्ट निकलता है. उसे फ़ेंकने के बजाये. किसी तरह के यूज़ में लाएं. बहुत सारे विक्रेताओं को इस बात की जानकारी नहीं होती है कि वेजिटेबल वेस्ट को किस तरह यूज़ में लाया जाये. जिन ख़ुदरा विक्रेताओं और आपूर्तिकर्ताओं को इसकी जानकारी नहीं होती है, उन्हें इस बारे में शिक्षित होने की आवश्यकता होती है.
9. प्री-कट वेजिटेबल को सफ़ाई से पैक करें
आज कल लोगों की सुविधा के लिये लोग प्री-कट वेजिटेबल भी बेचने लगे हैं. अगर आप प्री-कट वेजिटेबल बेच रहे हैं, तो उसमें साफ़-सफ़ाई से पैक करकें बेचें. अगर सब्ज़ियों की पैकिंग साफ़-सफ़ाई से न की जाये, तो वो ख़राब हो जाती हैं. अगर सब्ज़ी ख़राब हो गईं, तो कोई भी ग्राहक उसे लेना नहीं चाहेगा.
10. बहुत जल्दी आगे न बढ़ने की न सोचें
कई बार व्यापारी व्यापार में काफ़ी तेज़ी से आगे भागने लगते हैं. इसी चक्कर में कई बार व्यापारी कई सारी ग़लतियां भी कर बैठते हैं. व्यापार में ज्यादा होशियार बनना भी भारी पड़ सकता है. इसलिये थोड़ा संभल कर.
इन सारी बातों के अलावा भी व्यापारियों को कुछ चीज़ों पर ध्यान देने की आवश्यकता होती है. जैसे ध्यान दीजिये.
1. सब्ज़ी के व्यापार में कितने निवेश की आवश्यकता होती है
इस व्यापार में आपको अधिक निवेश की ज़रूरत नहीं होती है. सब्ज़ी का व्यापार एक हज़ार रुपये से लेकर शुरु किया जा सकता है. ये एक छोटा सा अमाउंट है. बाकि व्यापार में निवेश जगह पर भी निर्भर करता है. अगर आप किसी महंगी जगह पर व्यापार कर रहे हैं, तो पैसे ज़्यादा लग सकते हैं.
2. लोगों को होम डिलीवरी दे सकते हैं
आज कल कई सारे दुकानदार सब्ज़ियों की होम डिलीवरी की सुविधा दे रहे हैं. ये ग्राहकों को लुभाने की एक मार्केटिंग प्लानिंग होती है. अगर आप लोगों को ताज़ी सब्ज़ी कम समय में उनके घर पर पहुंचा देंगे, तो मार्केट में आपकी डिमांड और बिक्री बढ़ती जायेगी.
3. सर्विस पर ध्यान दें
कई बार लोग शुरुआत में ही इतनी बेकार सर्विस देते हैं कि उनका व्यापार चलने से पहले ही बंद हो जाता है. बिज़नेस की शुरुआत में आप ग्राहकों को अच्छी और ताज़ी सब्ज़ियां देने की सोचें. सर्विस अच्छी होगी, तो पैसे आप बाद में भी कमा सकते हैं.
4. कम निवेश से करें शुरुआत
बिज़नेस की शुरुआत हमेशा कम निवेश से होनी चाहिये, ताकि बाद में अगर व्यापार न चलें, तो ज्यादा नुकसान न झेलना पड़े.
इन सारी बातों को ध्यान में कोई भी व्यापारी अपना व्यापार आराम से चला सकता है. शुक्रिया बाद में कहियेगा.
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