वेस्टर्न ट्रेंड के चलते दुपट्टा ओल्ड फैशन की कैटेगरी में आ गया था, लेकिन एक बार फिर दुपट्टे का जादू महिलाओं पर छाने लगा है। दुपट्टा एक मात्र ड्रेस का हिस्सा ही नहीं बल्कि स्टाइल स्टेटमेंट बन गया है। जहां महिलाएँ रंग बिरंगे दुपट्टे ओढ़ना पसंद करती हैं। तो वहीं अपने लिबास में मैचिंग का भी ख़ासा ख़्याल रखती हैं।
चलिए जानते हैं दुपट्टे का बिज़नेस शुरू करने से पहले आपको किन किन बातों का ध्यान रखना होगा।
मार्केट और लोकेशन पर विशेष रिसर्च :
- दुकान ऐसी जगह होनी चाहिए जहां महिलाएँ अधिक विज़िट करती हों।
- कपड़ा मार्केट, रेडीमेड मार्केट, कॉस्मेटिक्स मार्केट आदि जगहों पर आप दुकान देख सकते हैं।
- याद रखें महिलाएँ एक दुकान से दूसरी दुकान पर मोल-भाव करने की काफ़ी शौकीन होती हैं, ऐसे में आप उन्हें अपनी दुकान के रूप में एक अच्छा विकल्प दे सकते हैं।
- जहां कॉम्पिटिटर्स होते हैं ऐसी जगह पर अपनी दुकान ज़माना एक चैलेंज भरा काम है, लेकिन अगर आप ऐसी जगह पर अपने यूनिक आइडिया और सही दाम में अच्छे कलेक्शन के साथ बैठते हैं तो आपकी सफलता निश्चित है वो भी लम्बे समय के लिए।
बिज़नेस के लिए आवश्यक लाइसेंस (Registration and licenses) :
TIN नंबर - किसी भी बिज़नेस को शुरू करने के लिए एक TIN नंबर की ज़रूरत होती है। TIN नंबर वह नंबर होता है, जिसके आधार पर ख़रीदे गए सामान पर ज़रूरी टैक्स देना होता है।
ट्रेड लाइसेंस (Trade Licence) - कोई भी बिज़नेस शुरू करने के लिए ट्रेड लाइसेंस आवश्यक होता है। ट्रेड लाइसेंस लोकल मुन्सिपलिटी के द्वारा जारी किया जाता है। अगर आप अपना बिज़नेस शहर के बाहर भी करना चाहते हैं तो आपको इस लाइसेंस की आवश्यकता पड़ेगी।
GST (जी.एस.टी. या गुड्स एंड सर्विस टैक्स) - जी.एस.टी या गुड्स एंड सर्विस टैक्स के लिए रजिस्ट्रेशन आवश्यक होता है। अपने शहर में किसी भी चार्टेड एकाउंटेंट या अन्य किसी टैक्स कंसलटेंट के द्वारा आप जी.एस.टी में रजिस्टर कर सकते है।
कलेक्शन का रखें ख़्याल :
बिज़नेस शुरू करने से पहले प्लान बनाएँ कि आपकी शॉप पर कैसा कलेक्शन होगा। अगर आप हर तरह की महिलाएँ, कल्चर, फ़ैशन, फ़ंक्शन, राज्यों व मौसम को टार्गेट करके कलेक्शन रखेंगे तो यह आपके बिज़नेस को एक बेहद अच्छा प्रोफ़िट व ब्रांड देगा। जिससे हर महिला को पता होगा कि अगर वो दुपट्टे, शॉल, स्टॉल या स्कार्फ़ लेना चाहती हैं तो उन्हें कहाँ जाना है। ऐसे में आप हर तरह की डिमांड करने वालों को आकर्षित कर सकेंगे।
दुकान को दें ख़ास लुक :
- दुकान इतनी बड़ी हो कि लोग आसानी से आपकी दुकान पर आ जा सकें वो भी बिना किसी अफ़रा-तफ़री के
- बैठने की ख़ास व्यवस्था करें, जहां आसानी से बैठ कर आपकी दुकान के कलेक्शन को देखा जा सके
- साफ़-सफ़ाई का भी विशेष ध्यान रखें
- पानी व अन्य आवश्यकताओं की व्यवस्था करें जिससे आपके कस्टमर आपकी दुकान की और आकर्षित हों साथ ही आपके पर्मनेंट कस्टमर भी बन सकें
- दुकान को ऐसा लुक दें जो ज़्यादा भरा-भरा ना लगे
- ट्रायल के लिए शीशे की व्यवस्था करें
- त्योहारों में कुछ ऐसी व्यवस्था करें जिससे आपकी दुकान पर किसी को आने में कोई संकोच ना हो आदि
थोक के भाव कहाँ से उठाएँ माल :
होलसेल मार्केट गांधी नगर दिल्ली या सूरत अर्बन हिल होलसेल मार्केट - अगर आप होलसेल में माल उठाना चाहते हैं तो आप यहाँ से सम्पर्क कर सकते हैं। 10 रुपए की शुरुआत से हर प्राइज़ में हर तरह का कलेक्शन व वैराईटी आप यहाँ ले सकते हैं। इस मार्केट की ख़ासियत है कि आप घर बैठे बैठे भी यहाँ से माल मँगवा सकते हैं, वो भी एक मैसेज पर। इसके अलावा आप अपने आस-पास की मार्केट में भी देख सकते हैं, जहां थोक में माल मिलता हो। ऐसे में जब आप थोक में माल उठाते हैं तो आपको माल सस्ते में मिलता है। फिर आप उस माल को अपनी बचत के हिसाब से मार्केट में उतार सकते हैं।
‘इंवेस्टमेंट’ कितना होगा :
- इस बिज़नेस को 10,000 से 30,000 के बीच में शुरू किया जा सकता है।
- यूँ तो यह बिज़नेस 10,000 से भी शुरू हो जाएगा। लेकिन आप किस जगह दुकान खोल रहे हैं, आपकी अपनी दुकान है या किराए की है, इन सभी बातों को ध्यान में रखकर आप 10,000 से 30,000 तक के बजट में यह बिज़नेस शुरू कर सकते हैं।
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